न्यू आगरा अर्बन सेंटर का मास्टर प्लान तैयार, 14 लाख से ज्यादा लोगों को बसाने की तैयारी तेज
न्यू आगरा का मास्टर प्लान यमुना प्राधिकरण ने तैयार कर दिया है। बता दें कि आगरा जिले के यीडा में अधिसूचित 58 गांव की 12200 हेक्टेयर में न्यू आगरा अर्बन सेंटर का विकास किया जाएगा। जिसमें 14.6 लाख लोगों को बसाया जाएगा। फेज एक में गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जबकि फेज दो में अलीगढ़ मथुरा को रखा गया है। इस लेख के माध्यम से पढ़िए पूरी खबर।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण ने न्यू आगरा का मास्टर प्लान तैयार कर दिया है। आगरा जिले के यीडा में अधिसूचित 58 गांव की 12200 हेक्टेयर में न्यू आगरा अर्बन सेंटर का विकास होगा। इसमें 14.6 लाख लोगों के बसाने के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। पर्यटन, उद्योग व वाणिज्यक सुविधाओं के विकास से 8.5 लाख लोगों के लिए रोजगार सृजन होगा।
ताज ट्रेपेजियम जोन में पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील होने के कारण यीडा न्यू आगरा में पर्यटन व हरित क्षेत्र पर खास फोकस करेगा। प्रदूषण मुक्त सफेद व हरित श्रेणी के उद्योगों को न्यू आगरा अर्बन सेंटर में विकसित किया जाएगा। प्राधिकरण अप्रैल में प्रस्तावित बोर्ड बैठक में न्यू आगरा अर्बन सेंटर के मास्टर प्लान को स्वीकृति के लिए रखेगा। बोर्ड की स्वीकृति के बाद परियोजना पर काम आगे बढ़ेगा।
फेज एक में गौतमबुद्ध नगर व बुलंदशहर और फेज दो में अलीगढ़, मथुरा के बाद यमुना प्राधिकरण ने आगरा जिले में नियोजित शहर के विकास का खाका तैयार कर दिया है। न्यू आगरा का विकास चंडीगढ़ से प्रेरित होगा। सड़क और उसके साथ हरित क्षेत्र विकसित होगा। पैदल चलने के लिए रास्ते होंगे। आवासीय क्षेत्र भी हरियाली से भरपूर होगा। यीडा के मथुरा में शुरू होने वाले क्षेत्रीय कार्यालय से न्यू आगरा अर्बन सेंटर की विकास योजनाओं की निगरानी होगी।
2501 हे. में होगा आवासीय क्षेत्र
आगरा व आस पास के सर्वे एवं लोगों से संवाद के बाद न्यू आगरा का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इसमें 2501 हेक्टेयर क्षेत्र आवासीय होगा। यह कुल विकसित क्षेत्र का 27.7 प्रतिशत है। इसमें 14.6 लाख लोगों के रहने के लिए सुविधाएं विकसित होंगी। आवासीय क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर कम से कम रखने के लिए पैदल चलने के लिए अलग लेन और पर्याप्त हरित स्थान विकसित होंगे।
कृषि आधारित और आईटी उद्योग पर फोकस
प्रदूषण मुक्त रखने के लिए न्यू आगरा में ऐसे उद्योगों को लगाया जाएगा जो प्रदूषण न करते हैं। इसमें मैन्युफैक्चिरिंग, कृषि आधारित उद्योग, आइटी व आइटीईएस आधारित उद्योग होंगे। केवल श्वेत व हरित श्रेणी के उद्योग स्थापित होंगे। औद्योगिक क्षेत्र कुल क्षेत्र का 20 प्रतिशत यानि 1813 हे. में होगा।
447 हेक्टेयर क्षेत्र मिश्रित उपयोग सेक्टर विकसित होंगे। जिसमें आवासीय, वाणिज्यिक और मनोरंजन गतिविधियां एक साथ होंगी। इससे वातावरण अनुकूल शहरी विकास को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, 340 हेक्टेयर में व्यापारिक क्षेत्र होगा, जिसमें खुदरा दुकानें, कार्यालय परिसर और व्यावसायिक केंद्र स्थापित होंगे।
पर्यटन पर होगा विशेष जोर
आगरा की पहचान ऐतिहासिक शहर की है। इसलिए न्यू आगरा में पर्यटन, मनोरंजन से जुड़ी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 640 हेक्टेयर क्षेत्र वाणिज्यिक पर्यटन, मनोरंजन, सेवा क्षेत्र विकसित होगा। इसमें इसे यमुना नदी के किनारे और हरित क्षेत्र के पास विकसित किया जाएगा।
इसमें थीम पार्क, होटल, रिसार्ट,कांफ्रेंस स्थल, कन्वेंशन व प्रदर्शनी केंद्र शामिल हैं। डिज्नीलैंड और यूनिवर्सल स्टूडियो आदि से प्रेरित थीम पार्क, म्यूजियम, डिजिटल जोन के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम व मनोरंजन केंद्र होंगे।
पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए 823 हेक्टेयर यमुना नदी बफर जोन और 485 हेक्टेयर हरित क्षेत्र होगा। यह क्षेत्र न्यू आगरा के हरित फेफड़े होंगे, जो शहर को पर्यावरण अनुकूल बनाने में मदद करेगा। 434 हेक्टेयर भूमि पर वनों और कृषि क्षेत्रों को संरक्षित किया जाएगा।
संस्थागत के लिए 330 हे. क्षेत्र
शहर में शिक्षा, स्वास्थ्य आदि बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए 330 हेक्टेयर क्षेत्र आरक्षित किया गया है। इसके अलावा सड़क और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 1139 हेक्टेयर क्षेत्र आरक्षित किया गया है। इसमें परिवहन कॉरिडोर, सड़कें, लाजिस्टिक हब शामिल हैं। औद्योगिक क्षेत्र के साथ 180 हेक्टेयर में लाजिस्टिक्स क्षेत्र विकसित किया जाएगा।
न्यू आगरा अर्बन सेंटर का मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है। अप्रैल में प्रस्तावित बोर्ड बैठक में इसे स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। बोर्ड की स्वीकृति के बाद शहरी विकास की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
आगरा पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण न्यू आगरा का विकास पर्यावरण के अनुकूल किया जाएगा। पर्यावरण अनुकूल उद्योग, पर्यटन व मनोरंजन पर फोकस होगा। इनके विकास से लाखों लोगों के लिए रोजगार सृजन होगा।
आवासीय 27.7 प्रतिशत
- कमर्शियल 3.8 प्रतिशत
- कमर्शियल टूरिज्म 1.6 प्रतशित
- औद्योगिक 20.11 प्रतिशत
- मिश्रित भूमि उपयोग 5 प्रतिशत
- सेवा क्षेत्र 1 प्रतिशत
- संस्थागत 2.7 प्रतिशत
- लॉजिस्टिक 2 प्रतिशत
- सड़क एवं इंफ्रा 12.6 प्रतिशत
- कृषि एवं वन क्षेत्र 3 प्रतिशत
- नदी बफर जोन 8.2 प्रतिशत
- हरित क्षेत्र 5.4 प्रतिशत
- पर्यटन 2 प्रतिशत
- रिक्रिएशनल पर्यटन 3.6 प्रतिशत
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