Updated: Tue, 20 May 2025 08:54 AM (IST)
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने ग्राइंडर ऐप के जरिये लोगों को फंसाकर लाखों रुपये ठगने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से हथियार और लूटे हुए मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार ये आरोपी ग्राइंडर ऐप के माध्यम से लोगों को बुलाकर डरा-धमकाकर उनसे पैसे लूटते थे। गिरोह का सरगना दक्ष उर्फ कप्तान है।
संवाद सहयोगी, जागरण, दादरी (ग्रेटर नोएडा)। ग्रेटर नोएडा के दादरी में ग्राइंडर गे डेटिंग ऐप के जरिये लोगों को फंसाकर रुपये ठगने वाले गैंग के चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से एक तमंचा, दो चाकू, आइफोन-15 प्रो बरामद किया है। गैंग के दो सदस्यों को नालेज पार्क पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
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एडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार ने बताया कि 18 मई को हर्ष सैनी निवासी तुगलपुर ने थाना नालेज पार्क की साइबर सेल को शिकायत दी थी कि ग्राइंडर गे डेटिंग ऐप के माध्यम से उसे बुलाकर जबरदस्ती रुपये ट्रांसफर करा लिए थे।
पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, बाकी गैंग सदस्यों को दादरी पुलिस ने चिटहेरा श्मशान जाने वाले रास्ते से सोमवार को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान दक्ष निवासी एस्कार्ट कालोनी दादरी, भूपेंद्र उर्फ भूप्पी निवासी गढ़ी दादरी, जय राघव बुलंदशहर सलेमपुर हाल पता दादरी और हनी निवासी मोहल्ला न्यादरगंज दादरी के रूप में हुई है।
वहीं, पूछताछ में बताया कि वह ग्राइंडर गे डेटिंग ऐप के जरिये व्यक्तियों को बुलाकर अवैध हथियारों से डरा धमकाकर रुपये ले लेते थे या ट्रांसफर करा लेते थे। 17 अप्रैल को उन्होंने हर्ष नामक व्यक्ति को स्टेलर जिमखाना सोसायटी नालेज पार्क के पास कार में बैठाकर लिया और हथियार के बल पर डरा धमकाकर उसके फोन से दादरी स्थित एक मोबाइल की दुकान पर बार कोड के जरिये 79 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए थे।
बताया गया कि बरामद फोन उसी दुकान से 64,000 हजार रुपये में खरीदा था और 15 हजार रुपये दुकानदार से वापस ले लिए थे। 24,500 रुपये कैफे के बार कोड पर कराए थे, उसे भी नकद वापस ले लिए थे। सारे रुपये घूमने फिरने में खर्च कर दिए। कुछ दिन पहले आरोपितों ने हापुड़ में एक व्यक्ति को बुलाकर 25 हजार रुपये और सोने की चेन लूटी थी। इसके अतिरिक्त भी गैंग द्वारा कई वारदात को अंजाम दिया गया है। उनकी जानकारी पुलिस जुटा रही है।
ऐसे देते थे घटना को अंजाम
ग्राइंडर गे डेटिंग ऐप (समलैंगिक ऐप) के जरिये लोगों के संपर्क में आते हैं और फोन कर उसको अपने बताए स्थान पर बुलाते हैं। अवैध हथियार से डरा धमकाकर नकद, सोने के आभूषण लूट लेते हैं। पैसे नकद नहीं मिलते तो किसी के बार कोड पर ट्रांसफर कराते हैं।
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गिरोह का सरगना दक्ष उर्फ कप्तान है। उसकी दोस्ती हनी से है। हनी की दोस्ती भूपेंद्र से थी और भूपेंद्र की जय राघव से हुई। चारों ने गैंग बनाकर ग्राइंडर डेटिंग ऐप के जरिये लोगों को फंसाना शुरू किया। रुपये लूटकर आपस में बराबर बांटकर मौज मस्ती में पैसा खर्च कर देते थे। एक साल से इस अपराध को कर रहे थे।
पुलिस के चंगुल में फंसे
सामाजिक बुराई के चलते लोग इनके चंगुल में आने के बाद लूटे जाने के बाद भी शिकायत नहीं करते थे, जिसका इन्हें फायदा मिल रहा था। 22 वर्षीय दक्ष कक्षा सात, 23 वर्षीय भूपेंद्र 10वीं, 23 वर्षीय जय राघव 12वीं तक पढ़ा है और 21 वर्षीय हनी बीए फाइनल प्राइवेट से कर रहा है।
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