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    Noida Circle Rate: नोएडा-ग्रेनो में प्रॉपर्टी खरीदना होगा महंगा, जल्द लागू हो सकते हैं जमीनों के नए सर्किल रेट

    By Abhishek TiwariEdited By:
    Updated: Thu, 15 Sep 2022 08:04 AM (IST)

    Noida Circle Rate नोएडा-ग्रेटर नोएडा में जल्द प्रॉपर्टी खरीदना महंगा हो सकता है। वहीं फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने बताया कि शहर में पहले से लाखों फ्लैट की रजिस्ट्री रुकी हुई है। ऐसे लोगों के साथ यह बिल्कुल अनुचित होगा। इसलिए सर्किल रेट बिल्कुल भी नहीं बढ़ने चाहिए।

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    Noida Circle Rate: नोएडा-ग्रेनो में प्रॉपर्टी खरीदना होगा महंगा

    नोएडा [मोहम्मद बिलाल]। यदि आप एनसीआर (नोएडा-ग्रेटर नोएडा) में आशियाना बसाने का सपना देख रहे हैं तो इस सपने को साकार करने के लिए अब आप को और अधिक जेबी ढीली करनी पड़ेगी, क्योंकि जिले में आठ से 20 प्रतिशत तक सर्किल रेट (Noida Circle Rate) बढ़ाए जा सकते हैं।

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    प्रॉपर्टी खरीदना और रजिस्ट्री कराना होगा महंगा

    इसका प्रस्ताव तैयार हो गया है, जिस पर जल्द लोगों से आपत्तियां मांगी जाएगी। इनके निस्तारण करने के बाद बढ़े हुए सर्किल रेट लागू कर दिया जाएगा। ऐसे में संपत्ति खरीदना और रजिस्ट्री कराना महंगा हो जाएगा। मौजूदा सर्किल रेट आठ अगस्त वर्ष 2019 से लागू है। कोरोना संक्रमण काल के कारण पिछले तीन वर्ष में सर्किल रेट में बढ़ोतरी नहीं हुई है।

    सेक्टर-32 स्थित निबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते दिन सर्किल रेट बढ़ाने को लेकर कलक्ट्रेट परिसर में बैठक हुई है। इसमें जिलाधिकारी सुहास एलवाई, एडीएम (वित्त एवं राजस्व) वंदिता श्रीवास्तव, निबंधन विभाग के एआइजी, नोएडा, सदर, दादरी व जेवर के सबरजिस्ट्रार शामिल रहे।

    नए सर्किल रेट को लेकर मांगी गई आपत्ति

    बैठक में गाजियाबाद सहित प्रदेश के दूसरे जिलों में नए सर्किल रेट लागू करने की तैयारियों की समीक्षा की गई। जिले में भी सर्किल रेट बढ़ाने को लेकर सहमति बनी। नए प्रस्तावित सर्किल रेट की दर को लागू करने से पहले बिल्डर, उद्यमी, किसानों, फोनरवा के साथ बैठक की जाएगी। प्रस्तावित सर्किल रेट पर जिन संगठनों को आपत्ति है। वह अपनी आपत्ति दाखिल कर सकेंगे। सभी आपत्तियों की सुनवाई समिति द्वारा की जाएगी।

    सेक्टरों की बदलेंगी श्रेणियां

    नोएडा प्राधिकरण द्वारा आवासीय भूखंड की श्रेणी एक से सेक्टर-14ए, 15ए, 44 के ए और बी ब्लाक को ए प्लस व सेक्टर-19, 47, 93ए, 93 बी को बी श्रेणी से बदलकर श्रेणी ए में बदल जाएगा। सेक्टर-11, 12, 22, 70, 71, 72,73, 74, 75, 76, 77, 78 को श्रेणी सी से उच्चीकृत करके बी श्रेणी में तब्दील किया जाएगा। सेक्टर-63-ए को श्रेणी डी से हटाकर अब श्रेणी सी में रखा जाएगा।

    इन सेक्टरों की मूल्यांकन सूची में उच्चीकृत श्रेणी के अनुसार सर्किल रेट की दर प्रस्तावित की जाएगी। अगर आवासीय भूखंड के सामने पार्क या ग्रीन बेल्ट है तो भूखंड की दर में पांच प्रतिशत वृद्धि हो सकती है। मेट्रो रूट या मेट्रो स्टेशन के पास लोकेशन चार्ज के रूप में सेक्टर की दर पांच प्रतिशत अधिक प्रस्तावित है।

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    एक्सप्रेस-वे के दायीं और बायीं ओर वाले आवासीय भूखंडों पर यह दर साढ़े सात प्रतिशत तक हो सकती है। किसी आवासीय भूखंड के पास मेट्रो स्टेशन और एक्सप्रेस-वे दोनों हैं तो ऐसी स्थिति में भूखंड की दर में 15 प्रतिशत का इजाफा करने की तैयारी है। पिछले वर्ष अगस्त में सर्किल रेट बढ़ाने को लेकर आपत्तियां मांगी गई थी, लेकिन विरोध के सर्किल रेट नहीं बढ़ सके थे।

    सर्किल रेट की गणना

    सर्किल रेट जिलाधिकारी की ओर से तय की गई जमीन की कीमत होती है। उदाहरण के लिए अगर कोई 100 वर्गमीटर का एक आवासीय प्लाट ले रहा है और यहां का सर्किल रेट 50 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर है, तो संपत्ति की कुल कीमत 50 लाख रुपये आंकी जाएगी। रजिस्ट्री के लिए व्यक्ति को कुल रेट का पांच प्रतिशत स्टांप शुल्क देना होगा। स्टांप शुल्क के तौर पर 2.5 लाख रुपये चुकाने होंगे।

    वित्त एवं राजस्व एडीएम वंदिता श्रीवास्तव ने बताया कि सर्किल रेट बढ़ाने को लेकर कोई जानकारी नहीं है। जब भी सर्किल रेट में बदलाव होगा। इसकी जानकारी साझा कर दी जाएगी।

    एनईए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन ने बताया कि नोएडा में पहले से सर्किल रेट अधिक हैं। इसलिए सर्किल रेट में कम होना चाहिए। लोग कोरोना संकट से उभर नहीं पाए हैं। सर्किल रेट बढ़ाने का कोई औचित्य नजर नहीं आता।