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    SSC परीक्षा फर्जीवाड़ा मामले में लखनऊ STF को बड़ी सफलता, 11 शातिर युवकों में से पांच गिरफ्तार

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 08:15 PM (IST)

    लखनऊ एसटीएफ ने नोएडा के फेज 2 थाना क्षेत्र से पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। ये युवक एसएससी परीक्षा में एक दिव्यांग अभ्यर्थी की मदद कर रहे थे। एसएससी सीजीएल परीक्षा में 11 युवक दिव्यांगों के मददगार बनकर सेक्टर 80 स्थित आदर्श परीक्षा केंद्र में फर्जीवाड़ा करके घुसे थे। सभी बीए और बीटेक डिग्रीधारी थे और मददगार बनकर परीक्षा केंद्र तक पहुंचने की साजिश रची थी।

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    लखनऊ एसटीएफ ने नोएडा के फेज 2 थाना क्षेत्र से पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नोएडा। दिव्यांग प्रमाणपत्र में फर्जीवाड़ा कर नौकरी लगवाने के मामले देश-प्रदेश में पहले भी आ चुके हैं, लेकिन एसएससी सीजीएल परीक्षा के आवेदन में दिव्यांग प्रमाणपत्र से फर्जीवाड़ा कर और बीटेक पास राइटर की मदद से पास करवाने वाले गिरोह का खेल उजागर हुआ है।

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    लखनऊ एसटीएफ ने नोएडा सेक्टर 80 स्थित आदर्श परीक्षा केंद्र से सरगना समेत परीक्षार्थी, राइटर व केंद्र स्टाफ समेत 11 शातिरों को गिरफ्तार किया। इनसे नकदी व सीएमओ की मुहर लगे प्रमाणपत्र आदि दस्तावेज बरामद हुए।

    फर्जीवाड़े में केंद्र पर आधारभूत सुविधा देने वाली कंपनी का केंद्र प्रभारी व सहायक प्रबंधक की मिलीभगत मिली है। सरगना मध्यप्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल का बेटा है। वह केंद्र प्रबंधन से जुड़कर स्टाफ उपलब्ध कराने के एवज में सेंधमारी कर रहा था। एसटीएफ उपनिरीक्षक जावेद आलम सिद्दकी ने फेज दो थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

    एसएससी सीजीएल की परीक्षा का केंद्र नोएडा सेक्टर 80 स्थित आदर्श परीक्षा केंद्र पर भी आयोजित हो रही है। यहां परीक्षा कराने का जिम्मा ईडूक्यूटी और आधारभूत सुविधा उपलब्ध कराने का जिम्मा इनोवेटिव व्यू प्राइवेट कंपनी प्रबंधन के पास है।

    मध्य प्रदेश इंदौर 15वी बटालियन महेशगार्ड लाइन का रहने वाला सागर पांडेय ईडूक्यूटी कंपनी प्रबंधन से जुड़कर इनविजिलेटर और इनोवेटिव व्यू प्राइवेट कंपनी के केंद्र प्रभारी गाजियाबाद गोविंदपुरम के रोहित कुमार सिंह व दिल्ली सरिता विहार सहायक प्रबंधक नरेंद्र कुमार संग मिलकर दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए लेखक उपलब्ध कराता है। इसके एवज में बीटेक पास लेखक देता था।

    परीक्षार्थियों से साठगांठ कर फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाकर आवेदन कराता था। खुद के केंद्र प्रभारी व इनविजिलेटर होने से प्रवेश करने से लेकर पेपर साॅल्व कराने में कोई दिक्कत नहीं आती थी। 12 सितंबर से 19 सितंबर तक कई परीक्षार्थियों के पेपर साॅल्व करा चुके हैं।

    इसकी जानकारी लखनऊ एसटीएफ टीम को लगी तो उन्होंने शुक्रवार को सेक्टर 80 केंद्र से बेगुसराय मुगेंरीगंज के परीक्षार्थी अमित कुमार, इंदौर शिवराम कालोनी के चेतन शर्मा व मध्यप्रदेश मंदसौर के गावललोध गांव के बसंती लाल, रोहित व नरेंद्र को दबोचा।

    इनकी मदद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित गौर सिटी टावर व नोएडा सेक्टर 121 स्थित टाउन हाउस होटल से सागर पांडेय व उसके साथी वैशाली बिहार के विराट कुमार, चंदौली बिरना गांव के दुर्गेश कुमार, मीरजापुर के करनपुर गांव के जय प्रकाश मौर्या, झांसी गुरसराय गांव के सरवन कुमार व मुसकुरा गांव के शरद यादव को भी गिरफ्तार किया।

    एसटीएफ सीओ प्रमेश कुमार शुक्ल ने बताया कि पूछताछ में पता चला है गिरोह का सरगना सागर पांडेय है। वह परीक्षार्थियों के 50 हजार रुपये में फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाकर देता है। डेढ़ से दो लाख रुपये में साॅल्वर देता है।

    परीक्षा केंद्र से जुड़ा होने के चलते पढ़े लिखे लेखक व सहयोगी स्टाफ उपलब्ध कराता है। इसके एवज में आर्थिक लाभ कमाता है। इसमें केंद्र प्रभारी व स्टाफ सहयोग करता है। उधर, साॅल्वर को परीक्षा में शामिल होने पर प्रति घंटे 10 हजार रुपये व तीन हजार रुपये अलग से प्रतिदिन देता है।

    यह सामान हुआ बरामद 

    आरोपियों से 16 फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र, 13 मोबाइल, तीन वोटर आईडी कार्ड, एक डीएल, तीन पैन कार्ड व 14.75 लाख रुपये बरामद हुए।

    बीटेक व बीए, बीएससी पास

    सागर बीएससी, विराट, सरवन, शरद व दुर्गेश बीए, चेतन, व बसंती ला बीटेक जयप्रकाश 12वीं, अमित एमएससी पास हैं।

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