Updated: Wed, 14 May 2025 09:53 AM (IST)
ग्रेटर नोएडा में सीबीआई यमुना प्राधिकरण क्षेत्र की चार बिल्डर परियोजनाओं की जांच कर रही है। इन परियोजनाओं से संबंधित फाइलें जब्त कर ली गई हैं और अधिकारियों से जानकारी मांगी गई है। आरोप है कि बिल्डरों ने बैंकों से मिलकर खरीदारों से करोड़ों रुपये लिए और फ्लैट पर कब्जा नहीं दिया।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में बिल्डर और बैंक के गठजोड़ की जांच में जुटी सीबीआई के रडार पर यमुना प्राधिकरण क्षेत्र की चार बिल्डर परियोजनाएं हैं। सीबीआई ने बिल्डर परियोजनाओं से जुड़ी फाइलों को अपने कब्जे में ले लिया है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
खरीदारों के करोड़ों रुपये डकार चुके बिल्डर
वहीं, प्राधिकरण अधिकारियों से परियोजना से जुड़ी कई जानकारी मांगी हैं। बैंकों के साथ गठजोड़ कर बिल्डर हजारों खरीदारों के करोड़ों रुपये डकार चुके हैं। खरीदारों को फ्लैट पर कब्जा नहीं मिला और बैंकों से लिए ऋण की ईएमआई के बोझ तले दबे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई को जांच करने के आदेश दिए थे। सीबीआई ने जांच शुरू कर प्राधिकरणों से जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में चार बिल्डर परियोजनाएं सीबीआई के रडार पर हैं।
सीबीआई के जांच अधिकारी ने यीडा से सुपरटेक बिल्डर के सेक्टर 17ए स्थित अपकंट्री परियोजना, सेक्टर 25 में जेपी स्पोर्ट्स सिटी में कोवा व कासिया परियोजना व सेक्टर 22 डी में ओएसिस रियलटेक प्रा. लि. की ओएसिस ग्रांड स्टैंड फेज एक परियोजना शामिल हैं।
स्वीकृत किए गए लेआउट प्लान
प्राधिकरण अधिकारियों से इन परियोजनाओं के लिए जमीन आवंटन, लीजडीड, स्वीकृत किए गए लेआउट प्लान, योजना में विक्रय, प्राधिकरण को लिए रकम के लेनदेन आदि से संबंधित जानकारी एकत्र करने के साथ फाइल अपने कब्जे में ले ली हैं।
यह भी पढ़ें- 9 करोड़ में बना आलीशान डिग्री कॉलेज, पर PM मोदी के इस प्रोजेक्ट में क्यों हो रही लेटलतीफी? बेटियों को इंतजार
सीबीआई ने प्रत्येक परियोजना में आर्थिक अपराध की जांच के लिए अलग-अलग अधिकारी नियुक्त किए हैं। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, बिल्डर और बैंक के अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यीडा ने सीबीआई से समन्वय के लिए ओएसडी शैलेंद्र भाटिया को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।