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    ग्रेटर नोएडा वेस्ट के हजारों लोगों को बड़ी राहत, अब नहीं तोड़े जाएंगे मकान और दुकान; खत्म होगी जाम की समस्या

    Updated: Tue, 28 Jan 2025 02:05 PM (IST)

    ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद को जोड़ने वाले शाहबेरी मार्ग पर 16 मीटर चौड़ा एलिवेटेड रोड बनने जा रहा है। इससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और लोगों को जाम से निजात मिलेगी। एलिवेटेड रोड इटैड़ा गोलचक्कर से शुरू होकर क्रॉसिंग रिपब्लिक तक बनेगा। इसके निर्माण में मकानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। इस नये प्लान से हजारों लोगों ने राहत की सांस ली है।

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    शाहबेरी मार्ग पर गुजरते वाहन। फोटो- जागरण

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट को गाजियाबाद से जोड़ने वाले शाहबेरी मार्ग पर 16 मीटर चौड़े एलिवेटेड का निर्माण कराया जाएगा। भविष्य में यातायात के दबाव को ध्यान में रखते हुए 16 मीटर चौड़ाई रखने पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) में सहमति बनी है।

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    यह एलिवेटेड इटैड़ा गोलचक्कर से शाहबेरी की ओर करीब 100 मीटर दूरी पर बनना शुरू होगा और ग्रेनो वेस्ट व क्रॉसिंग रिपब्लिक को जोड़ने वाली पुलिया को पार कर क्रॉसिंग रिपब्लिक तक बनाया जाएा। इसके निर्माण में मकानों को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा।

    एक सप्ताह में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को मिलेगी रिपोर्ट

    अगले एक सप्ताह में सीआरआरआई विस्तृत फिजिबिलिटी (व्यवहारिकता) रिपोर्ट तैयार कर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को सौंपेगा। इसमें किसी तरह के संशोधन और सुधार के बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी।

    ग्रेटर नोएडा वेस्ट में हैं 150 सोसायटी

    ग्रेटर नोएडा वेस्ट में करीब 150 सोसायटी व 100 से अधिक गांव हैं। वहीं कुछ किलोमीटर की दूरी पर नोएडा के भी कई आवासीय सेक्टर हैं। गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक जाने के लिए शाहबेरी होकर जाना पड़ता है।

    शाहबेरी से रोजाना गुजरते हैं करीब 15 हजार वाहन

    एक अनुमान के मुताबिक शाहबेरी से प्रतिदिन 15 हजार के करीब वाहन गुजरते हैं। शाहबेरी में ही फर्नीचर मार्केट है। यहां से हजारों की संख्या में लोग आते हैं। सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण यहां आमतौर पर जाम की स्थिति बनी रहती है।

    डेढ़ किलोमीटर के रास्ते पर लगता है जाम

    सुबह और देर शाम के बाद स्थिति और बिगड़ जाती है। करीब डेढ़ किलोमीटर का रास्ता पार करने में लोगों को आधे घंटे से 40 मिनट लग जाते हैं। प्राधिकरण की ओर से सड़क के बीच डिवाइडर भी लगाया गया, लेकिन उसके बाद भी जाम से निजात नहीं मिल सकी।

    अब प्राधिकरण ने यहां एलिवेटेड सड़क के निर्माण कराने का निर्णय लिया है। पिछले दिनों सीआरआरआई के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया था। सीआरआरआई ने परियोजना के तहत लगभग 3500 मीटर लंबे और 14 से 16 मीटर चौड़े एलिवेटेड रोड के लिए दो डिजाइन प्रस्तावित किए थे।

    प्राधिकरण का मानना है कि भविष्य में यातायात का दबाव और बढ़ेगा। ऐसे में एलिवेटेड की चौड़ाई 16 मीटर ही रखी जाए। शाहबेरी मार्ग के दोनों ओर बने घर और दुकानों मेंं तोड़फोड़ नहीं की जाएगी।

    एक सप्ताह में सीआरआरआई परियोजना की विस्तृत फिजिबिलिटी रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंप देगा। एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि फिजिबिलिटी रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा। यदि कोई बदलाव की जरूरत पड़ती है तो उसे संशोधित किया जाएगा। उसके बाद डीपीआर तैयार की जाएगी।