'वोट कटा तो पता नहीं कौन सा कागज ढूंढवाएगी सरकार', अखिलेश यादव ने कहा- पूरी जिम्मेदारी से करें SIR पर काम
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कहा कि सरकार बिना ट्रेनिंग के बीएलओ से काम करा रही है। उन्होंने एसआईआर पर कटाक्ष करते ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। पेड़ों की पत्तियों पर धूल जमी है तो यहां के लोगों के फेफड़ों का क्या हाल होगा। हरनंदी की हालत देखो कुछ दूरी पर बुलंदशहर में काली नदी भी बहती है। इन नदियों का दूषित व कचरा युक्त पानी कन्नौज तक पहुंच रहा है। वहीं पानी बाद में गंगा में मिल जाता है।
देश के प्रधानमंत्री जो गंगा साफ करना चाहते थे। गंगा तो साफ नहीं हुई, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा सफाई के नाम पर बजट साफ जरूर कर दिया है। यह बाते समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख गांव में अक्षय चौधरी के आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहीं।
इस दौरान वे एसआईआर पर भी कटाक्ष करने से नहीं चूके। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि एसआईआर पर पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करें। यदि एक बार वोट कट गया तो सरकार न जाने आपसे कौन सा कागज ढूंढवाएगी। सोची समझी साजिश है। सत्ता के लोग एसआईआर के बहाने एनआरसी कर रहे हैं। तमाम लोग छूटते जा रहे हैं।
जो कार्यकर्ताओं से जानकारी मिल रही है, आप लोग देख लेना उत्तर प्रदेश में पांच करोड़ लोगों को फाॅर्म दोबारा भरना पड़ेगा। भाजपा सरकार पांच करोड़ वोट कटाने के प्रयास में लगी है। एसआईआर पर बीएलओ बिना ट्रेनिंग के काम कर रहे हैं। अधिकारी उन पर दबाव बना रहे हैं।
नाबालिग से एसआईआर का काम कराने के सवाल पर कहा बीएलओ अपने परिवार के लोगों से काम कराने को मजबूर है क्योंकि आज के बच्चे हाईटेक है। यह निर्वाचन आयोग को सोचना चाहिए। उन्होंने इलेक्शन कमीशन के मैपिंग एप पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जांच होनी चाहिए कि कहीं ये वही कंपनी तो काम नहीं कर रही जिसने बीजेपी को इलेक्टोरल बांड में बड़े पैमाने पर चंदा दिया हो।
वंदे मातरम के मुद्दे पर बोलते हुए कहा वंदे मातरम, इंकलाब जिंदाबाद जय हिंद का नारा देकर राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोष हित देश के बडे क्रांतिकारियों ने आजादी दिलाई, लेकिन बीजेपी के लोग हर जगह विवाद ढूंढते हैं। यह राष्ट्रीयवादी पार्टी वाले लोग नहीं है यह राष्ट्रीय विवादी पार्टी के लोग है।
अखिलेश यादव ने कहा कि 2027 में योगी आदित्यनाथ की विदाई तय है। अखलाक मामले पर कहा कि सरकार कानून के नाम पर पक्षपात कर रही है। नोएडा एयरपोट के निर्माण कार्य पूरा न होने पर कहा कि अंतिम एनओसी सपा सरकार में दी गई थी।
उन्होंने कोडीन कफ सिरप मामले पर तंज कसते हुए कहा कि जब से यह मामला आया है बुलडोजर का ड्राइवर ही बुलडोजर छोड़कर भाग गया है। न ड्राइवर है और न चाबी है। बुलडोजर इसलिए नहीं चल रहा है, क्योंकि इसमें स्वजातीय लोग शामिल है। उन्होंने कहा कि देश में कोई घुसपैठिया नहीं है।
यदि सरकार के 11 साल बाद भी घुसपैठिए ढूंढे जा रहे हैं तो सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। ईवीएम से चुनाव पर बोले कि अमेरिका जापान और जर्मनी जैसे विकसित देशों में आज भी बैलेट पेपर से चुनाव कराते हैं। जर्मनी के सुप्रीम कोर्ट का आर्डर है कि अगर ईवीएम से वोट पड़ता है तो असवैधानिक माना जाएगा। ईवीएम पर जब विदेशों में भी सवाल खड़े हो रहे हैं तो भारत में ईवीएम हटाने में परेशानी क्या है।
फिल्म सिटी को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास इतने कलाकार मंत्री हैं कि उन्हें फिल्म सिटी की जरूरत ही नहीं है। अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग पीडीए के परिवार का घर गंगाजल से धुलवाते हैं, महाकुंभ में मौतों का आंकड़ा छिपाते हैं और पीड़ितों को ब्लैक मनी देते हैं वहीं असली जंगली है।

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