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    रेरा का फर्जी आदेश दिखाकर लोन मांग रहा था एएसजीआई बिल्डर, एक चिट्ठी ने खोल दी षड्यंत्र की पोल

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 10:18 PM (IST)

    ग्रेटर नोएडा में यूपी रेरा के एक अवर अभियंता ने गाजियाबाद के बिल्डर एएसजीआई प्रॉपर्टीज के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि कंपनी ने यूपी रेरा का फर्जी आदेश बनाकर बैंकों से ऋण लेने की कोशिश की। बिल्डर ने दावा किया कि यूपी रेरा ने प्रोजेक्ट के लिए समय सीमा बढ़ा दी है जबकि वास्तव में ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया था।

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    यूपी रेरा के अवर अभियंता ने बिल्डर कंपनी पर कराया धोखाधड़ी का मामला दर्ज

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। बीटा-दो कोतवाली में उत्तर प्रदेश भूसंपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) के अवर अभियंता ने गाजियाबाद के बिल्डर एएसजीआई प्राॅपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि कंपनी ने यूपी रेरा का फर्जी आदेश तैयार किया। इसमें दिखाया है कि यूपी रेरा ने प्रोजेक्ट को समय विस्तार दिया हैं। आदेश को दिखाकर बैंकों से ऋण मांगा जा रहा है।

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    फर्जी आदेश तैयार करा दिया

    गाजियाबाद के डूंडाहेड़ा में सुशांत एक्वापोलिस प्रोजेक्ट है। उसी में एएसजीआई प्राॅपर्टीज बिल्डर का एप्पल टावर नाम से प्रोजेक्ट है। प्रोजेक्ट में दो टावर एस-2ए और एस-2बी है। जहां 170 से अधिक यूनिट बनेंगी। प्रोजेक्ट को समय से पूरा नहीं किया गया। यूपी रेरा में उसका पंजीकरण भी समाप्त हो गया था। बिल्डर की तरफ से यूपी रेरा में समय विस्तार के लिए आवेदन किया गया था, लेकिन यूपी रेरा ने समय विस्तार नहीं दिया था। आरोप है कि बिल्डर ने यूपी रेरा से प्रोजेक्ट को समय विस्तार मिलने का फर्जी आदेश तैयार करा दिया।

    रेरा को पत्र लिखकर जानकारी दी

    आदेश को दिखाकर बिल्डर अलग-अलग बैंक और वित्तीय संस्थान में ऋण मांग रहा है। प्रोजेक्ट के खरीदारों की एएसजी एप्पल बायर्स एसोसिएशन ने चार अगस्त को यूपी रेरा को पत्र लिखकर जानकारी दी। इसके बाद यूपी रेरा ने जांच की तो उसमें समय विस्तार का कोई आदेश जारी नहीं होना पाया गया। अब यूपी रेरा के ग्रेटर नोएडा कार्यालय के अवर अभियंता रमेश कुमार पांडेय ने बिल्डर कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।

    कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए

    आरोप है कि बायर्स एसोसिएशन की शिकायत पर जांच की गई तो पता चला कि बिल्डर के आवेदन पर 24 फरवरी 2025 को यूपी रेरा की परामर्श एवं मानिटरिंग कमेटी ने समीक्षा बैठक की थी। बैठक में प्रोजेक्ट को समय विस्तार देने के लिए यूपी रेरा के ग्रेटर नोएडा कार्यालय को कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए। साथ ही तीन मार्च, 2025 की तारीख में प्रोजेक्ट को समय विस्तार देने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया। बिल्डर इसी तारीख के आदेश से ऋण मांग रहा है। बीटा-दो कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि बिल्डर कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।

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