UPPCL: कुंदरकी में बिजली विभाग का सख्त कदम, OTS योजना का लाभ नहीं उठाने पर कर रहा ये कार्रवाई
UPPCL । कुंदरकी में आधे उपभोक्ताओं पर बिजली बिल बकाया है जिससे ऊर्जा निगम को 18 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। वहीं प्रशासन की सख्ती के बाद धार्मिक स्थलों से बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन आ रहे हैं। ऊर्जा विभाग द्वारा विशेष शिविर लगाकर बकायेदारों को लाभ दिया जा रहा है। साथ ही बिल नहीं जमा करने पर विभाग मीटर उतार रहा है।
संवाद सूत्र, कुंदरकी। UPPCL | ऊर्जा निगम के लाख जतन के बाद भी बकाया समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। आधे उपभोक्ताओ पर ऊर्जा निगम का बकाया है। उपभोक्ता ने बिजली फूंकने के बाद बिल जमा नही किया है। जिस कारण उन पर 18 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है। दूसरी ओर प्रशासन की सख्ती के बाद कुंदरकी के धर्मिक स्थलो से बिजली कनेक्शन के लिए लगातार आवेदन आ रहे है।
कुंदरकी उपकेंद्र के अंतर्गत रविवार तक आठ से अधिक मस्जिदों से आवेदन के लिए कमेटी के लोग बिजलीघर पहुंचकर दस्तावेज जमा करा चुके हैं। कुंदरकी थानांतर्गत 244 मंदिर, मस्जिद व चर्च हैं। इसके अलावा बिजली के बकायदारों के लिए ऊर्जा विभाग द्वारा विशेष शिविर लगाकर लाभ दिलाया जा रहा है। सबस्टेशन कुंदरकी, जलालपुर खास, भैसोड़, अहमदनगर जैतवाड़ा, ग्वारु में कुल 36 हजार उपभोक्ता है।
योगी सरकार चला रही एकमुश्त समाधान योजना
आंकड़ों के मुताबिक, इन पांच सबस्टेशन पर यहां 18 करोड़ रुपए का बकाया चल रहा है। इसी कारण योगी आदित्यनाथ सरकार ने बिजली बिल के बकायदारों के लिए एकमुश्त समाधान योजना लागू की गई। जिसमे घरेलू, वाणिज्यिक, निजी संस्थान, निजी नलकूप और औद्योगिक विद्युत कनेक्शनों पर 15 दिसंबर से लागू ब्याज में छूट ले सके।
विभाग ने दिखाई सख्ती
कुंदरकी एसडीओ अनिल कुमार के नेतृत्व अलग-अलग क्षेत्र मे बिजली कर्मचारी भ्रमणशील रहकर बकायदारों को योजना का लाभ देने के लिए शिविर लगाकर जागरूक कर रहे हैं। वहीं, शनिवार से बिजली विभाग ने सख्ती कर 50 हजार से अधिक बकाएदार उपभोक्ता के घर पर पहुंचकर आपूर्ति बंद कर मीटर उतारने के साथ कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। बिजली विभाग का लक्ष्य है कि एक मुफ्त समाधान योजना का बकायदार लाभ उठाएं पाए। वहीं, क्षेत्र के प्रत्येक धार्मिक स्थलों पर मीटर लगाए जा सके।
कुंदरकी एसडीओ अनिल कुमार ने बताया कि घरेलू बिजली बिल माफी योजना का उद्देश्य बकाया बिजली बिलों के बोझ तले दबे उपभोक्ताओं को राहत देना है। इस योजना के अंतर्गत अब तक 2200 उपभोक्ता लाभ उठा चुके हैं। धार्मिक स्थलों से स्वतः ही आवेदन आ रहे हैं, लेकिन विभाग द्वारा मीटर लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
सहरावत थाना प्रभारी प्रदीपु कुमार ने बताया कि कुंदरकी थाना की सीमा मे नगर समेत 66 गांव हैं, जिसमें 115 मंदिर व 128 मस्जिद व चर्च थाने के रिकॉर्ड मे पंजीकृत हैं। सुरक्षा के नजरिए से प्रत्येक हल्का दारोगा व बीट के सिपाही पर धर्मिक स्थलों का भौतिक सत्यापन व नक्शा भी बुक लेट मे अंकित है।
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