मथुरा में हाइब्रिड मॉडल पर YEIDA बसाएगा हेरिटेज सिटी, बांके बिहारी मंदिर के लिए तैयार होगा नया मार्ग
यमुना प्राधिकरण मथुरा के राया अर्बन सेंटर में हेरिटेज सिटी को हाइब्रिड मॉडल पर विकसित करने की योजना बना रहा है। आवासीय भूखंडों का आवंटन यीडा करेगा, जबकि धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों का विकास पीपीपी मॉडल पर होगा। इस परियोजना पर लगभग 950 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण पर 700 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बांके बिहारी मंदिर के लिए एक नया मार्ग भी तैयार किया जाएगा।

हेरिटेज सिटी को हाइब्रिड माॅडल पर विकसित करने की योजना।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। मथुरा जिले के राया अर्बन सेंटर में हेरिटेज सिटी को हाइब्रिड माॅडल पर विकसित करने की योजना है। धार्मिक, सामाजिक गतिविधियों का विकास पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पीपीपी माॅडल पर होगा।
आवास के लिए YEIDA भूखंड योजना निकालकर आवंटन करेगा। प्राधिकरण की सात नवंबर का आगामी बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को विचार के लिए रखा जाएगा। बोर्ड की स्वीकृति के बाद विकासकर्ता चयन की प्रक्रिया शुरू होगी।
यमुना प्राधिकरण के फेज दो में शामिल मथुरा जिले में राया अर्बन सेंटर विकसित होगा। यीडा प्रथम चरण में अर्बन सेंटर के तहत हेरिटेज सिटी विकसित करेगा। इसकी डीपीआर सीबीआरई साउथ एशिया प्रा. लि. से तैयार कराई गई है।
मानसून के दौरान प्रस्तावित क्षेत्र में यमुना नदी की बाढ़ का पानी पहुंच गया था। इसके बाद दोबारा सर्वे का फैसला किया गया था। हेरिटेज सिटी को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा बनाए जा रहे मार्ग के दोनों ओर विकसित होना है।
15.3 किमी लंबा यह मार्ग एनएच 44 को यमुना एक्सप्रेस वे के 101 किमी पर जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है, लेकिन एनएचएआई ने इसमें आंशिक बदलाव किया है। इस वजह से हेरिटेज सिटी में भी आंशिक बदलाव हो सकता है। इसलिए यीडा ने सीबीआरई को सर्वे का निर्देश दिया था।
हेरिटेज सिटी परियोजना 753 एकड़ में है। इस पर 950 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। प्राधिकरण इस परियोजना को हाइब्रिड माॅडल पर विकसित करने की योजना बना रहा है। यीडा सीईओ राकेश कुमार सिंह का कहना है कि परियोजना का कुछ हिस्सा पीपीपी माॅडल पर व शेष प्राधिकरण की ओर से विकसित किया जाएगा।
जमीन अधिग्रहण पर तकरीबन 700 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस रकम को जुटाने के लिए यीडा आवासीय समेत अन्य श्रेणी में भूखंडोंं का विक्रय करेगा। मथुरा क्षेत्र में आवासीय भूखंडों की अधिक मांग को देखते हुए यीडा को जमीन अधिग्रहण पर खर्च होने वाली रकम को जुटाने में आसानी होगी। धार्मिक, सामाजिक गतिविधियों के लिए पीपीपी माडल पर सुविधाएं विकसित होंगी।
बांके बिहारी मंदिर के लिए नया मार्ग होगा तैयार
हेरिटेज सिटी को एनएचएआई द्वारा बनाए जाए रहे मार्ग के दोनों ओर बसाया जाएगा। यमुना नदी पर बनाए जा रहे सस्पेंशन ब्रिज से इसे जोड़ने के लिए एक सड़क होगी। इसके जरिये सीधे बांके बिहारी मंदिर पहुंचने का नया मार्ग तैयार होगा।
हेरिटेज सिटी के लिए इन गांवों की जमीन होगी अधिगृहीत
हेरिटेज सिटी के लिए अरुआ खादर, भीम खादर, डांगोली खादर, पानी गांव खादर, पिपरोली खादर, जहांगीरपुर, बेगमापुर खादर, जहांगीरपुर खादर आदि की जमीन अधिगृहीत की जाएगी।
यह सुविधाएं होंगी हेरिटेज सिटी में विकसित
यमुना प्राधिकरण की ओर से हेरिटेज सिटी परियोजना मेंं कथा वाचनालय, हाट, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, विश्राम गृह, आध्यात्मिक केंद्र, प्यूजियम, होटल आदि विकसित किए जाएंगे।
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