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    CA के गिरफ्तार होने पर खुला 1.21 करोड़ के गबन का राज, एक बड़ी कंपनी को लगाया था चूना

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 08:30 AM (IST)

    नोएडा में रेडटेप कंपनी से 1.21 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले सीए को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने फर्जी टैक्स सेटलमेंट के नाम पर यह घोटाला किया। उसने हरियाणा और गुजरात कर विभाग की फर्जी रसीदें भी दी थीं। पुलिस उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। आरोपी पहले नोएडा में काम करता था और बाद में गुरुग्राम चला गया था।

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    कर भुगतान का फर्जी सेटलमेंट कराने के नाम पर 1.21 करोड़ का गबन करने वाला सीए गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, नोएडा। कर भुगतान का फर्जी सेटलमेंट कराने के नाम पर रेडटेप कंपनी प्रबंधन को 1.21 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले सीए को सेक्टर-142 थाना पुलिस ने रविवार को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। आरोपित ने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर हरियाणा व गुजरात कर विभाग की फर्जी रशीद लगाकर फर्जीवाड़ा किया था।

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    आरोपित नोएडा से नौकरी छोड़ नंबर बदलकर गुरुग्राम की एक कंपनी कार्यालय में बतौर उप प्रबंधक के पद पर काम कर रहा था। सर्विलांस टीम नया नंबर पता कर आरोपित तक पहुंंची। पुलिस आरोपित के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।

    नोएडा सेक्टर-142 थाना क्षेत्र में रेडटेप कंपनी का कार्यालय है। कार्यालय में अमरोहा नाथंन गावड़ी गांव का चैतन्य चौहान उर्फ चमन सिंह बतौर सीए काम करता था। वह वर्तमान में गाजियाबाद के वसुंधरा ग्रांट सोसायटी में रहता है। आरोपित ने 2023 से जनवरी 2025 तक नौकरी की। उसने प्रबंधन को 2016 से 2021-22 वित्तीय वर्ष के कर भुगतान संबंधी बिल को सेटलमेंट कराने का प्रस्ताव रखा।

    इसके एवज में प्रबंधन से 1.21 करोड़ रुपये अपने पांच साथियों के बैंक खाते में ही डलवा लिए। सेटलमेंट कराने का विश्वास दिलाने के लिए हरियाणा व गुजरात कर विभाग की हबूहू रशीद भी दे दीं। जनवरी 2025 में चमन नौकरी छोड़कर चला गया। प्रबंधन के फरवरी-मार्च में आडिट कराने पर फर्जीवाड़ा पकड़ में आया।

    कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक शशांक कुमार ने पुलिस आयुक्त से शिकायत कर सेक्टर 142 थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। एडीसीपी सेंट्रल नोएडा शैव्या गोयल ने बताया कि पुलिस टीम मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश में जुटी थी। मैनुअल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना के आधार पर आरोपित गुरुग्राम से पुलिस के हत्थे चढ़ा।

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    वहीं, पूछताछ में पता चला है कि वह शातिर किस्म का अपराधी है। वह अपने साथियों संग मिलकर कर भुगतान के फर्जी सेटलमेंट आदेश तैयार कराता है। इसके एवज में कंपनी प्रबंधन से रकम लेकर गबन का करता है। उसने अपने साथियों संग मिलकर रेडटेप कंपनी प्रबंधन से 1.21 करोड़ का गबन किया था।