IAS Transfers: एमडीए उपाध्यक्ष का स्थानांतरण, झांसी के सीडीओ शैलेश कुमार बने नए वीसी
IAS Transfers in UP मधुसूदन हुल्गी अपनी कार्यशैली और सख्त निर्णयों को लेकर चर्चा में रहे। अपनी ईमानदार छवि और तेवर के चलते उनका नाता विवादों से भी जुड़ गया। नियमों के दायरे में कामकाज करने की प्रणाली के चलते एमडीए में मनमाने तरीके से काम बंद हो गए थे।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। IAS Transfers in UP: अपनी ईमानदार छवि और तेज तर्रार कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष (वीसी) मधुसूदन नागराज हुल्गी का स्नानांतरण कर दिया गया। उनके सख्त निर्णय व तेवर की वजह से कुछ नेताओं व अधिकारियों का एमडीए के कामकाज में दखल नहीं हो पा रहा था। यह भी उनके तबादले का आधार बना। हुल्गी को कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा में विशेष सचिव बनाया गया है। उनके स्थान पर झांसी के सीडीओ शैलेश कुमार एमडीए वीसी की कुर्सी संभालेंगे।
मधुसूदन हुल्गी अपनी कार्यशैली और सख्त निर्णयों को लेकर चर्चा में रहे। अपनी ईमानदार छवि और तेवर के चलते उनका नाता विवादों से भी जुड़ गया। नियमों के दायरे में कामकाज करने की प्रणाली के चलते एमडीए में मनमाने तरीके से होने वाले काम लगभग बंद हो गए थे। लंबे अरसे से यहां जमे कई विभागीय कर्मचारी भी उनके समर्थन में नहीं थे। यही कारण था कि एमडीए के अभियंता भी कई बार उनकी शिकायत लेकर मंडलायुक्त से मिले थे।
कुछ अवर अभियंता का स्थानांतरण हो गया तो कुछ ने स्थानांतरण के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया था। वहीं, जमीनों का खेल नहीं हो पाने के कारण कुछ प्रभावशाली लोग भी उनके विरोध में सक्रिय हो गए। स्थानीय नेताओं से वीसी की कार्यप्रणाली को लेकर शिकायत भी की। इसके बाद उनकी शिकायत शासन तक पहुंची।
इसके विपरीत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामपुर में उप चुनाव के दौरान मुरादाबाद हवाई पट्टी पर कुछ देर के लिए रुके थे। उन्होंने यूपी बोर्ड परीक्षा के टापर से मुलाकात करने के साथ ही अधिकारियों से विकास पर चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने एमडीए वीसी के कार्यों की प्रशंसा भी की थी। वहीं, पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह भी उनकी ईमानदार छवि के कायल रहे हैं।
मंदिर पर ताला लगाने को लेकर हुआ था बड़ा विवाद
हालांकि, मधुसूदन हुल्गी अपने कुछ सख्त फैसलों के चलते विवादों में भी पड़ गए। बीते वर्ष नया मुरादाबाद में पार्क में बने मंदिर को अवैध निर्माण बताते हुए वीसी ने दो मंदिरों पर ताला लगवा दिया था। हालांकि, बाद में विवाद बढ़ने पर 24 घंटे में दोनों मंदिरों के ताले खुलवा दिए गए। संविदा कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने के साथ ही कर्मचारियों के उत्पीड़न का भी आरोप लगा। एक कंप्यूटर आपरेटर ने उत्पीड़न का आरोप लगाकर विषाक्त पदार्थ खा लिया था।
अतिक्रमण पर कराई कार्रवाई
विधानसभा चुनाव के दौरान अतिक्रमण की कार्रवाई को लेकर भाजपा नेताओं ने उनकी शिकायत शासन में की थी, पर शासन ने उन पर संज्ञान नहीं लिया। लंबे समय से टल रहा नया मुरादाबाद में एमडीए कार्यालय का स्थानांतरण भी उनके ही समय में हुआ। नक्शा पास कराने के लिए लगाए गए शिविर के जरिए उन्होंने प्राधिकरण पर न केवल कार्य बोझ कम किया, बल्कि उस मद में करीब चार करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कराया।
कई नेताओं ने सीएम से की शिकायत
इसके साथ ही इंजीनियरों के खिलाफ उन्होंने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। बीते दिनों एक भाजपा नेता की नियम विरुद्ध दूध डेरी सील करवा दी, भविष्य में गलती न दोहराने का प्रार्थनापत्र देने के बाद सील खोली गई। शहर विधायक रितेश गुप्ता के साथ ही अन्य नेताओं ने भी कई बार उनकी शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय में की थी।
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