UP EOW ने 25 साल पुराने घोटाले का आरोपित मुजफ्फरनगर से दबोचा, मामले का बहराइच जिले से है कनेक्शन
Muzaffarnagar News उत्तर प्रदेश आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) ने मुजफ्फरनगर से 25 साल पुराने उर्वरक अनुदान घोटाले के एक आरोपित को गिरफ्तार किया। यह मामला 2006 में बहराइच के थाना मोतीपुर में दर्ज हुआ था जिसमें 1.28 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है। ईओडब्ल्यू ने शिकंजा अभियान के तहत उसे गिरफ्तार किया।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) उत्तर प्रदेश की टीम ने 25 साल पुराने उर्वरक अनुदान घोटाले के मामले में जनपद के रहने वाले आरोपित को गिरफ्तार किया है। घोटाले के इस मामले में बहराइच के थाना मोतीपुर में 11 लोगों के खिलाफ 2006 में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसमें करोड़ों रुपये के अनुदान हड़पने का आरोप था। तभी से यह आरोपित वांछित चल रहा था।
वर्ष 1998 से 2000 के बीच का है प्रकरण
यह प्रकरण वर्ष 1998 से 2000 के बीच का है। जब बहराइच जनपद के मिहीपुरवा स्थित मैसर्स अवध फर्टिलाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, निदेशकगण और कर्मचारियों ने मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार कर खाद उत्पादन में प्रयुक्त राक फास्फेट और सिंगल सुपर फास्फेट की खरीद-बिक्री में अनियमितता की थी। इसके जरिए केंद्र सरकार से मिलने वाले अनुदान की धनराशि लगभग 1.28 करोड़ रुपये गबन कर ली गई थी।
घोटाले का राजफाश विशेष अनुसंधान शाखा (कृषि) जनपद लखनऊ की जांच में हुआ था। इसके बाद 22 मार्च 2006 को धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने और साजिश रचने के आरोप में जनपद बहराइच के थाना मोतीपुर में मुकदमा दर्ज किया गया था। प्रारंभिक विवेचना थाना मोतीपुर पुलिस ने की थी, लेकिन 30 जून 2006 को शासनादेश के बाद इसकी विवेचना ईओडब्ल्यू को सौंप दी गई थी।
11 अभियुक्त दोषी पाए गए
इनकी जांच में कुल 11 अभियुक्त दोषी पाए गए थे। इनमें से दो की मौत हो चुकी है, जबकि पांच के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। शेष चार में से एक आरोपित मनमोहन कुमार भरतिया पुत्र सत्य नारायण निवासी मकान नंबर 58 मुहल्ला घेरखत्ती, थाना नई मंडी फरार चल रहा था। ईओडब्ल्यू द्वारा चलाए जा रहे अभियान शिकंजा के तहत टीम ने मंगलवार को मुजफ्फरनगर में दबिश देकर मनमोहन कुमार भरतिया को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि मनमोहन उस समय फर्म पीताम्बर ट्रेडर्स मुजफ्फरनगर का व्यवस्थापक/आपूर्तिकर्ता था। उधर, नई मंडी कोतवाल दिनेशचंद्र बघेल ने बताया कि ईओडब्ल्यू की टीम द्वारा कोतवाली में आमद दर्ज कराई थी, आरोपित मनमोहन को टीम साथ ले गई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।