हो जाएं सावधान! अगर ऐसे ले ली सेल्फी तो आपका बैंक खाता हो जाएगा खाली
Noida Police Cyber crime साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक रहें। नोएडा के सेक्टर -47 स्थित जागरण पब्लिक स्कूल में साइबर एक्सपर्ट रवि प्रजापति और विकास ढ ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नोएडा। भागदौड़ भरी जिंदगी में मुश्किल से मुश्किल काम को मेहनत, लगन और ईमानदारी से जीतने में अलग ही खुशी मिलती है। वर्चुअल वर्ल्ड ने खुशी के पल को इंटरनेट मीडिया पर जिस तरह किसी भी व्यक्ति तक पहुंचाने की जो सुविधा दी है, उसे गिरोह ने साइबर ठगी के लिए हथियार बना लिया है।
बुधवार को साइबर एक्सर्ट रवि प्रजापति और विकास ढाका ने सेक्टर -47 स्थित जागरण पब्लिक स्कूल में दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे ''लुटेरा ऑनलाइन'' जागरूकता अभियान में छात्र-छात्राओं को कई चौंकाने वाले तथ्य बताए। उन्होंने छात्राओं को ठगी समेत किसी भी तरह के अपराध से बचने के लिए विशेष टिप्स दिए।
टेफकॉम बताएगा आपके नाम पर हैं कितने मोबाइल नंबर
साइबर एक्सपर्ट रवि प्रजापति ने बताया कि हर व्यक्ति अपनी जिंदगी में व्यस्त हैं। ज्यादातर लोग सड़क किनारे अनजान व्यक्ति को अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड या महत्वपूर्ण दस्तावेज दे देते हैं। वहां उपभोक्ता से एक बार में अंगूठे के निशान न आने पर दोबारा प्रक्रिया कराई जाती है।
इसी बहाने से शातिर उपभोक्ताओं के नाम पर कई सिम निकलवाकर गिरोह को बेच देते हैं। फिर उस सिम का ठगी के लिए प्रयोग होता है। गौतमबुद्धनगर पुलिस उपभोक्ताओं का डाटा बेचने वाले गिरोह को गिरफ्तार कर चुकी है।

नोएडा सेक्टर-47 स्थित जागरण पब्लिक स्कूल में लुटेरा ऑनलाइन अभियान के तहत आयोजित कार्यशाला में मौजूद छात्रों को जानकारी देते साइबर थाना के साइबर एक्सपर्ट रवि प्रजापति। जागरण
एक्सपर्ट ने छात्र-छात्राओं को बताया कि कोई भी व्यक्ति अब आसानी से पता कर सकता है कि उनके कागजात पर कितनी सिम चल रही हैं। केंद्र सरकार ने टेफकॉप नाम से पोर्टल बनाया हुआ है। कोई भी वेबसाइट पर पोर्टल खोलकर उसमें अपना मोबाइल नंबर डालकर प्रक्रिया पूरी करते ही तथ्य पता कर सकता है।
खुशी वाले विक्ट्री साइन से ऐसे ठगते हैं अंगूठे-अंगुलियों के निशान
साइबर एक्सपर्ट विकास ढाका ने छात्राओं को बताया कि हम छोटी-छोटी खुशी के पलो को विक्ट्री वाले साइन के साथ इंटरनेट मीडिया पर अपलोड कर देते हैं। साइबर ठग उसी विक्ट्री साइन से अंगुलियों के निशान लेकर ऑनलाइन डाटा निकाल लेते हैं। 2020 में गौतमबुद्धनगर पुलिस ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश कर चुकी है।
साइबर ठग अब छात्राओं के इंटरनेट मीडिया अकाउंट खोलकर उन्हें ब्लैकमेल करके या फिर अश्लील वीडियो चैट से बदनाम करने की धमकी देते हैं। उन्होंने सभी से अपने अकाउंट में स्टेप-टू-वेरिफकेशन प्रक्रिया आन करने और इंटरनेट मीडिया पर अनजान लोगों से दूरी बनाने की अपील की।
यह बनें साइबर योद्धा
साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि सेल्फी से भी ठगी हो जाती है। यह मेरे लिए नई जानकारी है। इंटरनेट मीडिया के जरिए विदेशों में बैठे लोग आसानी से ठगी कर लेते हैं। यह काफी चौकाने वाली बात है। दैनिक जागरण ने अच्छा अभियान चलाया हुआ है। वह इससे जुड़ गई हैं। सान्या- छात्रा
