ट्रांसफार्मर चोरी मामला: बिजली विभाग का ठेकेदार निकला सरगना, भाई बनता था फर्जी JE; चौंकाने वाली कहानी सामने आई
मुरादाबाद में सिविल लाइंस सीओ कार्यालय के सामने से चोरी हुए 400 केवीए ट्रांसफार्मर चोरी कांड का खुलासा हो गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि ट्रांसफार्मर चोरी करने वाला सरगना कोई और नहीं बल्कि बिजली विभाग में ठेकेदारी करने वाला सतपाल निकला। पुलिस ने उसके गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि सरगना सतपाल फरार है।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। सिविल लाइंस सीओ कार्यालय के सामने से चोरी हुए 400 केवीए ट्रांसफार्मर चोरी प्रकरण का राजफाश हो गया। ट्रांसफार्मर चोरी करने वाला सरगना कोई और नहीं विभाग में ही ठेकेदारी करने वाला निकला।
अमरोहा के नौगवा सादात स्थित अकबरपुर पट्टी निवासी सतपाल ने पूरा गिरोह तैयार कर रखा था, जिसमें उसका भाई नीरज कुमार भी शामिल था। वह अवर अभियंता बनता था। इससे उसे कोई रोकता-टोकता नहीं था। फर्जी अवर अभियंता नीरज कुमार के साथ उसके गिरोह के पांच आरोपितों सरताज अली, असलम, इमरान अली, सलीम व बंटी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चोरी हुए ट्रांसफार्मर के साथ घटना में प्रयुक्त हुए वाहन भी बरामद कर लिये। सरगना सतपाल फरार है।
सीओ कार्यालय के सामने से चोरी हो गया था ट्रांसफार्मर
13 जनवरी को सिविल लाइंस सीओ कार्यालय के सामने से 400 केवीए का ट्रांसफार्मर चोरी हो गया था। अवर अभियंता विरेंद्र सिंह मामले को दबाए बैठे रहे। मामला सुर्खियों में आने के बाद 21 फरवरी को बिजली विभाग के अधिकारियों ने सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस जांच में जुटी। फुटेज से जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, चौकाने वाली कहानी सामने आई।
बिजली विभाग का ठेकेदार ही गैंग का सरगना निकला
पता चला कि गैंग का सरगना कोई और नहीं, बल्कि बिजली विभाग का ठेकेदार सतपाल है। ट्रांसफार्मर और तार चोरी करने की पूरी पटकथा वही लिखता था। उसका भाई नीरज कुमार जेसीबी मशीन और अन्य उपकरण टीम के साथ मौके पर पहुंचता था। स्वयं को अवर अभियंता बताकर ट्रांसफार्मर चोरी कराता था। गैंग में एक कबाड़ी और दो मैकेनिक भी साथ चलते थे, जिससे ट्रांसफार्मर के नट बोल्ट आसानी से खोलकर वाहन में लोड किये जा सकें।
रेकी करने के बाद वारदात को दिया गया अंजाम
रेकी करने के बाद 13 जनवरी को वारदात को अंजाम दिया गया। पूरी कहानी साफ होने के बाद पुलिस ने छह आरोपित सरताज, असलम, इमरान, सलीम, बंटी, नीरज को गिरफ्तार किया है। गैंग सरगना बिजली विभाग का ठेकेदार सतपाल फरार है। आरोपित सरताज मंडी धनौरा अमरोहा, असलम सीलमपुर दिल्ली, इमरान फदैड़ी सादात मंडी धनौरा अमरोहा, सलीम आदमपुर कांठ, बंटी कुडवल बनारस बुलंदशहर व नीरज कुमार अकबरपुर पट्टी नौगावां सादात अमरोहा के निवासी हैं।
