एयरो ड्राेम लाइसेंस के लिए डीजीसीए का सर्वे शुरू, उद्घाटन के 15 दिन में नोएडा एयरपोर्ट से शुरू होगी सेवा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन की तैयारी तेज़ी से चल रही है। 30 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो से स्वीकृति मिल चुकी है अब डीजीसीए एयरोड्रम लाइसेंस के लिए सर्वे कर रहा है। उम्मीद है कि उद्घाटन के 15 दिनों के भीतर विमान सेवा शुरू हो जाएगी जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी। पार्किंग शुल्क भी दिल्ली एयरपोर्ट से कम होगा।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लोकार्पण के साथ ही देश के कुछ शहरों के लिए विमान सेवा शुरू करने की योजना है। एयरपोर्ट की विकासकर्ता एवं संचालक कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. उद्घाटन के दिन से ही विमान सेवा शुरू करने के लिए प्रयास में जुटी है।
एयरपोर्ट के उद्घाटन की तैयारी भी गति पकड़ने लगी हैं। एयरपोर्ट परिसर में प्रधानमंत्री की जनसभा के लिए तीन चार जगहों को मंगलवार को पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी मेधा रूपम, यीडा सीईओ राकेश कुमार सिंह, नियाल नोडल अफसर शैलेंद्र भाटिया ने चिह्नित किया।
केंद्रीय एजेंसियों की स्वीकृति से एक स्थल को कार्यक्रम के लिए फाइनल किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 अक्टूबर को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे।
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने उद्घाटन के 45 दिनों में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से घरेलू यात्री विमान सेवा व कार्गो सेवा शुरू करने की घोषणा की थी, लेकिन पंद्रह नवंबर या उससे पहले ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यात्री विमान सेवा शुरू हो जाएगी।
नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो पंद्रह सितंबर को ही एयरपोर्ट को सुरक्षा संबंधी स्वीकृति दे चुका है, लेकिन विमान सेवा शुरू करने के लिए महानिदेशालय नागर विमानन से एयरो ड्रोम लाइसेंस की अनिवार्यता है। डीजीसीए ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। डीजीसीए के अधिकारी एवं कर्मचारी एयरो ड्राेम लाइसेंस के लिए सर्वे कर रहे हैं।
मंगलवार को भी डीजीसीए की टीम सर्वे के लिए नोएडा एयरपोर्ट पहुंची। अधिकारियों का कहना है कि उद्घाटन के 15 दिन के अंदर विमान सेवा शुरू करने का प्रयास है। शुरुआत में देश के कुछ शहरों के लिए विमान सेवा शुरू की जाएगी। धीरे-धीरे विमान सेवा का विस्तार किया जाएगा।
शुरुआत में कार्गो सेवा भी घरेलू होगी। अधिकारियोंं के मुताबिक एयरपोर्ट पर विमानों का पार्किंग शुल्क दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट की तुलना में कम है। विमानन कंपनी योजना तैयार कर रही है कि विमानों का रात्रि पड़ाव नोएडा एयरपोर्ट हो। इससे विमान पार्किंग में शुल्क की बचत का फायदा उन्हें मिल सकेगा।
प्रतिदिन डेढ़ सौ से अधिक फ्लाइट उतरेंगी एयरपोर्ट पर
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की क्षमता एक रनवे के साथ 1.2 करोड़ यात्री सालाना होगी। शुरुआत में सालाना छह करोड़ यात्री यहां से सफर करेंगे। 1.2 करोड़ यात्री सालाना के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपाेर्ट के रनवे पर प्रतिदिन डेढ़ सौ से अधिक विमान उतरेंगे।
फाल्स सीलिंग लगाने का काम पंद्रह दिनों में हो जाएगा पूरा
एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग में फाल्स सीलिंग लगाने का काम चल रहा है। अधिकारियों का दावा है कि इसे अगले पंद्रह दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए भी उपकरण लगाने का काम अंतिम चरण में है।
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