Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    CBSE ने स्कूलों के लिए जारी की प्रैक्टिकल एग्जामिनर्स की लिस्ट, जल्द होंगी परीक्षाएं

    Updated: Wed, 24 Dec 2025 05:49 PM (IST)

    सीबीएसई ने स्कूलों को प्रैक्टिकल परीक्षा कराने के लिए एग्जामिनर्स की लिस्ट जारी कर दी है। परीक्षाएं 1 जनवरी से 14 फरवरी तक होंगी। स्कूलों ने स्टूडेंट् ...और पढ़ें

    Hero Image

    सीबीएसई ने स्कूलों को प्रैक्टिकल परीक्षा कराने के लिए एग्जामिनर्स की लिस्ट जारी कर दी है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नोएडा। CBSE ने प्रैक्टिकल परीक्षा कराने के लिए स्कूलों को एग्जामिनर्स की लिस्ट जारी कर दी है। ये परीक्षाएं 1 जनवरी से 14 फरवरी तक होनी हैं। प्रैक्टिकल परीक्षाओं में स्टूडेंट्स को अच्छे नंबर लाने में मदद करने के लिए स्कूलों ने रिवीजन क्लास शुरू कर दी हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों परीक्षाएं नंबर लाने में अहम भूमिका निभाती हैं। इसलिए, स्कूल स्टूडेंट्स को एग्जामिनर्स के सवालों के सही जवाब देने का तरीका बता रहे हैं ताकि वे ज़्यादा से ज़्यादा नंबर ला सकें। टीचर क्लास 12 के स्टूडेंट्स के लिए बड़े पैमाने पर रिवीजन क्लास ले रहे हैं।

    स्कूल तैयारियों में व्यस्त हैं, वहीं बोर्ड परीक्षाएं फरवरी में शुरू होने वाली हैं। टीचर स्टूडेंट्स को बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर नंबर लाने के लिए गाइड कर रहे हैं। यह ध्यान देने वाली बात है कि JEE परीक्षा 21 जनवरी को होनी है, इसलिए स्कूल जनवरी के पहले हफ्ते में प्रैक्टिकल परीक्षाएं करवाएंगे।

    प्रैक्टिकल परीक्षा के नंबर जरूरी

    प्रैक्टिकल परीक्षाओं की तारीखें भी जारी कर दी गई हैं। प्रैक्टिकल परीक्षाएं, प्रोजेक्ट वर्क और एक्सटर्नल असेसमेंट 1 जनवरी से शुरू होंगे। टीचर प्रैक्टिकल परीक्षाओं से पहले लैब में स्टूडेंट्स के लिए प्रैक्टिस सेशन करवा रहे हैं। प्रैक्टिकल के नंबर, थ्योरी के नंबरों के साथ मिलकर स्टूडेंट्स को अच्छा स्कोर हासिल करने में मदद करते हैं। स्टूडेंट्स पूरे साल साइंस लैब में प्रैक्टिकल करते हैं, और सब्जेक्ट-स्पेसिफिक प्रैक्टिकल उनकी लिखने की स्किल्स को भी बेहतर बनाते हैं।

    नंबरों को समझना

    APJ स्कूल की प्रिंसिपल और CBSE सिटी कोऑर्डिनेटर नेहा शर्मा ने कहा कि साइंस सब्जेक्ट्स के प्रैक्टिकल एग्जाम 30 नंबर के होते हैं, जबकि थ्योरी एग्जाम 70 नंबर का होता है। अगर स्टूडेंट्स एग्जामिनर्स को बेहतर जवाब देते हैं, तो वे 30 में से अच्छे नंबर ला सकते हैं और कुल मिलाकर बेहतर स्कोर हासिल कर सकते हैं।

    थ्योरी एग्जाम के साथ-साथ प्रैक्टिकल एग्जाम भी बहुत ज़रूरी हैं। मैथ्स में एक्सटर्नल असेसमेंट के लिए 20 नंबर हैं, इंग्लिश में लर्निंग और स्पीकिंग के असेसमेंट के लिए 20 नंबर हैं, और दूसरे सब्जेक्ट्स में प्रोजेक्ट वर्क के लिए भी नंबर दिए गए हैं। प्रैक्टिकल के नंबर थ्योरी एग्जाम में अच्छा स्कोर करने में मददगार साबित होंगे।