ग्रेटर नोएडा में घने कोहरे ने ली 6 लोगों की जान, नहर में कार गिरने से बड़ा हादसा
बीती रात दनकौर की खेरली नहर में कार गिरने से छह लोगों की मौत हो गई है। जबकि पांच घायल हैं।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। घने कोहरे की वजह से दनकौर थाना क्षेत्र में बड़ा हादसा हो गया है। बीती रात दनकौर की खेरली नहर में कार गिरने से छह लोगों की मौत हो गई है। जबकि पांच घायल हैं। बताया जा रहा है कि कोहरे की वजह से कार चालक को दिखाई नही दिया। कार सीधी नहर में जा गिरी। कार में सवार सभी लोगों को अस्पताल में ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने छह को मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, अर्टिका कार 11 व्यक्ति सवार थे। वे संभल से दिल्ली जा रहे थे। सभी मृतक संभल के रहने वाले हैं। पुलिस ने मृतकों की पहचान कर ली है और उनके परिजनों को जानकारी दे दी गई है।
मृतकों के नाम
- महेश पुत्र महिंदर उम्र 35 वर्ष
- किशनलाल पुत्र छोटे उम्र 50 वर्ष
- नीरेश पुत्र रामदास उम्र 17 वर्ष
- रामखिलाड़ी पुत्र रामपाल उम्र 75 वर्ष
- मल्लू पुत्र झा उम्र 12 वर्ष
- नेत्रपाल पुत्र गजराज उम्र 40 वर्ष
सर्दी का सितम जोरों पर
बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी सर्दी का सितम जोरों पर है। सोमवार सुबह कोहरे ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी। जबकि रविवार रात भी कोहरा था। वहीं, रविवार को भी लोग गलन भरी सर्दी से ठिठुरते रहे। सुबह घना कोहरा रहा। जिससे न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोपहर में धूप निकलने के बाद भी लोगों को सर्दी से राहत नहीं मिली। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आज और कल भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा। जबकि नए वर्ष के पहले दिन बारिश हो सकती है।
सुबह साढ़े 11 बजे सूरज निकलने से लोगों को ठंडी से राहत की उम्मीद दिखी। लेकिन पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं ने धूप को बेअसर कर दिया। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को न्यूनतम पारा 2.5 डिग्री व अधिकतम पारा 12.2 डिग्री रहा। वहीं हवा में नमी का स्तर 82 से 94 फीसद के बीच रहा। जिससे पूरे दिन गलन बनी रही। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते ही उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ठंड बनी हुई है। इसके चलते पश्चिमी की दिशा से बर्फीली हवाएं चल रही है। जिसका असर उत्तर भारत के राज्यों में देखा जा सकता है।
नमी के चलते बढ़ रही ठंडी
मौसम विभाग के मुताबिक कई वर्षो के बाद पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी तय समय से पहले हो रही है जिससे ठंड भी अधिक है। इसके अतिरिक्त इस बार बंगाल की खाड़ी से आने वाले हवाओं के चलते नमी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। जिससे सर्दी का सितम कई सालों बाद अधिक दिख रहा है।
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