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    ग्रेटर नोएडा में एमसीए छात्र ने हॉस्टल में फंदा लगाकर दी जान, सुसाइड नोट में लिखा, 'आई गिव अप…'

    Updated: Sat, 06 Dec 2025 10:17 PM (IST)

    ग्रेटर नोएडा में एक एमसीए छात्र ने हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें छात्र ने लिखा, 'आई गिव अप...' ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। 'मैं हार मानता हूं, अपना शरीर और अपनी चीजें अपने परिवार को देता हूं, कृपया परेशानी के लिए क्षमा करें...।' यह बातें सुसाइड नोट में लिखकर एनआईईटी के एमएससी के छात्र ने हास्टल के रूम में फंदा लगाकर जान दे दी। घटना कुछ देर पहले उसने पिता से मोबाइल फोन पर बात की थी। पिता ने दोबारा काॅल की तो रिसीव नहीं होने पर छात्र के रूम मेट से संपर्क कर तत्काल हाॅस्टल पहुंचने को कहा। छात्र व हाॅस्टल का स्टाफ गेट तोड़कर अंदर पहुंचा तो छात्र का शव फंदे से लटका मिला। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर स्वजन को सूचना दी है। स्वजन के आने पर मौत का कारण स्पष्ट होगा।

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    मूलत: झारखंड के साहिबागंज का निवासी छात्र कृष्णकांत (25) एनआईईटी काॅलेज में एमसीए थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। वह नाॅलेज पार्क कोतवाली क्षेत्र में तुगलपुर स्थित क्राउन हास्टल में थर्ड फ्लोर के रूम नंबर 79 में रहता था। शनिवार सुबह कृष्णकांत काॅलेज नहीं गया था। उसने रूममेट ऋतिक से काॅलेज बाद में आने के लिए बोला था। दोपहर करीब दो बजे कृष्णकांत के पिता ने ऋतिक को फोन किया। कहा कि तुम जल्दी से कृष्णकांत के कमरे पर पहुंचा, वह कुछ करने वाला है।

    आनन-फानन में रितिक ने हाॅस्टल में रहने वाले दोस्तों को काॅल किया। दोस्त और हाॅस्टल का स्टाफ पहुंचा तो गेट अंदर से बंद मिला। दरवाजा तोड़कर छात्र अंदर पहुंचे तो रूम के कमरे में गमछे के फंदे से छात्र का शव लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर तलाशी ली। मौके से अंग्रेजी में लिखा सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा था, 'आई गिव अप, गिव माई बाडी एंड माय थिंग्स तो माय फैमिली, प्लीज सारी फाॅर दे ट्रबल...।'

    पूछताछ में पुलिस को रूम मेट रितिक ने बताया कि कृष्णकांत के सिर में कोई बीमारी थी। जब वह ज्यादा देर पढ़ाई करता था तो उसका सिर झुका रह जाता था, इसकी वजह से वह काफी परेशान भी रहता था। वह पढ़ाई में बहुत अच्छा था। पुलिस सूत्राें का कहना है कि हाल ही में किसी कंपनी में उसका सात लाख रुपए पैकेज पर चयन हुआ था, लेकिन उसने नौकरी ज्वाइन नहीं की।

    प्रभारी निरीक्षक सर्वेश कुमार ने बताया स्वजन से बात हुई है। फिलहाल, अभी आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है। सुसाइड नोट में भी कारण नहीं लिखा है। काॅलेज प्रबंधन ने भी घटना का कारण पता होने से मना किया है। स्वजन के आने पर घटना की असल वजह सामने आएगी।

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