मुरादाबाद-संभल रूट पर अब इलेक्टि्रक इंजन से चलेंगी ट्रेनें, रेल प्रशासन ने दी अनुमति
Indian Railway News उत्तर रेलवे मुख्यालय ने राजा का सहसपुर से सम्भल तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन संचालन को अनुमति दे दी है। इसके बाद सम्भल तक डीजल मल्टीपुल यूनिट (डीएमयू) के स्थान पर मेन लाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपुल यूनिट (मेमू) चलने की संभावना बढ़ गयी है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Indian Railway News : उत्तर रेलवे मुख्यालय ने राजा का सहसपुर से सम्भल तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन संचालन को अनुमति दे दी है। इसके बाद सम्भल तक डीजल मल्टीपुल यूनिट (डीएमयू) के स्थान पर मेन लाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपुल यूनिट (मेमू) चलने की संभावना बढ़ गयी है।
विद्युतीकरण का काम पूरा
मुरादाबाद रेल मंडल के अधिकांश क्षेत्रों में रेलवे का विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है और ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो चुका है। चन्दौसी से अलीगढ़ और राजा का सहसपुर रेल मार्ग का विद्युतीकरण का काम मार्च में पूरा कर लिया था। कमिश्नर रेलवे आफ सेफ्टी (सीआरएस) ने अप्रैल में दोनों मार्ग का निरीक्षण किया था।
अगस्त में सुधार का काम भी हुआ पूरा
दोनों मार्गों पर पायी गई कमी को दूर करने के बाद ट्रेनों का संचालन शुरू करने का आदेश दिया था। सीआरएस द्वारा बतायी गयी आपत्ति के आधार पर अखिल भारतीय रेलवे विद्युतीकरण संगठन की टीम ने सुधार का काम शुरू कर दिया। अगस्त में सुधार का काम पूरा करने के बाद चन्दौसी से अलीगढ़ मार्ग पर ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है।
मुरादाबाद-चंदौसी रूट पर इलेक्टि्रक इंजन से चल रहीं ट्रेनें
मुरादबाद से चन्दौसी तक पहले से विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है और इलेक्ट्रिक इंजन द्वारा ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इसी मार्ग पर राजा का सहसपुर रेलवे स्टेशन है, जहां से सम्भल के लिए अलग लाइन जाती है। सुधार के बाद उत्तर रेलवे मुख्यालय ने राजा का सहसपुर से सम्भल तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों को चलाने की स्वीकृति दे दी है।
डीएमयू के स्थान पर जल्द ही चलेगी मेमू
वर्तमान में इस मार्ग पर डीजल इंजन के द्वारा डीएमयू का संचालन किया जा रहा है। माना जा रहा है कि डीएमयू के स्थान पर इलेक्ट्रिक इंजन के द्वारा मेमू शीघ्र चलाया जाएगा। जिससे कम खर्च में सम्भल के लिए ट्रेन संचालन किया जाएगा। सम्भल के व्यापारियों की मांग पर यहां से मालगाड़ी का भी संचालन करना आसान हो जाएगा।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि सम्भल तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। मेमू चलाने को लेकर रेलवे बोर्ड स्तर पर फैसला किया जाता है।