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    UPPCL के अध्‍यक्ष बोले- 46 हजार करोड़ का घाटा झेल रहा ब‍िजली व‍िभाग, 62 लाख उपभोक्‍ताओं ने नहीं जमा की राश‍ि

    यूपीपीसीएल को करोड़ों का घाटा हो रहा है। बिजली विभाग लगातार घाटे में जा रहा है। उपभोक्ताओं की संख्या के अनुपात में कर्मचारी की संख्या नहीं बढ़ाई जा सकती। निजीकरण के दौरान किसी भी अभियंता व कर्मचारी का कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। यह बातें शन‍िवार को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष डा. आशीष गोयल ने कही।

    By Anshu Dixit Edited By: Vrinda Srivastava Updated: Sat, 21 Dec 2024 02:00 PM (IST)
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    यूपीपीसीएल को करोड़ों का घाटा, अध्यक्ष ने जताई चिंता।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। बिजली विभाग लगातार घाटे में जा रहा है। आप लोग एक साल में विभाग को ठीक करने की बात करते हैं, मैं पूछता हूं कि विभाग में आप सभी अभियंता सालों से काम कर रहे हैं तो क्यों नहीं ठीक कर लेते। चलो आज से ही काम ठीक करना शुरू कर दो। उपभोक्ताओं की संख्या के अनुपात में कर्मचारी की संख्या नहीं बढ़ाई जा सकती। क्योंकि तकनीक बढ़ी है। यह बातें शन‍िवार को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष डा. आशीष गोयल ने कही।

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    उन्‍होंने कहा क‍ि जूनियर इंजीनियर को उपभोक्ताओं के बीच जाने की अब क्या जरूरत? अब तो अधिकांश सुविधाएं आनलाइन हो गई हैं। विभाग लगातार घाटे की ओर जा रहा है। ऐसे में निजीकरण के दौरान किसी भी अभियंता व कर्मचारी का कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। क्योंकि जूनियर इंजीनियर यानी अवर अभियंता ही ऊर्जा संरचना के विश्वकर्मा हैं। वहीं विभाग की रीढ़ व नींव हैं।

    गोयल राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन, उत्तर प्रदेश के रविन्द्रालय में आयोजित 77वें महाधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 3.52 करोड़ उपभोक्ता हैं, इनमें कभी न भुगतान करने वालों की संख्या 66 लाख है। अभियंता बताएं कि एक मुश्त समाधान में ऐसे कितने उपभोक्ताओं से बिल जमा कराया गया है। आज भी विभाग काे चलाने के लिए 42 प्रतिशत खर्चा सरकार दे रही है।

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    46 हजार करोड़ पहुंचा घाटा

    उन्‍होंने कहा क‍ि घाटा 16 हजार करोड़ से बढ़कर 46 हजार करोड़ पहुंच गया है। यह घाटा आने वाले सालों में बढ़ना ही है। गोयल ने कहा कि राजस्व बढ़ा है तो खर्चे भी बढ़े हैं। आज साढ़े सात प्रतिशत राजस्व बढ़ा है तो 10 प्रतिशत खर्चें बढ़े हैं। बीच के अंतर को सरकार पूरा कर रही है। इस मौके पर यूपीपीसीएल के एमडी पंकज कुमार, संगठन के संरक्षक सतनाम सिंह, अध्यक्ष जेबी पटेल, महासचिव जय प्रकाश व अन्य संगठनों में आरके त्रिवेदी सहित अन्य निगमों व संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

    हर यूनिट में विभाग को 3.35 प्रतिशत का नुकसान

    उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष डा. आशीष गोयल ने कहा कि बिजली विभाग को हर यूनिट पर 3.35 प्रतिशत का नुकसान हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सिर्फ 50 प्रतिशत ही बिलिंग हो रही है। शहरी क्षेत्र में यह ग्राफ 91 प्रतिशत है। देश भर में होने वाली रैंकिंग में मध्यांचल को तीन नंबर मिले हैं, पूर्वांचल को पांच, दक्षिणांचल सात, पश्मिांचल 5.9 और केस्को को 42 नंबर।

    अगर को डगर में बदलने से होगा काम

    इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर को डगर में जब तक नहीं बदलेंगे तब तक कुछ नहीं होने वाला है। पिछले 30 सालों से संगठन की यही पुराने मांगें चल रही हैं। इसे अपडेट करने की जरूरत है। यूपीपीसीएल के अध्यक्ष ने कहा कि जो वाजिब मांगे हैं, उन पर संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठ करके बिन्दुवार चर्चा की जाएगी।

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