Mumbai Scare: बदायूं के पते पर खरीदे सिम से दी गई थी धमकी, दोस्त को फंसाने के लिए बनाया था प्लान
मुंबई को बम से उड़ाने की धमकी की जांच में नोएडा कनेक्शन सामने आया। धमकी देने के लिए इस्तेमाल किया गया सिम कार्ड नोएडा से प्राप्त किया गया था जिसे आरोपी ने अपने एक जानकार के नाम पर लिया था। पुलिस के अनुसार धमकी का मकसद केवल दहशत फैलाना था। आरोपी ने गणेश विसर्जन के दौरान दहशत फैलाने की साजिश रची थी।

मुनीश शर्मा, नोएडा। दो दिन पहले मुंबई को 400 किलो आरडीएक्स से दहलाने की धमकी महज भय व्याप्त करने वाली साबित हुई। धमकी का उद्देश्य दोस्त से बदला लेना निकला। धमकी की योजना बनाने वाले शातिर ने इसके लिए अपने जानकार का मोबाइल व सिम का प्रयोग किया था।
सिम उत्तर प्रदेश के बदायूं के दातागंज के स्थाई और दिल्ली रोहड़ी के अस्थाई पते पर लिए गया था। इसी सिम से वाट्सएप चलााया गया था। इसके वाट्एस के मैसेज ही 34 ह्यूमन बम लगाने की बात कही गई थी।
मैसेज मिलने से मच गया हड़कंप
गणेश मूर्ति विसर्जन महराष्ट्र के बड़े आयोजनों में से एक माना जाता है। शातिर ने इसी अवसर का फायदा उठाया। मुंबई के लोगों में दहशत फैलाने के लिए एकाएक योजना बना डाली। फिर क्या था अपने जानकार अंकित का मोबाइल ले लिया। उसके वाट्सएप से दहशत भरा मैसेज भेज दिया।
अंनत चर्तुथी पर एक करोड़ मौतें होने का मैसेज मिलने से एकाएक हड़कंप मच गया। 21 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों के पेशानी पर बल पड़ गए। जिसने भी धमकी के बारे में सुना। वह ही सन्न रह गया। हालांकि पुलिस ने लोगों से पैनिक नहीं होने की अपील की। मैसेज को अफवाह मानने पर ही जोर दिया। यह सच भी साबित हुआ। शांतिपूर्ण तरीके से विसर्जन किया गया। दहशत फैलाने वाले आरोपितों के जेल जाना पड़ा।
शाहरूख को भी मिली थी नोएडा से धमकी
फिल्म अभिनेता सलमान खान और एनसीपी नेता जीशान सिद्दकी को धमकी देने के आरोपित कारपेंटर मोहम्मद तैयब को मुंबई पुलिस ने 29 अक्टूबर 2024 को सेक्टर-39 थाना क्षेत्र के सेक्टर-92 से गिरफ्तार किया था।
मुंबई पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर उसे अपने साथ ले गई थी। धमकी के बाद लोकेशन नोएडा मिलने पर आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ा था। वह बरेली के गुडिया हाफिज थाना भोजीपुर का रहने वाला है।
वह दिल्ली जाफराबाद कर्दमपुरी में चाचा संग रहता था। धमकी देने के पीछे मकसद सलमान और जीशान को डराकर और पैसा कमाना था। उधर, पूर्व में कई बार नोएडा के स्कूल और माल को उड़ाने की धमकी मिल चुकी है।
आखिर क्यों दी जा रही धमकी?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर दहशत फैलाने वाली धमकी क्यों दी जा रही हैं। इससे लोगों में दहशत तो फैलती है। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को भी चुनौती मिलती है। पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने बताया कि इसके पीछे शातिरों का केवल और केवल एक ही मकसद होता है दहशत फैलाना। ऐसा माहौल बनाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को डराया जा सके।
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