Updated: Thu, 18 Sep 2025 11:47 PM (IST)
मुरादाबाद शहर के करूला और ताजपुर में ट्रिपिंग की समस्या जल्द खत्म होगी। सीतापुरी में सीतापुरी-2 और ताजपुर माफी बिजली उपकेंद्र का निर्माण शुरू होगा। दलपतपुर उपकेंद्र का लोड ताजपुर माफी उपकेंद्र पर शिफ्ट होगा। कटघर और शिवपुरी में हाईटेंशन लाइनों को भूमिगत किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य बिजली व्यवस्था को सुधारना है।
- करूला और ताजपुर में बेतहाशा ट्रिपिंग से मिलेगी निजात, जल्द शुरू होगा काम -कटघर, शिवपुरी में 11 केवी की हाईटेंशन लाइनों को किया जाएगा भूमिगत
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद । मुरादाबाद शहर के सबसे अधिक ओवरलोड उपकेंद्र के उपभोक्ताओं की ट्रिपिंग और कटौती की समस्या जल्द समाप्त होने वाली है। बिजनेस प्लान के तहत शहर के सीतापुरी में सीतापुरी-2 और ताजपुर माफी बिजली उपकेंद्र का निर्माण शुरू होगा। दलपतपुर उपकेंद्र का लोड ताजपुर माफी उपकेंद्र पर शिफ्ट किया जाएगा।
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सीतापुरी में 10 एमवीए क्षमता के ट्रांसफार्मर स्थापित होंगे। एमडी की ओर से इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है। वर्तमान में संचालित सीतापुरी उपकेंद्र के पीछे खाली पड़ी जमीन पर निर्माण होगा। पांच-पांच एमवीए के दो ट्रांसफार्मर लगाने के साथ ही 10 फीडरों को विभाजित करेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि पांच वर्ष तक ओवरलोडिंग का संकट नहीं होगा।
हाईटेंशन लाइनों को किया जाएगा भूमिगत
वहीं कटघर, शिवपुरी में 11 केवी की हाईटेंशन लाइनों को भूमिगत किया जाएगा। करीब दो किमी लाइन भूमिगत होगी। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विस्तृत बिजनेस प्लान तैयार किया है। बिजनेस प्लान के तहत 931.43 करोड़ की लागत से 14 जिलों में बिजनेस प्लान में विभिन्न योजनाएं पूरी होंगे। इसमें उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि, विद्युत सुदृढीकरण, ओवर हैड लाइनों का भूमिगतकरण, ट्रांसफार्मर अपग्रेडेशन, नए उपकेंद्रों का निर्माण और पुराने उपकरणों को आधुनिक किया जाएगा।
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की प्रबंधन निदेशक इशा दुहन के अनुसार, बिजनेस प्लान योजना का उद्देश्य बिजली व्यवस्था का सुदृढीकरण कर, उपभोक्ताओं को अनवरत बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराना है। 54.09 करोड़ की लागत से सात नए 33-11 केवी उपकेंद्र बनेंगे जिसमें मुरादाबाद का सीतापुरी-2, ताजपुर का उपकेंद्र भी शामिल है। 66.29 करोड़ की लागत से भूमिगत और ओवरहेड 33 केवी लाइने बनेंगी।
सीतापुरी उपकेंद्र की ओवरलोडिंग कम करने के लिए यार्ड के पीछे दूसरे उपकेंद्र का निर्माण कराया जाएगा। वहीं ताजपुर में भी नया उपकेंद्र बनेगा। इन दोनों उपकेंद्रों के निर्माण से ओवरलोडिंग की समस्या खत्म होगी। - प्रशांत कुमार, अधीक्षण अभियंता शहर-देहात
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