मुजफ्फरनगर में लुटेरों-डकैतों पर शिकंजा, 10 साल पुराने अपराधियों की कुंडली खंगालेगी पुलिस
मुजफ्फरनगर पुलिस पिछले दस वर्षों से सक्रिय लुटेरों और डकैतों का नया ब्यौरा तैयार कर रही है। एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देश पर 512 चिह्नित बदमाशों ...और पढ़ें
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। जिले में लूट और डकैती की वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों पर शिकंजा कसने जा रहा है।
बीते दस वर्षों में सक्रिय रहे लुटेरों और डकैतों की कुंडली नए सिरे से तैयार की जाएगी। इन बदमाशों की आमदनी से लेकर गैंग कनेक्शन तक की जानकारी खंगाली जाएगी। सक्रिय मिलने वाले बदमाशों पर गैंग्स्टर-गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पिछले दिनों जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई लूट और डकैती की घटनाओं को देखते हुए एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने जिले में अपराध नियंत्रण को लेकर नई और ठोस कार्ययोजना लागू करने के निर्देश दिए हैं। जिले में बदमाशों के सत्यापन का अभियान शुरू कराया जा रहा है।
पिछले वर्षों में लूट और डकैती में शामिल रहे बदमाश फिलहाल कहां हैं, क्या कर रहे हैं, उनकी आमदनी का स्रोत क्या है और कहीं वह किसी नए या पुराने आपराधिक गिरोह से तो नहीं जुड़े। इन तमाम पहलुओं की गहन जांच की जाएगी।
इसके तहत बीते दस वर्षों में लूट की घटनाओं में शामिल लगभग 512 बदमाशों को चिह्नित किया गया है। इन सभी बदमाशों का विशेष सत्यापन अभियान चलाकर रिकार्ड अपडेट किया जाएगा।
सत्यापन के दौरान यह देखा जाएगा कि संबंधित अपराधी वर्तमान में किस स्थान पर रह रहा है, उसकी आजीविका का माध्यम क्या है और पिछले छह महीनों में उसकी लोकेशन किन-किन जगहों पर रही है। यदि कोई अपराधी संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाया गया या किसी गिरोह से जुड़ा मिला, तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत व एसपी देहात आदित्य बंसल अपने-अपने क्षेत्रों में हर सप्ताह समीक्षा करेंगे, ताकि किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो। एसएसपी ने निर्देश दिए है कि सत्यापन केवल औपचारिकता न बने, बल्कि जमीनी स्तर पर ठोस जानकारी जुटाई जाए। इतना ही नहीं, नकबजनों और शातिर चोरों का भी सत्यापन इसी अभियान के तहत किया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।