3700 करोड़ की महाठगी में फंसे 12 लाख लोग, सामने आ रहे नए-नए राज
हैरानी की बात है कि 3700 करोड़ के घोटाले में कुछ निवेशक कंपनी की वापसी को लेकर निश्चिंत लगते हैं और मान रहे हैं कि कंपनी कागज़ पेश करेगी और संकट के बादल छट जाएंगे।
नोएडा (जेएनएन)। घर बैठे कुछ वेबसाइट लिंक्स पर क्लिक कर पैसा कमाने का लालच देकर 3,700 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी अनुभव मित्तल के नए रंग-ढंग सामने आ रहे हैं। बॉलीवुड फिल्म '3 इडियट' में एक्टर आमिर खान अभिनीत 'फुंसुक वांगड़ू' का रोल दर्शकों को जरूर याद होगा। अनुभव ठगी के लिए सबसे ज्यादा जोर खुद की ब्रांडिंग पर करता था। वह हर मीटिंग और साक्षात्कार में खुद को फुंसुक वांगड़ू के रूप में पेश करता था।
अनुभव मित्तल को मिली थी 'फुंसुक वांगड़ू' की उपाधि
वह लोगों पर प्रभाव जमाने के लिए बताता था कि पढ़ने के समय से ही नए-नए प्रयोग करने के कारण ग्रेटर नोएडा के सभी कॉलेजों में उसे '3 इडियट' फिल्म के फुंसुक वांगड़ू की उपाधि दे दी गई थी। एसटीएफ ने ग्रेटर नोएडा के कॉलेजों में बात की। जिसमें पता चला अनुभव को छात्रों ने इस तरह की कोई उपाधि नहीं दी थी। साथ ही उसने कोई नए प्रयोग भी नहीं किए थे।
यहां पर बता दें कि घर बैठे कुछ वेबसाइट लिंक्स पर क्लिक करें और बदले में अच्छे पैसे कमाएं' के वादे के साथ करीब साढ़े छह लाख लोगों को अपने सर्वर पर जोड़ चुकी ऑनलाइन कंपनी 'सोशल ट्रेड' के निदेशक, सीईओ और तकनीकी प्रमुख को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया था।
कंपनी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के बाद नोएडा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने लोगों को 'मल्टी लेवल मार्केटिंग' और 'डिजिटल मार्केटिंग' का झांसा देकर करीब 3,700 करोड़ रुपये का घोटाला किया है।
12 लाख से अधिक जा सकती है ठगी के शिकार लोगों की संख्या
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नए-नए खुलासे हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि ऑनलाइन लाइक के नाम पर 3700 करोड़ की ठगी के शिकार लोगों की संख्या साढ़े छह लाख नहीं, बल्कि बारह लाख है। संभवत: यह जानकारी ठगी की जांच कर रही एसटीएफ को भी नहीं है, लेकिन इसे फर्जीवाड़ा गैंग के सरगना अनुभव मित्तल के गुर्गों ने ही स्वीकार किया है। माना जा रहा है कि आंकड़ा बढ़ा तो यह हिंदुस्तान की सबसे बड़ी ठगी साबित हो सकता है।
अनुभव मित्तल के गुर्गे यू ट्यूब पर कर रहे वीडियो डाउनलोड, खुद को बता रहे निर्दोष
अनुभव मित्तल के गुर्गे इन दिन कई वीडियो यू-ट्यूब पर अपलोड कर रहे हैं, जिसमें एसटीएफ की कार्रवाई की गलत बताया जा रहा है। इन्हीं विडियो में दावा किया गया कि ऑनलाइन लाइक कराने का धंधा चला रही सोशल ट्रेड डॉट विज से जुड़े लोगों की संख्या साढ़े बारह लाख है। एसटीएफ को जिस रफ्तार से ऑनलाइन शिकायतें मिल रही हैं, उससे भी साफ है कि ठगी के शिकार लोगों की संख्या बारह लाख या इससे भी ज्यादा हो सकती है।
