ग्रेटर नोएडा में एफ1 सर्किट को फिर से सक्रिय करने की तैयारी, पीपीपी मॉडल पर टास्क फोर्स का सुझाव
ग्रेटर नोएडा में बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट को फिर से शुरू करने की योजना है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने सर्किट को पुनर्जीवित करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल का प्रस्ताव रखा है। सर्किट को चलाने के लिए एक टास्क फोर्स बनाने का सुझाव दिया गया है। इससे क्षेत्र में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक और लोक लेखा समिति के सदस्य डाॅ. राजेश्वर सिंह ने जेपी स्पाेर्ट्स सिटी स्थित बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट फाॅर्मूला वन को सक्रिय करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा है। उन्होंने यमुना प्राधिकरण के आधीन रेसिंग रिवाइवल टास्क फोर्स गठित करने का सुझाव देते हुए इसमें जेपी ग्रुप, फेडरेशन ऑफ मोटर स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया, निजी निवेशकों को इसमें शामिल करने और पीपीपी माॅडल पर सक्रिय करने का संभावनाएं तलाशने का आग्रह किया है। टास्क फोर्स गठन के लिए यीडा अधिकारियों को दिशा-निर्देश देने का अनुरोध किया है।
डा. राजेश्वर सिंह का कहना है कि फाॅर्मूला वन सर्किट के कारण उत्तर प्रदेश को खेल में वैश्विक प्रतिष्ठा मिली थी। तीन हजार करोड़ की लागत से बने एफ वन सर्किट में 2013 तक एफ वन ग्रांड प्री का आयोजन भी हुआ। इससे भारत रेसिंग खेलों की मेजबानी करने वाले दुनिया के चुनिंदा देशों की पंक्ति में शामिल हो गया लेकिन प्रशासनिक व वित्तीय कारणों से आयोजनों को बंद कर दिया गया।
फाॅर्मूला वन सर्किट में फाॅर्मूला वन, मोटो जीपी आदि के लिए ढांचा मौजूद है। एफवन दुनिया में सबसे अधिक देखे जाने वाला मोटर स्पोर्ट्स है। दुनिया में इसके 820 मिलियन से अधिक प्रशंसक हैं। इसके आयोजन से पर्यटन, मनोरंजन क्षेत्र के विकास की संभावनाओं को मजबूती के साथ रोजगार सृजन होता है।
इसके आयोजन से उत्तर प्रदेश को अमेरिका, आबूधावी, सिंगापुर जैसी प्रतिष्ठा मिलेगी। प्रदेश सरकार के एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में भी एफ वन महत्वपूर्ण साबित होगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक होने के कारण यह क्षेत्र देश की मोटर स्पोर्ट्स और एंटरटेनमेंट कैपिटल के तौर पर विकसित हो सकता है।
सर्किट के पुनरोद्धार से यह न्यू इंडिया के तीनों स्तंभ स्पीड, स्किल और स्केल का मजबूत स्तंभ बन जाएगा। ज्ञात हो कि यीडा ने जेपी समूह के एसडीजेड का आवंटन रद कर रखा है। इसी में फाॅर्मूला वन सर्किट बना है। फिलहाल, यह यीडा के अधिकार में है। आवंटन रद होने का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
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