Nepal Protest : होटल की पांचवीं मंजिल पर ठहरे थे, नीचे हो रही थी आगजनी, तोड़फोड़ और लूटपाट
Muzzaffarnagar News मुजफ्फरनगर के भाजपा नेता समेत नौ लोग नेपाल में हिंसा के कारण फंस गए थे। वे तीर्थयात्रा पर गए थे और काठमांडू में उपद्रव के कारण फंस गए। गाइड और रिश्तेदारों की मदद से वे सुरक्षित भारत लौट आए हैं। दूतावास और भाजपा नेताओं ने भी उनकी सुरक्षित वापसी में सहायता की।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। जनपद के भाजपा नेता समेत नौ लोग नेपाल की हिंसा, आगजनी के बीच सुरक्षित भारत लौट आए हैं। अपने घर आए लोगों ने बताया कि चार दिन कठिन परीक्षा से गुजरे हैं। वह होटल की पांचवीं मंजिल पर ठहरे हुए थे, जबकि उसके नीचे सड़क और आसपास आगजनी, तोड़फोड़ और लूटपाट हो रही थी। यह देखकर दिल कांप गया, युवा वर्ग उत्पात मचाता हुआ घूम रहा था।
जानसठ रोड स्थित आत्मकुंज कालोनी निवासी भाजपा नेता सुनील तायल अपने साथियों कुलदीप सिंह, प्रवीण गोयल, सचिन गुप्ता, वरुण कुमार, पवन कुमार, अजय जैन, सुशील त्यागी, आशु बंसल, भोपाल सिंह तथा तितावी के गांव अमीननगर निवासी सरदार जागन सिंह के साथ 07 सितंबर को नेपाल में तीर्थ यात्रा के लिए गए थे, जिन्हें 14 सितंबर को वापस लौटना था। सभी लोगों को भगवान श्रीपशुपतिनाथ, मुक्तिनाथ मंदिर में दर्शन के साथ पूजा-अर्चना करनी थी। आठ सितंबर को नेपाल में हिंसा भड़क गई।
इसके चलते सभी लौग नेपाल के काठमांडू में फंस गए। शुक्रवार को सभी लोग सुरक्षित भारत पहुंचे हैं। भाजपा नेता सुनील तायल ने बताया कि काठमांडू से मुक्तिनाथ, काशवानी यात्रा करनी थी, इसके लिए सोमवार की सुबह नेपाल की सड़कों पर उपद्रव शुरू हो गया। लगभग साढ़े सात बजे मुक्तिनाथ से छह किलोमीटर पहले ही गाइड सरोज थापा ने गाड़ी रोक दी। यहां पर सड़क पर आगजनी, तोड़फोड़ करते युवा घूम रहे थे, जिन्हें देखकर सभी सहम गए।
आंसू गैस के गोले, फायरिंग की होती देखी है। आंसू गैस का प्रभाव उन तक भी पहुंचा। उनके गाइड सरोज ने तुरंत अनुपम होटल में ठहरा दिया। वह होटल की पांचवीं मंजिल पर थे, लेकिन उसके नीचे ही सामने वाले होटल में आगजनी, तोड़फोड होती देखकर सहम गए थे। उनके साथ मुंबई के भी कुछ लोग में फंसे थे। आठ की रात्रि और नौ सितंबर की दोपहर तक खूब उपद्रव किया गया। नेपाल में सरकारी संपत्तियों, भवनों, गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई।
दूतावास से किया संपर्क, महादेव का करते रहे जाप
भाजपा नेता सुनील ने बताया कि हिंसाग्रस्त आपदा में चार दिन तक फंसे रहे। मुजफ्फरनगर से राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान समेत भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उनसे संपर्क किया। इसके बाद भारतीय दूतावास के अधिकारी पंकज कुमार से फोन पर कई बार बातचीत हुई। होटल से बाहर निकलने की मनाही थी। एक बार आगजनी देखकर ठान लिया था कि कुछ भी हो सकता है, लेकिन निरंतर महादेव का जाप करते रहे। होटल में फंसे लोग एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते रहे।
रिश्तेदार ने की सहायता, घर पर ठहराया
तनाव और हिंसा के बीच उन्हें नेपाल में रहने वाले रिश्तेदार श्रवण गोयल ने संपर्क किया। सेना द्वारा सुरक्षा की कमान संभालने के बाद हालात बदले तो उनके रिश्तेदार सभी लोगों को अपने साथ घर ले गए। गुरुवार को छह लोगों के एयर टिकट हो गए थे, लेकिन चार लोगों को टिकट नहीं मिले।
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इसको लेकर श्रवण गोयल ने शेष चारों लोगों के टिकट कराने में सहायता की। जिसके चलते शुक्रवार को सभी लोग काठमांडू एयरपोर्ट से तीन फ्लाइट के माध्यम से भारत आए हैं।
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