बेकाबू 'मौत के डंपर' ने ली स्कूटी सवार युवक की जान; कांठ-अमरोहा रोड बना डंपर गलियारा
मुरादाबाद के कांठ-अमरोहा मार्ग पर एक अनियंत्रित डंपर ने स्कूटी सवार युवक की जान ले ली। इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है, क्योंकि यह सड़क डंपरों के लिए गलियारा बन गई है। लोगों ने प्रशासन से डंपरों की गति पर नियंत्रण रखने और सुरक्षा नियमों का पालन कराने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस ने डंपर जब्त कर जांच शुरू कर दी है।

प्रतीकात्मक चित्र
संवाद सहयोगी, जागरण, कांठ। कांठ-अमरोहा मार्ग पर रविवार शाम तेज रफ्तार डंपर ने स्कूटी सवार युवक को जोरदार टक्कर मार दी। इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। हादसे के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया, जबकि क्षेत्रीय लोगों ने खनन डंपरों की रफ्तार और प्रशासन की लापरवाही पर कड़ा रोष जताया है।
कांठ के मुहल्ला पट्टी वाले निवासी अर्पित विश्नोई रविवार शाम स्कूटी से उमरी चौराहे की ओर जा रहे थे। जैसे ही उन्होंने कांठ-अमरोहा मार्ग स्थित रेलवे फाटक पार किया और अमरोहा बस अड्डे से कुछ आगे पहुंचे, अमरोहा की ओर से आ रहे तेज रफ्तार खाली डंपर ने सामने से उनकी स्कूटी में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि स्कूटी के परखच्चे उड़ गए और अर्पित सड़क पर दूर जा गिरे।
मौके पर मौजूद काजीखेड़ा निवासी गौरव सिंह ने तत्काल उनके स्वजन को सूचना दी। पुलिस की मदद से घायल अर्पित को अस्पताल पहुंचाया। वहां से उन्हें गंभीर हालत में कासमास रेफर किया गया, जहां कुछ घंटों बाद ही उनकी मौत हो गई। डंपर चालक दुर्घटना के तुरंत बाद वाहन छोड़कर फरार हो गया। मृतक के भाई आदित्य की तहरीर पर अज्ञात चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
सोमवार को स्वजन ने अर्पित का अंतिम संस्कार कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि कांठ-अमरोहा मार्ग खनन डंपरों की बेलगाम रफ्तार के कारण मौत का रास्ता बन गया है। खनन कार्य में लगे डंपर दिन-रात तेज रफ्तार से गुजरते हैं, न पुलिस की चेकिंग होती है, न स्पीड कंट्रोल। कांठ-अमरोहा रोड अब डंपर गलियारा बन चुकी है।
हर गुजरते दिन के साथ खतरा बढ़ता जा रहा है। अर्पित की मौत इस बात का ताजा उदाहरण है कि यदि प्रशासन ने कठोर कदम नहीं उठाए तो ऐसे हादसे रुकने वाले नहीं। ग्रामीणों का कहना है कि कांठ के आसपास की सड़कें खनन डंपरों के कारण जानलेवा बन चुकी है। आम आदमी यहां सुरक्षित नहीं है। शिकायतें होती हैं लेकिन कार्रवाई नहीं।
किसान यूनियन का प्रशासन पर निशाना
भारतीय किसान यूनियन के पश्चिमी उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह, हरदीप सिंह और अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और हादसे को सीधा प्रशासनिक विफलता बताया। उन्होंने कहा कि अवैध खनन और तेज रफ्तार डंपरों पर रोक न लगने से हर कुछ दिनों में किसी न किसी की जान जा रही है। प्रशासन खनन माफिया पर अंकुश लगाने में नाकाम है। उन्होंने मार्ग पर तत्काल पुलिस की तैनाती, नियमित चेकिंग और स्पीड लिमिट लागू कराने की मांग की।

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