Moradabad News: डेंगू की चपेट में आ चुके मरीज को दोबारा लग रहा डंक, गंभीर हालत में पहुंच रहे मरीज; बरतें ये सावधानियां
Dengue In Moradabad इस मौसम में हर जगह डेंगू का प्रकोप फैला हुआ है। चौकाने वाली बात यह है कि पहले डेंगू की चपेट में आ चुके मरीज को दोबारा डेंगू का डंक लग रहा है। ऐसे में वह गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंच रहे हैं। इन दिनों प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू के गंभीर मरीजों की संख्या अधिक है। शरीर पर रैशेज और ब्लीडिंग के मामले...

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Dengue In Moradabad: इस मौसम में हर जगह डेंगू का प्रकोप फैला हुआ है। चौकाने वाली बात यह है कि पहले डेंगू की चपेट में आ चुके मरीज को दोबारा डेंगू का डंक लग रहा है। ऐसे में वह गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंच रहे हैं। इन दिनों प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू के गंभीर मरीजों की संख्या अधिक है। शरीर पर रैशेज और ब्लीडिंग के मामले भी सामने आ रहे हैं।
14 अक्टूबर को सिरसी की रहने वाले आसिफ की पत्नी जायदा को बुखार आने पर गांव में ही दिखा दिया गया था। हालत गंभीर होने पर मुरादाबाद के अस्पताल में लेकर आए। यहां चिकित्सकों ने जांच के बाद बताया कि महिला डेंगू शाक सिंड्रोम की चपेट में हैं। यह पहले डेंगू की चपेट में आ चुकी थीं। 15 की सुबह में हालत बिगड़ी और फिर उन्होंने दम तोड़ दिया। ननजिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती मरीज दूसरी बार डेंगू की चपेट में आ चुके हैं।
दोबारा डेंगू होने पर गंभीर होने का खतरा
चिकित्सकों के अनुसार, दोबारा डेंगू होने पर गंभीर होने का खतरा अधिक होता है। इस बार पिछले साल के मुकाबले डेंगू के मरीजों की संख्या डबल है। चिकित्सकों के मुताबिक जो मरीज पहले डेंगू की चपेट में आने के बाद ठीक हो गए हैं। उन्हें सबसे अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है।
डायबिटीज के मरीजों को रखना होगा ख्याल
डायबिटीज के मरीजों को डेंगू और मलेरिया से बचने का प्रयास करना है। डेंगू संक्रमण होने के बाद अन्य बीमारियों को लेकर भी खतरा बढ़ जाता है।
जिला अस्पताल के फिजिशियन डा. विनीत कुमार ने बताया कि डेंगू संक्रमण होने के बाद अधिक सतर्कता बढ़ाने की जरूरत है।
डायबिटीज, ह्रदय, किडनी आदि बीमारियों से पीड़ित बरतें अधिक सावधानी-
- मच्छरों के संपर्क से दूर रहें।
- फुल आस्तीन के कपड़े पहनें।
डेंगू पीड़ित से बनाकर रखें दूरी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. कुलदीप सिंह के अनुसार, पहले से बीमार लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। डेंगू से बचाव करें। संक्रमण से बचने के लिए बीमार के संपर्क में न रहें। बुखार आने पर सरकारी अस्पताल में ही उपचार कराएं। मरीजों की जांच की पूरी व्यवस्था है।
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