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    अब फायर की घटनाओं पर लगेगी लगाम? ये अलार्म सिस्टम बता देगा किस फ्लैट में कहां लगी है आग

    By Jagran NewsEdited By: Monu Kumar Jha
    Updated: Sat, 12 Jul 2025 12:43 PM (IST)

    Fire Alarm System ग्रेटर नोएडा में एड्रेसेबल फायर अलार्म सिस्टम आग लगने की सटीक जानकारी देता है। यह सेंसर से लैस है जो बिजली के उपकरणों को बंद कर देता है और मोबाइल पर अलर्ट भेजता है। फायर एंड सेफ्टी एक्सपो में प्रदर्शित यह सिस्टम इमारतों और हवाई अड्डों के लिए कारगर है। इसमें लूप और स्मोक डिटेक्टर हैं जो आग लगने पर तुरंत प्रतिक्रिया करते हैं।

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    एड्रेसेबल फायर अलार्म सिस्टम बता देगा बिल्डिंग के किस फ्लैट में कहां पर लगी आग। फाइल फोटो

    गजेंद्र पांडेय, ग्रेटर नोएडा।Addressable Fire Alarm System: बिल्डिंग में किस स्थान पर आग लगी है, एड्रेसेबल फायर अलार्म सिस्टम सटीक जानकारी देगा। अलार्म में लगा सेंसर स्वत: ही बिल्डिंग में बिजली से संचालित उपकरण भी ऑफ कर देगा। आग लगने का मैसेज भी डिवाइस से कनेक्ट मोबाइल पर भेज देगा। ऐसे में घटना की जानकारी मिलते ही जल्द आग पर काबू पाया जा सकेगा।

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    इससे जानमाल के नुकसान को बचाया जा सकता है। एक्सपो मार्ट में आयोजित फायर एंड सेफ्टी एक्सपो में गाजियाबाद की नित्सुई इंडिया कंपनी ने भी अपने उपकरणों को प्रदर्शित किया। इन्हीं में से एक उपकरण है एड्रेसेबल फायर अलार्म सिस्टम। यह सिस्टम कॉमर्शियल भवनों, बहुमंजिला इमारतों और एयरपोर्ट आदि में होने वाली आग की घटनाओं की समय रहते जानकारी देने में काफी कारगर है।

    एड्रेसेबल अलार्म सिस्टम को जिस भवन में लगाया जाता है, उसकी पूरी डिटेल दर्ज कर दी जाती है। जैसे कितने क्षेत्र में भवन बना है, कितनी मंजिल का है, कितने फ्लैट हैं। फ्लैट के अंदर बिजली से चलने वाले कितने उपकरण और कहां-कहां पर लगे हैं। पानी की उपलब्धता कहां-कहां पर है, आदि की पूरी जानकारी दर्ज होती है।

    एक अलार्म सिस्टम में पांच लूप होते हैं। एक लूप में 250 स्मोक डिटेक्टर डिवाइस होती हैं। पूरी बिल्डिंग में हर तीन मीटर की दूरी पर स्मोक डिटेक्टर डिवाइस लगा दी जाती है। ऐसे में पूरी बिल्डिंग में किसी भी स्थान पर शॉर्ट-सर्किट या अन्य कारणों से आग लगते ही स्मोक डिटेक्टर के माध्यम से सिग्नल एड्रेसेबल अलार्म तक पहुंचता है।

    अलार्म बजने के साथ ही उसमें लगे सेंसर के माध्यम से बिजली से संचालित सभी उपकरण स्वत: आफ हो जाते हैं। इसके साथ ही संबंधित के मोबाइल में जो कि पहले से ही अलार्म सिस्टम से कनेक्ट होता है, आग लगने का मैसेज पहुंच जाएगा।

    मैसेज में सटीक जानकारी मिलेगी कि किस फ्लोर के कौन से फ्लैट में किस स्थान पर आग लगी है। जानकारी मिलने से समय रहते आग पर काबू पाया जा सकेगा। कंपनी के सेल्स हेड निशांत त्यागी का दावा है कि इन अलार्म की बिल्डर्स, एयरपोर्ट समेत कई नामी कंपनियां ऑर्डर कर रही हैं।