नोएडा से पकड़े गए आतंकी को लेकर नया खुलासा, अब पबजी गेम वाला एंगल आया सामने
नोएडा के छिजारसी से एटीएस ने जीशान नामक एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया है। उस पर पबजी गेम के माध्यम से अलकायदा मॉड्यूल से जुड़े होने का संदेह है। जांच में पता चला है कि वह पहले पबजी का आदी था और बाद में देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गया। एटीएस और अन्य जांच एजेंसियां मामले की गहराई से छानबीन कर रही हैं।

मुनीश शर्मा, नोएडा। नोएडा के छिजारसी से मोबाइल की दुकान से एटीएस ने पकड़ा आतंकवादी जीशान पबजी गेम के नेटवर्क से अलकायदा माड्यूल के संपर्क में होने की आशंका है। एटीएस टीम करीब दो माह के प्रयास के बाद जीशान तक पहुंची।
दुकान पर धावा बोलने से स्थानीय लोगों को जीशान के देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का पता चला। यहां तक कि नोएडा के बहलोलपुर गांव में किराये पर मकान दिलाने वाले मेरठ के दो जानकार भी हैरान हैं।
स्थानीय होने के नाते उसकी मदद करना बताया है। सभी का यही कहना है कि वह अधिकांश समय पबजी गेम खेलता था और किसी से भी ज्यादा बात नहीं करता था, लेकिन हाजिर जवाबी था। उधर, एटीएस समेत जांच एजेंसी की जांच जारी है।
मूल रूप से मेरठ किठौर के ललियाना गांव का रहने वाले जीशान के पिता आसिफ अली के मुताबिक जीशान मेरठ में नवोदय विद्यालय में आठवीं तक पढ़ा है। वह चार भाईयों में सबसे छोटा है। वह गलत संगत में पड़कर दिन-रात पबजी गेम खेलता था।
सट्टेबाजी में हाथ अजमाने पर कर्जदार हुआ तो स्वजन ने पिछले साल बेदखल कर घर से निकाल दिया था। उसने कुछ समय जानकाराें के पास व्यतीत किया। मेरठ के अपने एक दोस्त मोनिश ने बहलोलपुर में मोबाइल पार्ट्स का काम करने वाले शोएब से संपर्क कराया था।
उसकी मदद से फरवरी 2025 में बहलोलपुर में किराये पर कमरा ले लिया था। छिजारसी में सैनिक कम्युनिकेशन के पास काम सीखने के बहाने दुकान पर जाकर बैठ जाता था। यहां के वाइफाइ का प्रयोग पबजी खेलने में करता था। मकान मालिक राकेश ने बताया कि आइडी लेने के बाद ही कमरा दिया था।
कमरे पर देर रात को पहुंचने और किराया नहीं देने से मई में मकान मालिक ने कमरा खाली करा लिया था। वह कमरे पर ताला भी नहीं लगाता था। उसके कमरे में गद्दा, गैस-चूल्हा, कुछ बर्तन व पानी की खाली बोतल मिलीं।
आसपास की दुकान से नहीं खरीदता था सामान
बहलोलपुर में जिस बिल्डिंग में जीशान रहता था। वहां के लोगों का कहना है कि उसको आते जाते तो देखते थे, लेकिन वह किसी से ज्यादा वास्ता नहीं रखता था। बिल्डिंग में और उसके सामने दुकान करने वाले दुकानदारों ने बताया कि जीशान उनसे कोई सामान नहीं खरीदता था।
मोबाइल से मिल सकते हैं अहम सुराग
पुलिस के मुताबिक एटीएस ने जीशान काे पकड़ने के दौरान उसका और उसके दुकान मालिक असद का मोबाइल भी जब्त किया था। जीशान के मोबाइल से अहम सुराग मिलने की संभावना जताई जा रही है।
उधर, टीम ने मौके से जीशान, असद के अलावा एक अन्य मोबाइल दुकानदार को भी उठाया था। टीम के पहुंचने से पहले तीनों दिल्ली सामान खरीदने के लिए निकलने वाले थे।
वीडियो गेम से संवाद के मिल चुके हैं इनपुट
सुरक्षा विश्लेषण से लेकर जांच एजेंसी तक आतंवादियों के वीडियो गेम से संवाद करने इनपुट दे चुके हैं। आतंकवादी बिना पहचाने संवाद करने के लिए वीडियो गेम नेटवर्क का उपयोग करते रहे हैं।
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