पुलिस या कोई अधिकारी वीडियो करके गिरफ्तार नहीं करता है। मैं पहले पुलिस से थोड़ा घबराती थी। अब दैनिक जागरण के अभियान से काफी आत्मविश्वास बढ़ गया है। डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ नहीं होता। इससे बचने के लिए मैं और लोगों को जागरूक करूंगी। साक्षी- छात्रा
कई बार छात्राएं छोटी-छोटी घटनाओं की शिकायत नहीं करती हैं। फिर उसके गंभीर परिणाम देखने को मिलते हैं। लोगों को सबसे ज्यादा जरूरी साइबर ठगों के खिलाफ जागरूक करने की है। मैं इस अभियान का हिस्सा बनना चाहूंगी। तनिष्का चौहान- छात्रा
साइबर अवेयरनेस की क्लास में बताया कि फेसबुक और सभी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर फोटो एडिट करके ब्लैकमेल किया जाता है। यह मेरे लिए नई जानकारी है। दैनिक जागरण ने मुझे नई जानकारी दिलाई है। मैं इसे हमेशा ध्यान रखूंगी औरों को बताऊंगी। आकृति अग्रवाल, छात्रा
साइबर अभियान से पता चला कि हम कोई भी अपराध की शिकायत आनलाइन एनसीआरबी या यूपीकाप पर कर सकते हैं। महिला संबंधी अपराध में गोपनीयता भी बनी रहती है। मुझे पहले इसकी जानकारी नहीं थी। मुझे क्लास में काफी सारी जानकारी मिली है। अब मैं अपने घर और आसपास लोगों को भी बता सकूंगी। आकांक्षा तिवारी-छात्रा
वर्चुअल वर्ल्ड ने लोगों को सावधानी के साथ नई-चुनौतियों से भी सामना करना सिखा दिया है। आंकड़ों से पता चला कि हर दूसरा व्यक्ति साइबर ठगों के निशाने पर है। यह काफी गंभीर का विषय है। दैनिक जागरण को ऐसे अभियान समय-समय पर कराने चाहिए। इससे जागरूकता बढ़ेगी और लोगों की जमापूंजी बचेगी। ऋषभ शर्मा- सेक्टर-99 नोएडा
मैं कभी नहीं जानता था कि हमारे विक्ट्री साइन से भी ठगी हो सकती है। साइबर एक्सपर्ट अंकल ने वीडिया के माध्यम से भी दिखाकर अपराध का तरीका समझाया। वो मेरे लिए काफी उपयोग होगा। अब मैं साइबर टिप्स बताकर अन्य लोगों को भी जागरूक सकता हूंं। आदित्य थपलियाल- विनायक अपार्टमेंट
फोन हमारी जिंदगी में इतना महत्वपूर्ण हो गया है कि हम हर जगह फोन को साथ रखते हैं। साइबर ठग इसी का फायदा उठाकर हमें डिजिटल अरेस्ट कर लेते हैं। साइबरर जागरूकता अभियान में नई जानकारी देने के लिए दैनिक जागरण का धन्यवाद। शिवम चौहान- सेक्टर-48 नोएडा
दैनिक जागरण के इस अभियान से सभी में जागरूकता बढ़ी है। मैं इससे काफी प्रभावित हुआ हूं। साइबर एक्सपर्ट ने जिस तरह डिजिटल अरेस्ट और फेसबुक व इंस्टाग्राम से ठगी का तरीका समझाया। उससे मुझे और सतर्क रहने में मदद मिली है। आज सभी के पास एंड्राइड फोन है। इसका सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए। आदर्श दीप- बरौला
डिजिटल अरेस्ट के बारे में जानकर अच्छा लगा और यह महत्वपूर्ण जानकारी मुझे पहले पता नहीं थी। दैनिक जागरण के अभियान से मुझे काफी अच्छी चीजें सीखने को मिली हैं। मैं यदि अन्य लोगों को जागरूकत करने का मौका मिलेगा तो मैं सभी तथ्य आसानी से बता पाउंगा। आर्यन सिन्हा- जलवायु विहार
साइबर ठगी के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में लोगों को ज्यादा सर्तक रहने की जरूरत है। जितनी मुझे जानकारी है कि दो-तीन सालों में डिजिटल युग में कुछ बड़ा होगा जिसमें लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। दैनिक जागरण का लुटेरा ऑनलाइन से जागरूक करने का अभियान सराहनीय है। इससे हजारों-लाखों लोग जागरूक होंगे। छात्र-छात्राओं ने काफी कुछ महत्वपूर्ण बातें सीखी हैं। डीके सिन्हा - प्रधानाचार्य, जागरण पब्लिक स्कूल

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।