जेट एयरवेज के फाउंडर के साथ मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल दिखाकर किया डिजिटल अरेस्ट, प्रोफेसर से 1.2 करोड़ ठगे
नोएडा में साइबर ठगों ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के नाम पर सेवानिवृत्त प्रोफेसर कंवर बुद्धिश्वर सिंह को मनी लाड्रिंग का डर दिखाकर 1.2 करोड़ रुपये ठग लिए। शातिरों ने टेलीकॉम विभाग और सीबीआई अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट का नाटक किया और प्रोफेसर से कई किश्तों में पैसे ट्रांसफर करवाए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता,नोएडा। जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गाेयल के नाम पर शातिरों ने सेवानिवृत्त प्रोफेसर कंवर बुद्धिश्वर सिंह को मनी लान्ड्रिंग के केस में संलित्प होने का डर दिखाकर डिजिटल अरेस्ट कर सात दिन में 1.2 करोड़ रुपये ठग लिए।
शातिरों ने खुद को टेलीकाम डिपार्टमेंट से बताकर नाम और फोन नंबर की पुष्टि की। फिर सीबीआई निदेशक, पुलिस और न्यायाधीश बनकर डिजिटल अरेस्ट में बुजुर्ग से ठगी को अंजाम दिया। उन्होंने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा कराया है।
पीड़ित कंवर बुद्धिश्वर सिंह एक काॅलेज में प्रोफेसर थे। सेवानिवृत्ति के बाद वह सेक्टर- 30 में रहते है। 26 अगस्त को उनके पास अनजान नंबर से काॅल आई। शातिर ने टेलीकाम विभाग में कार्यरत अधिकारी बताकर जानकारी ली।
कुछ देर में पीड़ित के फोन पर अलग-अलग लोगों के नंबर से वाॅट्सएप और वीडियो काॅल्स आने लगे। एक वीडियो काॅल रिसीव करते ही सामने स्क्रीन पर अन्य शातिर पुलिस की वर्दी पहनकर बैठा था।
उनसे मुंबई पुलिस से बताकर कहा कि जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के साथ मनी लान्ड्रिंग केस में आपकी भी संलिप्तता मिली है। करोड़ों रुपये के हेरफेर व लोगों से धोखाधड़ी में आप नरेश के साथ शामिल थे।
उसने आगे कहा कि यदि वह पूछताछ में सपोर्ट नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। शातिरों ने बैंक खाते समेत अन्य महत्वपूर्ण जानकारी ली। योजना के तहत दूसरा शातिर न्यायाधीश बनकर कोर्ट रूम में बैठा था।
उसने संस्थापक नरेश गोयल के नाम का जिक्र करते हुए उनके नाम पर जारी नोटिस दिखाया। इससे वह घबरा गए। अन्य सदस्य ने सीबीआई अधिकारी बनकर बुजुर्ग से कहा कि वह उसे जांच में सहयोग करें और खाते में रकम ट्रांसफर करने का दबाव बनाया।
पीड़ित के मुताबिक, 29 अगस्त को राजेश्वरी एंटरप्राइजेज के खाते में 52 लाख रुपये, अगले दिन दोबारा 30 लाख रुपये और फिर कुछ घंटे बाद 20 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए।
झांसा दिया कि जांच पूरी होने तक दो से तीन दिन में रकम वापस खाते में जमा करा दी जाएगी। लेकिन, 20 दिन बाद भी रकम न मिलने पर ठगी का पता चला।
साइबर क्राइम थाना पुलिस का कहना है कि सेवानिवृत्त प्रोफेसर के खातों से गई करोड़ों की रकम का पता कर रहे हैं। बैंक से भी खातों की जानकारी मांगी है। जल्द ही गिरोह के सदस्यों को पकड़कर पर्दाफाश किया जाएगा।
क्या है नरेश गाेयल का मामला
सितंबर 2023, में ईडी ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को करीब 538 करोड़ रुपये के घोटाले में गिरफ्तार किया था। जांच में केनरा बैंक के साथ घोटाला करने की बात सामने आई थी। इसके बाद ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य उनके नाम का इस्तेमाल शुरू कर लोगों के खाते खाली करने लगे।
पुराने मामले
- 30 अगस्त : बैंक के प्रोजेक्ट मैनेजर राज शर्मा को मनी लाड्रिंग केस में शामिल बताकर 52.50 लाख ठगे
- 16 अगस्त : कासना की लक्ष्मी को नरेश गोयल मनी लांड्रिंग केस में नाम आने पर डर दिखाकर 40 लाख ठगे।
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