STF के पास आईं हजारों ऑनलाइन शिकायतें
एसटीएफ के पास अब तक साढ़े चार हजार ऑनलाइन शिकायतें आ चुकी हैं। साथ ही अनुभव मित्तल व अन्य के खिलाफ देशभर में एफआइआर दर्ज कराई गई हैं। डिजीटल साक्ष्य इक्ट्ठा करने का काम जारी है। हैदराबाद साइबर थाने में दर्ज केस की जांच के लिए टीम रविवार को ग्रेटर नोएडा पहुंची। साथ ही आयकर विभाग की टीम ने एसटीएफ अधिकारियों के साथ बैठक कर जांच को साझा किया। इस दौरान यह भी तय हुआ कि भविष्य में आयकर विभाग और एसटीएफ मिलकर छापेमारी करेगी। सीओ एसटीएफ राजकुमार ने बताया कि जांच लिए गठित विशेष जांच दल(एसआइटी) के अधिकारी रविवार को नोएडा आ गए। उन्होंने जांच शुरू कर दी है।एसआइटी अनुभव मित्तल व उसके सहयोगियों को सोमवार को रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी।
सरकारी संस्थाओं के प्रमोशन के नाम पर भी हुई ठगी
ऑनलाइन लाइक के नाम पर 37 सौ करोड़ की ठगी करने वाले अनुभव मित्तल ने अपने धंधे की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए सरकारी संस्थाओं के नाम और फोटो का भी इस्तेमाल किया है। उसकी ओर से लोगों को भेजे गए फर्जी पेज में कई सारी सरकारी संस्थान भी शामिल थे। जिन्हें प्रमोशन करने के नाम पर लोगों को भेजकर ठगी को अंजाम दे रहा था। इसके अलावा उसने देश के कई नामी निजी संस्थानों के नाम और फोटो का भी इस्तेमाल फर्जी प्रमोशन के लिए किया है। इसकी जानकारी एसटीएफ को जांच के दौरान मिली है।
लाइक के लिए 30 सेकेंड का ही मिलता था समय
एसटीएफ को जांच में पता चला है कि अनुभव मित्तल एक-दूसरे के पेज को ही लाइक करने के लिए भेज देता था। पेज सिर्फ 30 सेकेंड के लिए ही खुलता था। इस कारण लाइक करने वाले लोग पेज को बारीकी से नहीं देख पाते थे। इससे यह पकड़ में नहीं आता था कि पेज आम आदमी का ही है।
खुद को प्रयोग करने वाला इंजीनियर बता दिया झांसा
ऑनलाइन लाइक के नाम पर ठगी का धंधा चला रहा अनुभव मित्तल लोगों के सामने खुद को नए-नए प्रयोग करने वाले इंजीनियर के रूप में पेश करता था। उसने लोगों को झांसा दिया था कि वर्ष 2009 में पढ़ने के दौरान ही फेसबुक के जरिए घर की लाइट और पंखे बंद करने का एप बना चुका है। साथ ही मोबाइल के जरिए घर के बिजली कनेक्शन को कंट्रोल करने का एप बनाने का झांसा दिया था। एसटीएफ को जांच में पता चला है कि यह सब झूठ है। अनुभव मित्तल ने इस तरह का कोई एप कभी बनाया ही नहीं।
नेटवर्किंग के जरिए करोड़पति बनने का दिखाता था सपना
