Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नोएडा को जाम से मिलेगी राहत, चिल्ला रेगुलेटर से महामाया फ्लाईओवर तक बनेगी एलिवेटेड रोड

    Updated: Tue, 13 Aug 2024 11:03 AM (IST)

    चिल्ला एलिवेटेड रोड के निर्माण में अतिरिक्त लागत का प्रस्ताव शासन स्तर से कैबिनेट में रखा जाएगा। उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिख ...और पढ़ें

    Hero Image
    चिल्ला एलिवेटेड के लिए 150 करोड़ की मिलेगी मंजूरी। फोटो- जागरण

    जागरण संवाददाता, नोएडा। चिल्ला एलिवेटेड रोड (Chilla Elevated Road) के लिए शासन स्तर पर काम शुरू हो गया है। शासन स्तर पर इसके निर्माण में आने वाली करीब 150 करोड़ रुपये की लागत को यूपी कैबिनेट से मंजूरी दिलाने का निर्णय हुआ है। करीब एक साल पहल यूपी कैबिनेट ने चिल्ला एलिवेटेड रोड परियोजना के लिए 787 करोड़ लागत को मंजूरी दी थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कितनी आएगी लागत?

    कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने इसकी लागत करीब 924 करोड़ होना बताया था। दिल्ली के चिल्ला रेगुलेटर से नोएडा के महामाया फ्लाईओवर तक एलिवेटेड रोड बनाया जाना प्रस्तावित है। इसके निर्माण के लिए इस साल उत्तर प्रदेश यूपी सेतु निगम ने टेंडर जारी किया गया था, जिसमें एजेंसी का चयन कर लिया गया था।

    ये भी पढ़ें-

    Chilla Elevated Road: दिल्ली से नोएडा को जोड़ने वाली रोड के लिए तय हुई एजेंसी, जल्द शुरू होगा काम

    कब से शुरू होगा काम?

    एजेंसी को नवंबर तक इसका काम शुरू करना है। यूपी कैबिनेट से पिछले साल इस एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए 787 करोड़ रुपये मंजूर हुए थे, लेकिन पूरा काम कराने में करीब 150 करोड़ रुपए अधिक खर्च होंगे। ऐसे में उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने एक माह पहले नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखकर पूछा था कि अतिरिक्त 150 करोड़ रुपये कौन देगा।

    इसके बाद प्राधिकरण ने इस मामले के समाधान के लिए शासन को पत्र लिख दिया था। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने बताया कि अतिरिक्त लागत को मंजूर कराने के लिए यूपी कैबिनेट से मंजूरी ली जाएगी। इसके लिए शासन स्तर के जरिये प्रस्ताव कैबिनेट में रखा जाएगा।

    उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रक्रिया को जल्द पूरा कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। फिल्म सिटी के रास्ते पर लगने वाले जाम को खत्म करने के चिल्ला एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाना है। वर्ष 2021 में काम शुरू हुआ था।