Noida International Airport: TATA ने शुरू किया टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण, एयरपोर्ट में अब तक क्या-क्या बना?
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) की टर्मिनल बिल्डिंग (Terminal Building) और सपोर्ट बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। एयर ...और पढ़ें

नोएडा [अरविंद मिश्रा]। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) की टर्मिनल बिल्डिंग (Terminal Building) और सपोर्ट बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। एयरपोर्ट की शुरुआती बिजली जरूरत को पूरा करने के लिए साइट पर 11 केवी क्षमता का सब स्टेशन तैयार हो चुका है।
एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की निगरानी के लिए नियुक्त की गई एजेंसी इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (नियाल) के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह को अपनी पहली मासिक रिपोर्ट सौंपी है।
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Tata ने शुरू किया निर्माण कार्य
देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने निर्माण कार्य की जिम्मेदारी टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (Tata Projects Limited) को सौंपी है। टाटा प्रोजेक्ट्स ने एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग व सपोर्ट बिल्डिंग का निर्माण शुरू कर दिया है।
सब स्टेशन तैयार, चारदीवारी का काम लगभग पूरा
सब स्टेशन भी बनकर तैयार हो चुका है। एयरपोर्ट की चारदीवारी का काम भी लगभग पूरा हो गया है। नियाल सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड ने एयरपोर्ट की प्रगति पर अपनी मासिक रिपोर्ट सौंप दी है।
अगले माह तक मिलेगा एक्सप्लोसिव लाइसेंस
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अगले माह तक एक्सप्लोसिव के उपयोग का लाइसेंस मिलने की उम्मीद है। एयरपोर्ट पर ईंधन का भंडारण होगा। इसके लिए एक्सप्लोसिव लाइसेंस होना जरूरी है। विकासकर्ता कंपनी लाइसेंस के लिए जरूरी प्रक्रिया पूरी करने में जुटी है।
29 सितंबर 2024 तक पूरा होना है निर्माण कार्य
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य विकासकर्ता कंपनी को 29 सितंबर 2024 तक पूरा करना होगा। कंपनी के साथ हुए करार में यह शर्त शामिल है। अगर निर्माण कार्य तय समय सीमा में नहीं होता है तो प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना देना होगा।
पहले चरण में 1334 हेक्टेयर में एयरपोर्ट का निर्माण कार्य हो रहा है। इसमें टर्मिनल बिल्डिंग, एक रनवे, एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर, सड़क समेत अन्य आंतरिक ढांचागत सुविधाओं शामिल हैं।
प्रतीक्षा क्षेत्र (Airport Waiting Area) में कुल यात्री क्षमता के तीस प्रतिशत बैठने की व्यवस्था
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यात्री प्रतीक्षा क्षेत्र में कुल क्षमता के तीस प्रतिशत सीट की व्यवस्था होगी। शुरुआत में एक करोड़ बीस लाख यात्री सालाना एयरपोर्ट का उपयोग करेंगे। टर्मिनल वन को तीन करोड़ सालाना यात्री क्षमता के हिसाब से बनाया जाएगा। एयरपोर्ट को पूरी तरह से कार्बन उत्सर्जन मुक्त व डिजिटल बनाया जाएगा।

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