मॉडिफाइड सेंट्रो कार में पकड़ा गया 68 किलो गांजा, पकड़े गए युवक का ड्राइवर तीन पहले गांजा तस्करी में हुआ था गिरफ्तार
मुजफ्फरनगर के मीरापुर में पुलिस ने एक और गांजा तस्करी का मामला पकड़ा है। पुलिस ने 68 किलो गांजे के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। हैरान करने वाली बात यह है कि जिस सेंट्रो कार में गांजा मिला उसका नंबर भी तीन दिन पहले पकड़ी गई कार के जैसा ही था।

संवाद सहयोगी, मुजफ्फरनगर। मीरापुर थाना पुलिस ने एक बार फिर गांजा तस्करी का बड़ा जखीरा बरामद किया है। खास बात यह है कि जिस मॉडिफाइड सेंट्रो कार में गांजा पकड़ा गया है, उसका नंबर भी वही है, जो तीन दिन पहले गांजे के साथ पकड़ी गई कार का था। इस कार से भी 68 किलो गांजा पकड़ा गया है। पुलिस अब जांच में जुटी है कि आखिर इन दोनों गाड़ियों में असली कौन सी है। तीन दिन पहले पकड़ा गया आरोपित रमेश इसी कार का ड्राइवर था।
शुक्रवार दोपहर पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने प्रेसवार्ता में बताया कि गुरुवार देर रात मीरापुर पुलिस कुतुबपुर झाल के पास चेकिंग कर रही थी। तभी एक सेंट्रो कार को रोका और उसकी तलाशी ली गई तो उसमें से 67 किलो 400 ग्राम गांजा बरामद हुआ। इस दौरान योगेंद्र कुमार निवासी ग्राम मंदवाड़ा थाना बुढ़ाना को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसका साथी प्रमोद उर्फ पप्पू निवासी पानीपत भागने में सफल रहा।
एसएसपी ने बताया कि बरामद गांजे की कीमत करीब 25 लाख रुपये है। पुलिस ने कार को सीज कर दिया है। एसएसपी ने बताया कि यह लोग उड़ीसा से गांजा लाकर शामली, कैराना, मेरठ, पानीपत और मुजफ्फरनगर में आसपास के क्षेत्रों में तस्करी करते थे। पूछताछ करने पर योगेंद्र ने बताया कि वह अपने साथी प्रमोद उर्फ पप्पू के साथ मिलकर गांजा तस्करी करता है। तीन दिन पहले मीरापुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया रमेश योगेंद्र का ही ड्राइवर था। यह दोनों उड़ीसा से गांजा लाकर अलग-अलग क्षेत्रों में सप्लाई कर रहे थे। इनकी सेंट्रो कार का रंग व नंबर समान था। दोनों कार को गांजा तस्करी के हिसाब से माडिफाइड कर रखा था। डिग्गी में स्पेशल बाक्स भी बनाया गया था।
एसएसपी मीरापुर पुलिस टीम को 15 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। प्रेस वार्ता में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, एसपी देहात आदित्य बंसल, सीओ सदर डा. रवि शंकर मौजूद रहे।
गौरतलब है कि नौ सितंबर को मीरापुर पुलिस ने इसी तरह की माडिफाइड सेंट्रो कार से 68 किलो गांजा बरामद किया था। उस समय हरियाणा के जिला पानीपत निवासी रमेश गिरफ्तार किया गया था, जबकि उसका साथी संजय फरार हो गया था। रमेश के पास योगेंद्र के जैसी ही सेंट्रो कार बरामद हुई थी। दोनों गाड़ियों का नंबर सेम होने की वजह से पुलिस इस पूरे नेटवर्क की कड़ियों को खंगाल रही है।
एसएसपी का कहना है कि दोनों घटनाओं में एक जैसी कार और तस्करों का हरियाणा कनेक्शन सामने आना, इस बात का संकेत है कि गिरोह बेहद संगठित और चालाकी से काम कर रहा है।
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