नोएडा में बड़ा ई-साइकिल घोटाला, परियोजना के साथ-साथ सतही पार्किंग विवाद की भी होगी जांच
नोएडा में सरफेस पार्किंग संचालित करने वाले ठेकेदारों पर प्राधिकरण का लाखों रुपये बकाया है जिसके चलते मामला अदालत तक पहुंच गया है। जांच समिति ने इस मामले को ई-साइकिल घोटाले से जोड़ दिया है। आरोप है कि कोविड काल में गलत तरीके से पार्किंग स्थल आवंटित किए गए और लाइसेंस शुल्क में अनियमितता बरती गई। बकाया वसूली और मामले की जांच जारी है।

जागरण संवाददाता, नोएडा। तीन क्लस्टरों में 54 सरफेस पार्किंग स्थल संचालित करने वाले तीन ठेकेदारों पर प्राधिकरण का 23,177,460 रुपये बकाया है। इन बकायादारों ने नोएडा ट्रैफिक सेल (एनटीसी) के एक पत्र के साथ अदालत का दरवाजा भी खटखटाया है।
प्राधिकरण की जांच समिति ने अब इस मामले को ई-साइकिल परियोजना घोटाले से जोड़ दिया है। जांच दल के अध्यक्ष और ओएसडी महेंद्र प्रसाद ने कहा है कि दस्तावेजों की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि यह मामला बिना उचित प्रक्रिया के अदालत में नहीं गया, बल्कि पूरी पटकथा एनटीसी अधिकारियों ने लिखी थी। 1 दिसंबर, 2020 को कोविड-19 महामारी के दौरान, प्राधिकरण ने क्लस्टर एक, दो, तीन और पांच में सरफेस पार्किंग स्थल आवंटित किए थे। इस दौरान सभी आईटी संस्थान, स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और शॉपिंग मॉल बंद थे।
औद्योगिक इकाइयां भी आधी क्षमता पर चल रही थीं। पार्किंग स्थलों का प्रबंधन एक चुनौती थी। नतीजतन, प्राधिकरण से शेष पार्किंग स्थल आवंटित करने का अनुरोध किया गया था। इसके आधार पर लाइसेंस शुल्क निर्धारित किया जाना चाहिए, लेकिन अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में केवल क्लस्टर-2 की सरफेस पार्किंग का ही निरीक्षण किया गया। यहां 15 प्रतिशत लाइसेंस शुल्क पर सरफेस पार्किंग संचालित की जा रही थी।
हालांकि, क्लस्टर-1, 3 और 5 के लिए एक समिति गठित की गई थी। इस समिति में तत्कालीन वर्क सर्किल के वरिष्ठ प्रबंधक, वित्त नियंत्रक और विधि सलाहकार शामिल थे, लेकिन ये लोग रिपोर्ट तैयार करना तो दूर, स्थलीय निरीक्षण तक नहीं कर पाए। इसके अलावा, क्लस्टर-5 में चार महीने और दस दिन के लिए पार्किंग लाइसेंस शुल्क में 20 प्रतिशत की छूट निर्धारित की गई थी।
32,81,205 रुपये और 29 पैसे की छूट शामिल करने के बाद भी, अधिकारी तत्कालीन सीईओ के समक्ष रिपोर्ट ठीक से प्रस्तुत नहीं कर पाए। इसलिए, छूट का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया।
इसके परिणामस्वरूप प्राधिकरण पर अन्य पार्किंग ठेकेदारों का 23,17,74,603 रुपये बकाया हो गया। इसके चलते मामला इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहुंचा। यहां भी एनटीसी अधिकारियों ने मनमानी की। अदालत के बार-बार अनुरोध के बावजूद, समस्या का समाधान नहीं हुआ; बल्कि ठेकेदारों पर जुर्माना लगा दिया गया।
डिफॉल्ट करने वाले सरफेस पार्किंग ठेकेदारों से बकाया
क्लस्टर | पार्किंग ठेकेदार | लाइसेंस शुल्क | टीडीएस | कुल बकाया |
---|---|---|---|---|
क्लस्टर एक | राजेंद्र सिंह | 68915630 | 1233219 | 70148849 |
क्लस्टर तीन | राजेंद्र सिंह | 102476454 | 1844481 | 104320935 |
क्लस्टर पाँच | कृष्ण गोपाल सीनियर | 56280711 | 1024108 | 57304819 |
(नोट: सभी पार्किंग ठेकेदारों को एनटीसी द्वारा 1 जनवरी, 2020 से 30 नवंबर, 2022 तक देयता नोटिस जारी किए गए थे।)
क्लस्टर एक, तीन और पाँच में 54 सरफेस पार्किंग स्थलों के लिए निविदा 1 दिसंबर, 2020 को जारी की गई थी और 30 नवंबर, 2022 को समाप्त हो गई थी। 2022. हालाँकि, बकाया राशि अभी तक प्राधिकरण के खाते में जमा नहीं हुई है और मामला अदालत में चला गया है। इसकी जाँच भी की जाएगी।
-महेंद्र प्रसाद, ओएसडी, नोएडा प्राधिकरण।
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