नोएडा के जिला अस्पताल में मिर्गी के मरीजों को मिलेगी जांच की सुविधा, प्राइवेट हॉस्पिटल में नहीं करनी पडे़गी जेब ढीली
नोएडा के जिला अस्पताल में मिर्गी के मरीज़ों के लिए दीपावली तक ईईजी मशीन उपलब्ध होने की संभावना है। अस्पताल प्रबंधन ने मशीन खरीदने का प्रस्ताव भेजा है जिससे मरीज़ों को राहत मिलेगी क्योंकि उन्हें प्राइवेट अस्पतालों में जांच के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ते हैं। ईईजी जांच मिर्गी के मरीज़ों के लिए बहुत उपयोगी होगी।

जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल में मिर्गी के दौरे पड़ने से बीमार मरीजों को दीपावली पर जांच की सुविधा मिलने वाली है। अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों को राहत देने के लिए ईईजी यानी इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राम मशीन खरीदने के लिए उच्च अधिकारियों के पास प्रस्ताव बनाकर भेजा हुआ है। वहां से सहमति मिलने पर आगे की प्रक्रिया तेज हो गई है। अभी तक मरीजों को जांच के लिए प्राइवेट अस्पतालों में डेढ़ से दो हजार रुपये तक जेब ढीली करनी पड़ती है।
विशेष बात है कि मशीन आने के बाद बड़े मरीजों के साथ बच्चों की भी साथ में जांच हो पाएगी। ईईजी एक विशेष प्रकार की जांच है। मस्तिष्क की विद्युत गतिविधियों को मापा जाता है। इसमें पता लगाया जाता है कि मस्तिष्क सामान्य रूप से कार्य कर रहा है या नहीं।
जांच मिर्गी के मरीजों के लिए विशेष उपयोगी है। इससे दौरे के प्रकार और तीव्रता का आकलन किया जा सकता है। अस्पताल में मशीन सीएसआर योजना के तहत लगाई जाएगी। मनोचिकित्सक डा. स्वाति त्यागी ने बताया कि ओपीडी में रोजाना 60 से 70 मरीज पहुंचते हैं, जो दौरे पड़ने की अलग-अलग वजह बताते हैं।
अस्पताल में केवल सीटी स्कैन की सुविधा है। कई मामलों में मरीजों की बीमारी का पता करने के लिए ईईजी मशीन की जरूरत पड़ती है। ईईजी जांच के लिए तकनीशियन और चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि मरीजों को सटीक व विश्वसनीय परिणाम मिल सकें। कार्यवाहक सीएमएस डा अजय राणा ने बताया कि सीएसआर के तहत ईईजी मशीन दीपावली से पहले आएगी। इससे गाजियाबाद, हापुड़ और दिल्ली व गौतमबुद्धनगर के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
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