अनुभव मित्तल लोगों की मेहनत की कमाई से ठगी के धंधे का प्रमोशन भी करता था। वह जयपुर, दिल्ली, चंडीगढ़ समेत कई शहरों में प्रमोशनल कार्यक्रम आयोजित कर चुका है। जिसमें खुद को भारत का सबसे युवा और तेजी से विकास करने वाले उद्योगपति के रूप में पेश करता था। इन कार्यक्रमों में अनुभव प्रेरक भाषण भी देता था। जिसमें लोगों को ऑनलाइन नेटवर्किंग के जरिए करोड़पति बनने का सपना दिखाता था। उसके दिखाए सपने के भंवरजाल में फंसकर ही लाखों लोग उसके ठगी के धंधे से जुड़ते चले गए। अनुभव ने राष्ट्रभक्ति और स्वदेशी का झांसा देकर भी अपने फर्जी धंधे से लोगों को जोड़ा।
एक लाइक पर 5 रुपये देना के प्लान पर उठने लगे थे सवाल
अनुभव मित्तल के ऑनलाइन एक लाइक पर 5 रुपये देने पर सवाल भी उठने लगे थे। यू-ट्यूब पर मौजूद एक विडियो में एक साक्षात्कार में अनुभव मित्तल से इस बारे में सवाल भी किए गए कि आखिर कैसे और कौन एक लाइक के 5 रुपये दे रहा है? इस सवाल पर अनुभव थोड़ा घबराया लेकिन, रीयल ऑडिएंस की बात कहकर अपने फर्जी प्लान का बचाव किया।
इंटमार्ट पर जितने की खरीदारी, उतने का सोशल ट्रेड पर मेंबरशिप का झांसा
ऑनलाइन लाइक पर खड़े हो रहे सवाल के कारण अनुभव मित्तल तेजी से ई-कॉमर्स की तरफ बढ़ रहा था। ई-कॉमर्स को प्रमोट करने के लिए वह लोगों को नए-नए प्लान का झांसा भी देने लगा था। उसने ठगी का सबसे नया प्लान यह निकाला था कि उसे ई-कॉमर्स वेबसाइट इंटमार्ट से जितने की खरीदारी की जाएगी, उतने का मेंबरशिप सोशल ट्रेड पर मिलेगा। हालांकि, अनुभव मित्तल ठगी के अपने इस नए धंधे को धरातल पर ला पाता, उससे पहले ही एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया।
गुर्गों ने अनुभव के समर्थन में ट्विटर पर चलाया अभियान
अनुभव मित्तल के गुर्गे सोशल साइट्स पर सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने ट्विटर पर भी अनुभव के समर्थन में अभियान छेड़ रखा है। जिसपर गुर्गे खुद व जानकारों के माध्यम से अनुभव के समर्थन की बात कर रहे हैं। हालांकि, कुछ लोग ट्विटर पर अनुभव के समर्थन को गलत भी बता रहे हैं। एसटीएफ का मानना है कि अंतिम समय में विभिन्न खातों में डाले गए पैसे का इस्तेमाल अनुभव के पक्ष में सोशल साइट्स पर अभियान चलाने में हो रहा है। ऐसा करने वालों पर भी जल्द कार्रवाई होगी।
ऐसे हुआ था फर्जीवाड़ा
एसटीएफ एसएसपी अमित पाठक ने ने बृहस्पतिवार को बताया था कि सेक्टर 63 के एफ ब्लाक में स्थित एब्लेज इंफो सॉल्यूशन नाम की कंपनी ने अगस्त 2015 में सोशल ट्रेड डॉट बिज नाम से ऑन लाइन पोर्टल बनाया। पोर्टल से जुड़ने के लिए 5750 से 57500 रुपये तक की चार स्कीम निर्धारित की।
ग्राहकों को भरोसा दिलवाया गया कि आईडी लेने के बाद लॉग इन कर ऑनलाइन पोर्टल पर आकर पेज को लाइक करने पर हर लाइक पर पांच रुपये मिलेंगे। इस जाल में फंस कर लोग कंपनी के खाते में पैसा जमा कर कंपनी की आईडी लेनी शुरू कर दिए थे। साढ़े छह लाख लोगों से 37 सौ करोड़ की ठगी गई गई। कंपनी संचालक अनुभव मित्तल, सीईओ श्रीधर और महेश दयाल को गिरफ्तार किया गया। कंपनी के खाते में पांच सौ करोड़ से अधिक रुपये फ्रीज कराए गए।
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