Noida: अंडर ग्राउंड रिजर्व वाटर में मिलाया जाएगा गंगाजल, पानी की गुणवत्ता में होगा सुधार; 1800 से 800 होगा TDS
नोएडा में खारे पानी को मीठा बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए दिसंबर से अंडर ग्राउंड रिजर्व वाटर (UGR) से आने वाली पानी में 90 मिलियन लीटर डेल (MLD) गंगाजल मिलाया जाएगा। यह परियोजना का तीसरा फेज है।

नोएडा, जागरण संवाददाता। नोएडा में खारे पानी को मीठा बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए दिसंबर से अंडर ग्राउंड रिजर्व वाटर (UGR) से आने वाली पानी में 90 मिलियन लीटर डेल (MLD) गंगाजल मिलाया जाएगा। यह परियोजना का तीसरा फेज है। वर्तमान में नोएडा में 240 MLD गंगाजल की सप्लाई की जा रही है। इस गंगाजल में इतना ही सप्लाई का पानी मिलाकर इसका TDS स्तर 800 से 900 के आसपास बनाया गया है।
गंगाजल सप्लाई से TDS में आएगा सुधार
नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि 90 MLD गंगाजल सप्लाई होने से टीडीएस में और सुधार आएगा। इसके बाद आरओ की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। इस योजना पर 304 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसका 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यह गंगाजल प्रताप विहार प्लांट से ही नोएडा के मुख्य स्टोरेज तक लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि नोएडा के सेक्टर-75 और आसपास की सोसायटी से अक्सर शिकायत मिल रही थी कि यहां पानी की टीडीएस स्तर 1800 के पास है।
कैसे किया जाएगा TDS में सुधार?
प्राधिकरण के यूजीआर से जो सप्लाई किया जा रहा है, उसे सोसायटी में पहले से उपलब्ध पानी के साथ मिलाकर स्टोरेज किया जाता है, जिसके बाद सप्लाई होती है। ऐसे में इसका टीडीएस 1800 के पास है। ऐसे में सभी यूजीआर प्रबंधकों को निर्देशित किया वे अपने यहां एक टीडीएस मीटर रखे। ताकि जैसे ही कोई टीडीएस का स्तर पूछे तो उसे सटीक जानकारी मिल सके। इसी टीडीएस को कम करने के लिए ही यूजीआर के जरिये 90 एमएलडी पानी और मिलाया जाएगा। जिससे इन सोसायटी में पानी की टीडीएस का स्तर 800 तक मेनटेन रहे।
सोसायटी में लगाए जाएंगे 900 मीटर
सोसायटी में पानी की खपत कितनी है। इसके लिए सोसायटी में 900 वाटर मीटर लगाए जाएंगे। ये सभी मीटर सरकारी और गैर सरकारी दोनों सोसायटी में लगाए जा रहे हैं। पहले फेज में 370 मीटर लगाए जाएंगे। जिसमें से एक दर्जन वाटर मीटर लगाने का काम पूरा किया जा चुका है।
दिसंबर में पांच लाख शहरवासियों को मिलेगा गंगाजल
25 सेक्टरों के पांच लाख लोगों को दिसंबर-2022 तक गंगाजल की आपूर्ति की जा सकेगी। इसके लिए तृतीय चरण में 37.50 क्यूसेक गंगाजल (90 एमएलडी) परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। परियोजना से नोएडा को कुल 330 एमएलडी गंगाजल की सप्लाई हो जाएगी। 14 मार्च 2018 को योजना पर कार्य शुरू किया गया। 30 नवंबर 2021 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
योजना की लागत 239.69 करोड़ लगाई गई थी, लेकिन बाद में संशोधन कर इसकी लागत 304.185 करोड़ रुपये की गई। अनुबंध 75 रेशियो 25 का है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण योजना पर 228.14 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। इसमें 135.16 करोड़ रुपये यूपी जल निगम को दिए जा रहे है। शेष 92.97 करोड़ रुपये एनएचएआइ को दिए जा रहे हैं।

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