आरोपितों के पास से एक अर्टिगा कार, एक पिकअप, ट्रांसफार्मर एवं उसके उपकरण, ट्रांसफार्मर का तेल व अन्य सामान बरामद किया है। आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने पुलिस लाइंस में प्रेस कांफ्रेंस कर घटना का राजफाश किया।
21 फरवरी को बिजनौर में भी की वारदात, पहले भी मुरादाबाद को बनाया था निशाना
सतपाल गैंग के सदस्यों ने 20-21 फरवरी को बिजनौर के नूरपुर स्योहरा रोड रेलवे फाटक के पास से एक 250 केवी का ट्रांसफार्मर भी चोरी किया था। इसके अलावा बिजनौर के अलग-अलग कई स्थानो से भी बिजली का सामान चोरी कर चुके हैं। सतपाल के साथ मिलकर जनवरी में ग्राम फतेहल्लेपुर व ग्राम हलपुरा धनौरा, ग्राम अहरोला तेजवन, ग्राम टोकटा पट्टी थाना गजरोला, दीपपुर रोड, पेली तगा धनौरा अमरोहा से भी ट्रांसफार्मर एवं बिजली की लाईन-तार आदि सामान चोरी किया गया था।
सतपाल गैंग ने वर्ष 2023 जनवरी में कटघर थाना क्षेत्र के गांव मुस्ताफाबाद से भी ट्रांसफार्मर चोरी किया था। ट्रांसफार्मर चोरी होने की शिकायत दर्ज होने के बाद उसकी तलाश नहीं होने की वजह से गैंग लगातार ट्रांसफार्मर और तार चोरी कर रहा था। सिविल लाइंस से 400 केवीए का ट्रांसफार्मर चोरी मामले में यह सभी पकड़े गए हैं।
अमरोहा के गिरोह में दिल्ली, बुलंदशहर, मुरादाबाद के गुर्गे
अमरोहा के इस गिरोह में दिल्ली, बुलंदशहर, मुरादाबाद के गुर्गे शामिल हैं। हर किसी का काम तय था कि कौन रेकी करेगा और कौन कब पहुंचेगा। कैसे ट्रांसफार्मर को ठिकाने लगाया जाएगा। ट्रांसफार्मर एवं बिजली के उपकरण गोदाम में आने के बाद असलम कबाड़ी स्कैप बना देता था। जिसे बेचकर सभी आपस में रुपयों का बंटवारा कर लेते थे। सतपाल से जुड़ने के बाद एक के बाद एक उपकरणों की कई चोरियां की गईं।
सरगना सतपाल को है हर एक ट्रांसफार्मर की जानकारी
सतपाल बिजली विभाग में लाइन बिछाने और ट्रांसफार्मर लगाने की ठेकेदारी करता है। इस वजह से उसे मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, रामपुर आदि जनपदों में हर एक ट्रांसफार्मर और लाइनों की जानकारी है। जहां से भी ट्रांसफार्मर चोरी करना होता था। वहां एक सप्ताह तक रेकी की जाती थी। इसके बाद जेसीबी और टीम को लेकर माैके पर पहुंचते थे।
इसका छोटा भाई नीरज कुमार अवर अभियंता की तरह कर्मचारियों को निर्देश देता था। जिससे राहगीर या अन्य कोई व्यक्ति यह समझे कि यह बिजली विभाग की टीम काम कर रही है। सतपाल ने अमरोहा जोया रोड बंबू गढ़ में गोदाम बना रखा था। चोरी करने के बाद सामान वहीं लेकर जाते थे। सलीम और बंटी जो ट्रांसफार्मर खोलने के एक्सपर्ट हैं, वह ट्रांसफार्मर के पुर्जे-पुर्जे अलग कर देते थे। इन पुर्जों को सतपाल व नीरज असलम कबाड़ी को बेचते थे।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि सिविल लाइंस से 400 केवीए ट्रांसफार्मर चोरी प्रकरण में छह आरोपितों को गिरफ्तार कर राजफाश कर दिया गया है। गैंग लीडर सतपाल अभी फरार है। उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सरगना सतपाल के बिजली विभाग में ठेकेदारी करने की बात सामने आई है।
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