Updated: Fri, 19 Sep 2025 02:24 PM (IST)
विलासपुर-कांडली के मंसदावाला गांव में तमसा नदी में आई बाढ़ ने नवविवाहिता उजाला का जीवन बर्बाद कर दिया। इस हादसे में उजाला के पति पंकज की मृत्यु हो गई। भारी बारिश के चलते हुए इस हादसे में पंकज समेत चार मजदूर नदी में बह गए थे जिनमें से दो के शव बरामद हुए हैं।
सुमित थपलियाल, देहरादून। विलासपुर-कांडली के मंसदावाला गांव में बीते 16 सितंबर की सुबह तमसा नदी के उफान ने नवविवाहित उजाला के जीवन में अंधेरा कर दिया। नदी में आए उफान ने उजाला के पति पंकज की जिंदगी लील ली। दोनों का विवाह 25 जून को अमरोहा में हुआ था।
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मसंदावाला में झोपड़ी में रहने वाला पंकज अपनी पत्नी उजाला को इस उम्मीद के साथ लेकर आया था कि अब यहां सपनों का एक घर बनाएंगे और बेहतर जिंदगी जिएंगे। लेकिन उजाला के सुनहरे सपनों को कभी न मिटने वाला ग्रहण लग गया। सास जगवती का भी रो-रोकर बुरा हाल है। मसंदावाला में भारी वर्षा के चलते नदी के तेज बहाव में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले पंकज, मोनू, प्रीतम, फुसिया बह गए थे। जिसमें से पंकज व मोनू के शव बरामद कर लिए गए, जबकि अन्य दो की तलाश जारी है।
इधर, नदी के तेज बहाव के चलते पंकज के घर में मलबा आने से सारा सामान भी खराब हो गया। इसके बाद पंकज की मां जगवती व पत्नी उजाला को क्षेत्रवासियों ने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र में आश्रय दिया है। वहीं, गुरुवार को पंकज के अंतिम संस्कार किया गया। मां जगवती का रो-रोकर बुरा हाल है और पत्नी उजाला बार-बार बेहोश हो रही है। वह पंकज को पुकार रही है। जब भी उसे होश आ रहा तो लोगों को पास में देखकर फिर बेहोश हो जा रही है।
वॉर्ड मेंबर प्रीति थापा, पूर्व ग्राम प्रधान लव कुमार तमांग और पूर्व उप प्रधान चंद्रमणि पेटवाल लगातार प्रभावितों से बातचीत कर उन्हें हरसंभव मदद पहुंचा रहे हैं। वार्ड मेंबर प्रीति थापा ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान जगवती को हुआ है। बेटा इस दुनिया में नहीं रहा और घर में भी पूरा मलबा घुस गया है। जिसे ग्रामीण मदद कर निकाल रहे हैं। इसके अलावा विष्णुमाया के घर में भी मलबा भरने से काफी नुकसान हुआ है।
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