नोएडा में ऑनलाइन गेम में पांच लाख हारने पर युवक ने रची खुद के अपहरण की कहानी, हिमाचल से मिला
नोएडा में एक युवक ने ऑनलाइन गेम में पांच लाख रुपये हारने के बाद अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाई। उसने परिवार से 20 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी। पुलिस ने उसे हिमाचल प्रदेश के सोलन से ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि उसने कर्ज चुकाने और मौज-मस्ती करने के लिए यह योजना बनाई थी।

जागरण संवाददाता, नोएडा। कासगंज से अपने जीजा के घर नोएडा आया और 21 सितंबर को लापता युवक ने खुद ही अपने अपहरण की कहानी रची थी। आनलाइन गेम में पांच लाख रुपये हारने से हुए कर्ज को चुकाने के लिए झूठी योजना बनाई थी। वह हिमाचल में पहले नौकरी करने वाली जगह जाकर छिप गया था।
स्वजन को अपने ही मोबाइल से मैसेज भेजकर 20 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी थी। नोएडा फेज दो थाना पुलिस ने सोलन से युवक को सकुशल बरामद कर जेल भेज दिया। उससे पांच एटीएम, एक आधार कार्ड व एक मोबाइल मिला।
कासगंज के नगला करन गांव के शिवम का बड़ा भाई आशाराम 13 सितंबर को घर से नोएडा नयागांव में रहने वाले जीजा के घर आया था। नोएडा से 17 सितंबर को घर जाने की बात कहकर निकला था। आशाराम ने अंतिम बार जीजा को फोन कर दादरी बस अड्डे से बस लेना बताया, लेकिन वह अगले दिन भी घर नहीं पहुंचा था।
खोजबीन करने के दौरान 21 सितंबर को शिवम के पास आशाराम के मोबाइल से वाट्सएप मैसेज और एक फोटो आया। फोटो में आशाराम के हाथ-पैर बंधे और मुंह पर रूमाल बंधा था। 20 लाख रुपये देने की मांग थी। शिवम ने डरकर पांच हजार रुपये भेज दिए। कासगंज पुलिस ने शिवम को नोएडा भेज दिया। 24 सितंबर को शिवम को फेज दो थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने जांच की तो आशाराम के जीजा को फोन दिल्ली से करने और अंतिम लोकेशन हिमाचल प्रदेश के सोलन में मिली। टीम ने वहां पहुंच खोजबीन शुरू की। स्वजन ने बताया कि यहां से 60 किलोमीटर दूर बद्दी गांव में आशाराम पहले नौकरी करता था। पुलिस ने वहां जाकर आशाराम के फोटो की मदद से पूछताछ की।
बंधक बने फोटो में दिखी टाइल्स के बारे में स्थानीय लोगों ने कुछ अहम बात बताई। इससे पुलिस 40 कमरों की तीन मंजिला बिल्डिंग में पहुंच गई। जहां से फोटो भेजा गया था। बिल्डिंग में आशाराम किराये पर कमरा लेकर रहता था। पुलिस ने उसे दबोच लिया।
जानकार की मदद से खिंचावाया था फोटो
सीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि आशाराम आनलाइन गेम खेलता है और उसमे रकम भी लगाता है। उसने मजबूरी बताकर अपने दोस्तों से करीब पांच लाख रुपये उधार हो गए। वह रकम को गेम में हार गया। दोस्तों के तकाजा करने पर उसने खुद के अपहरण की योजना बनाई।
उसको पता था कि स्वजन के पास गांव में छह बीघा जमीन है। वह उसको बेचकर 20 लाख रुपये दे देंगे। उधारी चुका देगा। शेष रकम से मौज-मस्ती करेगा। उधर, उसने खुद को बंधक बनाने का फोटो एक जानकार की मदद से खींचा था। जानकार को बताया था कि गर्लफ्रेंड और स्वजन को डराने के लिए फोटो भेजेगा।
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