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    Noida Airport के निर्माण में हो रही देरी, आ गई नई टाइम लाइन; अब इस तारीख से हो जाएगा परिचालन शुरू

    नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण को पूरा करने के लिए मुख्य सचिव ने 30 जून तक की नई समय सीमा तय की है। हवाई अड्डे के सभी कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए अतिरिक्त कामगार लगाए जाएंगे। सुरक्षा मानकों की जांच के लिए 10 मई को डीजीसीए की टीम दौरा करेगी। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम अस्थाई रूप से किया जाएगा।

    By Arvind Mishra Edited By: Sonu Suman Updated: Fri, 02 May 2025 06:30 AM (IST)
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    नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण पूरा करने की नई टाइम लाइन तय।

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण पूरा करने के लिए नई टाइम लाइन तय कर दी है। 30 जून तक एयरपोर्ट के सभी कार्य पूरा हो जाएंगे। इसके लिए दो हजार कामगार अतिरिक्त लगाए जाएंगे। केवल सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम शेष रह जाएगा। इन दोनों का निर्माण पूरा होने तक अस्थाई व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं, ताकि एयरपोर्ट से विमान सेवाओं का संचालन जल्द से जल्द शुरू हो सके।

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    सुरक्षा समेत सभी मानकों की जांच के लिए 10 मई को नागर विमानन महानिदेशालय, ब्यूरो आफ सिविल एविएशन सेफ्टी और भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण की टीम दौरा करेगी। इसके आधार पर ही एयरपोर्ट को एयरोड्रोम लाइसेंस जारी होगा। अगर सब कुछ टीक रहा तो 15 मई तक लाइसेंस मिल सकता है।

    नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य लगातार पिछड़ रहा है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. के साथ हुए अनुबंध के तहत 29 सितंबर 2024 को निर्माण कार्य पूरा होना था, लेकिन निर्माण कार्य पूरा न होने के कारण पहले दिसंबर उसके बाद अप्रैल तक लगातार समय विस्तार दिया जा रहा है।

    कार्य पूरी करने की समय सीमा को 30 जून तक बढ़ा दिया

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 मार्च को एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी, निर्माण कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्गो व घरेलू टर्मिनल का निर्माण कार्य 15 मई व इंटरनेशनल टर्मिनल का काम 15 जून तक पूरा कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन मुख्य सचिव के बुधवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक के बाद कार्य पूरी करने की समय सीमा को 30 जून तक बढ़ा दिया है।

    एस्केलेटर, लिफ्ट, बैगेज हैंडलिंग सिस्टम लगाने का काम पूरा हो चुका

    नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि कार्गो टर्मिनल और घरेलू टर्मिनल पूरी तरह तैयार है। इंटरनेशनल टर्मिनल में रूफ टेक्सटाइल लगाने का काम हो रहा है। इसे 30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा। यह कपड़ा आग से आदि बचाव के लिए लगाया जाता है। इसे इटली से मंगाया गया है। मुंबई में इसकी सिलाई का काम हो रहा है। टर्मिनल में टाइल्स, लाइटिंग समेत अन्य कार्य हो चुके हैं। एस्केलेटर, लिफ्ट, बैगेज हैंडलिंग सिस्टम लगाने का काम पूरा हो चुका है। सभी 10 एयरो ब्रिज लगा दिए गए हैं।

    टर्मिनल बिल्डिंग में गेट नंबर व जन सुविधाओं से संबंधित साइनेट बोर्ड लगा दिए गए हैं। फसाड आदि का काम अस्सी प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। रनवे, एप्रैन (विमान खड़े करने की जगह) तैयार हो गए हैं। भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर पर उपकरण लगाने का काम पूरा कर लिया है।

    10 मई को डीजीसीए की टीम करेगी निरीक्षण

    एयरपोर्ट का संचालन शुरू करने से पहले सुरक्षा समेत सभी मानकों की जांच पूरी करने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय, ब्यूरो आफ सिविल एविएशन सेफ्टी व भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण की टीम निरीक्षण करेगी और स्थापित किए गए उपकरणों की जांच करेगी। इसके अतिरिक्त बम निरोधक, विमान हाइजैक निरोधक प्लान समेत अन्य सुरक्षा प्लान की जांच की जाएगी।

    मार्च के पहले सप्ताह में एयरपोर्ट का निरीक्षण कर अपने सुझाव दिए

    डीजीसीए और बीसीएएस की टीम ने मार्च के पहले सप्ताह में एयरपोर्ट का निरीक्षण कर अपने सुझाव दिए थे। इन सुझावों पर हुए कार्यों की जांच इस निरीक्षण में की जाएगी। इसके अलावा एयरपोर्ट का संचालन शुरू करने के लिए मार्च में एपीआइ पब्लिकेशन किया गया था, इसके जरिये दुनिया भर के एयरपोर्ट एयरलाइंस को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तकनीकी जानकारी साझा की गई थी।

    एपीआई पब्लिकेशन के 70 दिन बाद ही एयरोड्रोम लाइसेंस जारी हो सकता है। मई में एयरपोर्ट को एयरोड्राेम लाइसेंस मिलने की उम्मीद है। इसके बाद एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू हो सकेगी। हालांकि एयरपोर्ट के उद्घाटन का तिथि मुख्यमंत्री स्तर से तय होगी। 30 जून के बाद एयरपोर्ट का संचालन शुरू हो सकता है।

    वाटर ट्रीटमेंट प्लांट व सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम पिछड़ा

    एयरपोर्ट संचालन के लिए महत्वपूर्ण वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम अभी काफी पीछे हैं। अधिकारियों के मुताबिक ठेकेदारों के बीच में काम छोड़ने के कारण इसमें विलंब हो गया है। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेसवे से टर्मिनल बिल्डिंग को जोड़ने के लिए परिसर में सड़क का निर्माण भी अभी अधूरा है। मुख्य सचिव ने ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा होने का अस्थाई व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। परिसर में दो जलाश्य बनाए गए हैं। इसमें अतिरिक्त पानी एकत्र होगा, इसे बाद में पथवाया नाले में निस्तारित किया जाएगा। निगरानी टावर का काम तकरीबन पूरा हो चुका है।

    पथवाया नाले की तकनीकी खामी होगी दूर

    एयरपोर्ट के कारण पथवाया नाले का कुछ हिस्सा स्थानांतरित किया गया था, लेकिन इसमें तकनीकी खामी होने व निर्माण की गई पुलिया के कारण जल निकासी में अवरोध के कारण एयरपोर्ट व यीडा के सेक्टरों में मानसून के दौरान जल भराव हो गया था। इसके समाधान के लिए सिंचाई विभाग तकनीकी खामी को दूर करेगा। विभाग इसके लिए जल्द ही बजट आवंटित करेगा।

    दो हजार अतिरिक्त कामगार लगाए जाएंगे

    एयरपोर्ट के निर्माण में अभी साढ़े छह हजार कामगार हैं, पहले आठ हजार से अधिक कामगार लगाए गए थे, लेकिन फसल की कटाई के कारण काफी संख्या में कामगार वहां से रवाना हो चुके हैं। इससे केबल बिछाने, लाइट आदि लगाने एवं उपकरणों की तकनीकी जांच में दिक्कत हो रही है। इसकी भरपाई के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स कोलकाता समेत अपने अन्य प्रोजेक्ट से करीब दो हजार कर्मचारियों को नोएडा एयरपोर्ट पर तैनात करेगी, ताकि 30 जून तक काम पूरा हो सके।

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