तेज रफ्तार ने उजाड़ दिए तीन परिवार...अब आंसुओं का सैलाब, पहले से गमजदा परिवार पर टूटा मुसीबतों का पहाड़
मुजफ्फरनगर तीन दिन

तेज रफ्तार ने उजाड़ दिए तीन परिवार...अब आंसुओं का सैलाब, पहले से गमजदा परिवार पर टूटा मुसीबतों का पहाड़
मुजफ्फरनगर : तीन दिन पहले की ही बात है, करनाल जिले के फरीदपुर के महेंद्र की कैंसर के कारण मृत्यु हुई। इस दुख से परिवार के लोग उबर भी नहीं पाए थे। गमजदा परिवार के लोग उनकी अस्थियां लेकर हरिद्वार तक नहीं पहुंच सके और रास्ते में ही मौत ने झपट्टा मार दिया। उसकी वजह बनी तेज रफ्तार...जिसने तीन परिवार उजाड़ दिए हैं। पुलिस के मुताबिक कार का टायर भी फटा था। लेकिन कार की रफ्तार यदि कम होती, तो इतना बड़ा हादसा न होता।
तितावी थाना क्षेत्र में पानीपत-खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए हादसे में पानीपत की न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी में रहने वाले रमेश अरोडा के भाई सुनील की पत्नी अंजू की भी मौत हुई है। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे रमेश बेसुध बैठे हुए थे। जैसे ही उनसे हादसे पर बात की, तो आंखें भर आईं। वह बोले, बहुत बुरा हो गया, परिवार के लोगों को क्या पता था, अस्थियां विसर्जन करने जाएंगे और यहां लाशों का ढेर देखना पड़ेगा। रमेश ने बताया कि हादसे में मरने वाली विम्मी मृतक महेंद्र की बहन थी। विम्मी और उनके पति राजेंद्र की भी मौत हुई है। राजेंद्र का पानीपत में हैंडलूम का कारोबार है। इसके अलावा महेंद्र की पत्नी मोहिनी व पुत्र पीयूष भी नहीं रहे और दूसरा बेटा हार्दिक घायल है। यह दुख सहन नहीं हो पा रहा है।
रात को सो नहीं पाया था चालक शिवा
माना जा रहा है कि चालक शिवा की झपकी के कारण उसकी और परिवार के पांच लोगों की जान चली गई और एक किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया। हालांकि मुजफ्फरनगर पुलिस अभी हादसे का स्पष्ट कारण नहीं बता पा रही है। चालक शिवा के भाई मोहित का कहना है कि उसका भाई शिवा परिवार के साथ ज्वाला माता पर गया था। वह सुबह तीन बजे ही लौटा था। अर्टिगा कार मालिक ने हरिद्वार की बुकिंग ली हुई थी तो उसने शिवा को जबरदस्ती हरिद्वार भेज दिया। शिवा हरिद्वार जाने से मना कर रहा था। मालिक ने घर के आगे कार खड़ी कर दी तो शिवा को जाना पड़ा।
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सर्दी के सीजन में पड़ता है घना कोहरा, रहना होगा सावधान
मुजफ्फरनगर : अभी मौसम साफ है, लेकिन सर्दी में घना कोहरा पड़ता है। उसकी वजह से सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ जाती हैं। पुलिस प्रशासन की तरफ से सर्दी के सीजन में हादसों की रोकथाम को लेकर कवायद हो रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिलेभर में पांच हजार ट्रैक्टर ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर लगवाए जाने का लक्ष्य रखा है। साथ ही होटल एवं ढाबा संचालकों के साथ मीटिंग कर तय किया जाएगा कि वाहनों की पार्किंग सड़क तक न की जाए।
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