जीबीयू में आयुष और हर्बल उत्पादों पर होगा रिसर्च और नवाचार, विद्यार्थियों को मिलेगा करियर बनाने का मौका
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में आयुष एक्सक्लूसिव कार्यालय खोलेगा जिससे आयुष और हर्बल उत्पादों का निर्यात बढ़ेगा। विश्वविद्यालय और आयुष निर्यात संवर्धन परिषद के बीच समझौता हुआ है। जनवरी में कार्यालय खुलेगा और एक राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित होगा जिसमें 100 से अधिक कंपनियां भाग लेंगी। सरकार स्टार्टअप को समर्थन देगी जिससे छात्रों को करियर के अवसर मिलेंगे।

गजेंद्र पांडेय, ग्रेटर नोएडा। विश्व के विभिन्न देशों में भारत के आयुष और हर्बल उत्पादों का निर्यात बढ़ाने का गाैतमबुद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन ने खाका तैयार किया है। आयुष और हर्बल उत्पादों पर रिसर्च एवं नवाचार को गति दी जाएगी।
इसके लिए जीबीयू ने आयुष निर्यात संवर्धन परिषद (आयुष एक्सक्लूसिव) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। जल्द ही आयुष यहां पर कार्यालय खाेलेगा और राष्ट्रीय स्तर की सेमिनार का आयोजन करेगा। इसमें आयुष व हर्बल उत्पाद से जुड़ी सौ से अधिक कंपनियाें के प्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे।
विश्व के कई देश शरीर को स्वस्थ रखने में योगा के महत्व समझ रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग नियमित योगा कर रहे हैं।
इसी तरह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयुष व हर्बल उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा। आयुष मंत्रालय द्वारा स्थापित एवं केंद्र सरकार से आयुष एक्सक्लूसिव वर्तमान में आयुष व हर्बल उत्पाद बनाने वाली छोटी-बड़ी करीब एक हजार कंपनियों से जुड़ा है। इन कंपनियों के साथ आयुष और हर्बल उत्पादों के लिए नवाचार, प्रक्रिया, उत्पाद विकास, अनुसंधान आदि को बढ़ावा दे रहा है।
अब जीबीयू के साथ एमओयू किया है। कुलपति प्रो. राणा प्रताप सिंह ने बताया आयुष एक्सक्लूसिव अगले वर्ष जनवरी में यहां पर कार्यालय खोलेगा। कंपनी के प्रोफेसर यहां पर विद्यार्थियों को रिसर्च और स्टार्टअप में मदद करेंगे। इसका इसी सत्र से शुरू बीएससी-एमएससी आयुर्वेद जीवविज्ञान पाठ्यक्रम के पहले बैच के विद्यार्थियों के लिए करियर में मील का पत्थर साबित होगा।
विद्यार्थियों काे करियर बनाने का मिलेगा मौका
जीबीयू में ही स्टार्टअप शुरू करा कर हर्बल उत्पाद तैयार करने और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक निर्यात करने की योजना बनाई गई है। प्रदेश सरकार ने योजना को गति देने हर स्तर पर सहयोग का भरोसा दिया है। कुलपति का कहना है कि उनका प्रयास छोटे-छोटे स्टार्टअप को सहयोग व मार्गदर्शन देना है। इससे जीबीयू के विद्यार्थियों को भी करियर बनाने में मदद मिलेगी।
प्रदेश सरकार का फोकस
जीबीयू से आयुष व हर्बल उत्पादों को बढ़ावा देने पर प्रदेश सरकार का फोकस है। एमओयू के दौरान प्रदेश के आयुष मंत्री डा. दया शंकर मिश्र और केंद्र के आयुष मंत्रालय के सलाहकार डा. कौस्तुभ उपाध्याय, कुलपति प्रो. राणा प्रताप सिंह और आयुष एक्सक्लिसव के अधिकारी मौजूद रहे।
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