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    घंटी बजते ही बच्चों के हाथों में थमा दिया जाता हैं चमचा... नोएडा स्कूलों में छात्रों से बंटवाया जा रहा Mid day Meal

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 06:10 PM (IST)

    नोएडा के स्कूलों में मिड डे मील वितरण में अनियमितताएं सामने आई हैं। कई स्कूलों में छात्रों से खाना बंटवाया जा रहा है जिससे खाना बर्बाद हो रहा है और बच्चों को परेशानी हो रही है। हाजीपुर याकूबपुर निठारी और सोरखा के स्कूलों में छात्रों से खाना बंटवाने की शिकायतें मिली हैं। अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की जांच करेंगे।

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    बच्चे परोस रहे मिड डे मील,लंच की घंटी बजते ही ड्यूटी शुरू।

    चेतना राठौर, जागरण नोएडा। अभिभावक अपने बच्चों शिक्षित बनाने स्कूल पढ़ने भेजते हैं। सरकारें भी बच्चों को स्कूलों से जोड़ने के लिए विभिन्न प्रकार के अभियान चला रही है, लेकिन शिक्षा के इन मंदिरों में अब शिक्षक बच्चों से मजदूरी जैसे कामकाज करवाने लगे है।

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    ताजा मामला सेक्टर-104 हाजिपुर प्राथमिक विद्यालय से सामने आया है। बृहस्पतिवार को स्कूल में सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर मिड डे मील पहुंचा। मील पहुंचने के बाद स्कूल के बच्चे शिक्षकों के निर्देश पर तय ड्यूटी के अनुसार कक्षा एक से पांचवीं तक के छात्र खाना बांटते लगे।

    खाने की गुणवत्ता पर बच्चों से पूछने पर कुछ शिकायत करते नजर आए। बच्चों का कहना था कि रोटियां बहुत कठाेर और बासी होती हैं। रोटियां देखने में भी सूखी और खराब लग रही थीं।

    शिक्षक ही वितरित कराते हैं खाना

    याकूबपुर पूर्व माध्यमिक विद्यालय से प्रकाश में आया है। इसमें स्कूल में पहुंचने वाला मिड डे मील बच्चों परोसने की बजाय, उनसे बंटवाया जा रहा है। लंच की घंटी बजते ही बच्चे दाल, चावल परोसने के लिए बर्तन उठा लेते हैं।

    शिक्षक छात्रों को निर्देश देकर खाना वितरित कराते हैं, जबकि शिक्षक बैठे रहते हैं। बच्चों का कहना था कि जब पूरा खाना बांट दिया जाता है, उसके बाद वह अपने हिस्से का खाना खा पाते हैं।

    प्रधानाचार्य सुमन ने बताया कि बच्चे खाना नहीं बांटते हैं। शिक्षक ही खाना बांटते हैं, लेकिन कुछ काम आने के कारण बच्चे खाना बांट रहे हैं।

    ऐसा ही मंजर निठारी कंपोजिट विद्यालय में भी मिला

    निठारी कंपोजिट विद्यालय में लंच होते ही स्कूल परिसर में बच्चे कतारों में खड़े होकर मिड डे मील का खाना लेते हैं। खाना बांटने के लिए बच्चों की रोज ड्यूटी लगाई जाती है।

    बच्चों के नन्हें हाथ खाना बांटने के लिए सक्षम न हाेने के कारण फर्स पर खाना फैलकर बर्बाद होता है। प्रधानाचार्य शशि मिश्रा ने बताया कि बच्चे नहीं शिक्षक खाना बांटते हैं। मीटिंग होने के कारण बच्चों ने काम किया होगा।

    सोरखा प्राथमिक विद्यालय का भी यही हाल

    सोरखा प्राथमिक विद्यालय लंच होते ही स्कूल परिसर में बच्चे कतारों में खड़े होकर मिड डे मील का खाना लेते हैं। खाना बांटने के लिए बच्चों की रोज ड्यूटी लगाई जाती है।

    शिक्षक हाथ में डंडा लेकर खड़े रहकर खाना बंटवाती हैं। वहीं कुछ शिक्षक खाना बंटने से पहले ही खाना खाती पाई।

    मां समूह बना हुआ है खाने को रोजाना शिक्षक के चखती हैं,उसके बाद ही खाना बांटा जाता है। हर महीने खाने का सैंपल लिया जाता है।

    राघव,डिस्ट्रिक्ट काेऑर्डिनेटर, मिड डे मील

    बच्चों से नियमित कार्य नहीं कराया जाता है, बल्कि शिक्षिकों का सहयोग कराया जाता है। इससे जल्द मिड डे मील का वितरण हो सके।

    -राहुल पंवार, बीएसए, गौतमबुद्धनगर

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