Noida: परिषदीय स्कूलों में सरल एप से एग्जाम कराने के दावे हो रहे फेल, सितंबर में होनी थी त्रिमासिक परीक्षा
बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने बताया कि छमाही परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी गई है। शिक्षकों ने छमाही परीक्षा में पूछे जाने वाले सभी विषयों का पाठयक्रम पूरा करा दिया गया है। कक्षा एक से तीन तक के छात्रों का शिक्षक मूल्यांकन भी कर रहे है।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। परिषदीय स्कूल के छात्रों के भविष्य के साथ बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से मौजूदा सत्र में खिलवाड़ किया जा रहा है। शैक्षिक सत्र 2022-23 में समय से छात्रों को किताबें मुहैया नहीं हो पाई। जैसे तैसे सितंबर के अंत तक छात्रों को किताबें मिल पाई। आधे से अधिक शैक्षिक सत्र बीतने को आया है, लेकिन त्रिमासिक परीक्षा का कार्यक्रम अभी तक जारी नहीं हुआ है।
दो मंडलों में होना था परीक्षा का आयोजन
त्रिमासिक परीक्षा सितंबर में प्रस्तावित थी। हर साल छमाही परीक्षा नवंबर के पहले सप्ताह में प्रस्तावित होती है, लेकिन इस बार उसका भी कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। बता दें परिषद की ओर से पहली बार परिषदीय स्कूलों के छात्रों की सरल एप के माध्यम से ओएमआर शीट पर परीक्षा होनी हैं। अक्टूबर माह में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दो मंडलों में परीक्षा का आयोजन होना था।
लखनऊ मंडल के जिलों में सरल एप के माध्यम से ओएमआर शीट पर परीक्षा कराई गई। उसका भी परिणाम सकारात्मक नहीं आ पाया। कई जिलों से परीक्षा के दिन सर्वर डाउन हो गया। शिक्षकों को परीक्षा कराने में काफी परेशानी हुई। वहीं अयोध्या मंडल में भी परीक्षा प्रस्तावित थी, लेकिन दीपोत्सव के कारण परीक्षा को आगे बढ़ा दिया गया।
उसकी भी अगली तारीख अभी तक नहीं आई है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दो मंडलों को त्रिमासिक परीक्षा के लिए चुना गया था। इन दोनों मंडलों के बाद प्रदेश के अन्य मंडलों में परीक्षा का आयोजन होना था, लेकिन अभी तक एक ही मंडल में परीक्षा का आयोजन हो पाया है। सरल एप से परीक्षा कराने के बेसिक शिक्षा विभाग के दावे फेल साबित हो रहे हैं।
प्रदेश के हर जिले में होनी थी परीक्षा
विभाग की ओर से कहा गया था कि अक्टूबर के अंत तक प्रदेश के हर जिले में परीक्षा संपन्न करा ली जाएगी। अक्टूबर माह के समाप्त होने में दो दिन बचे है और एक ही मंडल में परीक्षा का आयोजन कराया जा सका है। जिले के 511 परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत लगभग एक लाख छात्र परीक्षा का इंतजार कर रहे है। शिक्षकों ने छमाही परीक्षा में आने वाले पाठ्यक्रम को पूरा करा दिया हैं। समय से परीक्षा का आयोजन नहीं होने से मौजूदा सत्र में छात्रों की स्थिति का मूल्यांकन होने में परेशानी हो रही है।
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