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    Polythene Ban: बार‍िश की मस्‍ती में जलभराव से पब्लिक परेशान, प्रतिबंधित पॉलिथीन पर रोक लगाने में प्रशासन नाकाम

    Updated: Fri, 11 Jul 2025 07:13 PM (IST)

    ग्रेटर नोएडा में प्रतिबंधित पॉलिथीन का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है। सब्जी मंडियों और फुटपाथों पर फल विक्रेता खुलेआम पॉलिथीन में सामान बेच रहे हैं। जिला प्रशासन और नगर निकायों की निष्क्रियता के कारण यह समस्या बढ़ रही है। लोग भी घर से थैला नहीं लाते हैं। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही कार्रवाई की जाएगी और लोगों को जागरूक होना चाहिए।

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    पॉलिथीन को मिल रहा हाथों का साथ तो कैसे बने प्रतिबंध की बात। फोटो : जागरण

    गजेंद्र पांडेय, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए लागू प्रतिबंधित पॉलिथीन पर रोक बेअसर साबित हो रही है। बाजारों और फुटपाथों पर लगे सब्जी व फल विक्रेताओं के ठेलों पर दुकानदार खुलेआम प्रतिबंधित पॉलिथीन में सामान पैक कर ग्राहकों को दे रहे हैं।

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    अध‍िकार‍ियों की अनदेखी पड़ रही भारी

    जिला प्रशासन और नगर निकायों के जिम्मेदार अधिकारियों ने इस पर कार्रवाई को पूरी तरह ठप्‍प कर रखा है। इससे यह समस्या बेकाबू हो रही है। इसी बीच बार‍िश के खुशनुमा मौसम में पॉलिथीन के चलते पूरे एनसीआर में जलभराव की समस्‍या भी देखने को मिल रही है। 

    लोग घरों से लेकर नहीं जाते झोला

    जिले में सैकड़ों सब्जी बाजार प्रतिदिन लगते हैं, जहां लाखों दुकानें सब्जियों की बिक्री करती हैं। इन दुकानों पर रोजाना हजारों किलो सब्जियां बिकती हैं। लगभग 90 प्रतिशत खरीदार घर से थैला लाने के बजाय दुकानदारों द्वारा दी गई प्रतिबंधित पॉलिथीन का उपयोग करते हैं। यही स्थिति फलों के ठेलों पर भी दिखती है, जहां आम, केला, संतरा और सेब जैसे फल खरीदने वाले ग्राहक पॉलिथीन में सामान ले जाते हैं। 

    दुकानों में भी यही है हाल

    सब्जी और फल बाजारों के अलावा, किराना, जूते, कपड़े और अन्य दुकानों पर भी प्रतिबंधित पॉलिथीन का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है। दिल्ली और गाजियाबाद से आपूर्ति हो रही यह पॉलिथीन दुकानों से ग्राहकों के हाथों तक पहुंचती है और फिर घरों से कूड़े के ढेर में फेंकी जाती है। यह कूड़ा नालियों में पहुंचकर उन्हें जाम कर देता है। कई जगह लोग कूड़े के साथ पॉलिथीन को जला देते हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता है।

    नहीं होती कार्रवाई 

    पॉलिथीन के उपयोग पर रोक लगाने के लिए कुछ महीने पहले केवल कागजी कार्रवाई की गई थी। इसके बाद कोई ठोस अभियान नहीं चलाया गया। इस लापरवाही के कारण प्रतिबंधित पॉलिथीन का उपयोग हर दुकान तक फैल चुका है। प्रशासन की निष्क्रियता ने इस समस्या को और गंभीर कर दिया है।

    प्रशासन का बयान और जागरूकता की आवश्यकता

    प्रतिबंधित पालीथिन का उपयोग करने वालों के खिलाफ जल्द ही अभियान शुरू किया जाएगा। जिस भी दुकानदार के यहां मिलेगी, जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, लोगों को भी जागरूकता दिखानी चाहिए और घर से सामान खरीदारी के लिए निकलते समय थैला ले जाना चाहिए।

    - विवेक भदौरिया, सिटी मजिस्ट्रेट

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