मुरादाबाद के राजकीय संप्रेक्षण गृह में शराब पीकर नाचते थे सहायक अधीक्षक, किए गए निलंबित, जांच शुरू
Moradabad Government Observation Home राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) में जन्मदिन पार्टी के दौरान शराब पीकर बाल अपचारियों के साथ नाचने वाले प्रभारी सहायक अधीक्षक सर्वेश सक्सेना को महिला एवं बाल विकास विभाग के डायरेक्टर मनोज राय ने निलंबित कर दिया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) में जन्मदिन पार्टी के दौरान शराब पीकर बाल अपचारियों के साथ नाचने वाले प्रभारी सहायक अधीक्षक सर्वेश सक्सेना को महिला एवं बाल विकास विभाग के डायरेक्टर मनोज राय ने निलंबित कर दिया। उसके खिलाफ मिली शिकायतों की विभागीय जांच सहारनपुर के उप निदेशक करेंगे। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रिया पटेल ने सर्वेश के स्थान पर फिर से रामप्रताप को राजकीय संप्रेक्षण गृह का सहायक अधीक्षक नियुक्त कर दिया है। शाम को उन्होंने कार्यभार ग्रहण भी कर लिया है।
तीन महीने पहले महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक राजेश कुमार गुप्ता ने राजकीय संप्रेक्षण गृह में सप्लाई होने वाले सामान के बिलों में गड़बड़ी मिलने पर प्रभारी सहायक अधीक्षक रामप्रताप को हटाकर उनके स्थान पर सर्वेश सक्सेना को सहायक अधीक्षक की जिम्मेदारी दी थी। इस दौरान रामप्रताप ने उप निदेशक की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि मुझे जानबूझकर प्रताड़ित किया जा रहा है। लेकिन, इसी बीच सर्वेश सक्सेना का वर्ष 2019 का वीडियो बम फूट गया। इस वीडियो में सर्वेश सक्सेना राजकीय संप्रेक्षण गृह में एक अपचारी की जन्मदिन पार्टी में शराब पीकर नाचते हुए दिखाई दे रहे हैं। उनके साथ बाल अपचारी भी नाच रहे हैं। महिला एवं वाल विकास विभाग के डायरेक्टर ने सर्वेश सक्सेना के निलंबन आदेश में शराब पीकर बाल अपचारियों के साथ नाचने का जिक्र किया है। सर्वेश सक्सेना का निलंबन तीन जून को हुआ था। शुक्रवार को उनके स्थान पर बतौर सहायक अधीक्षक रामप्रताप ने फिर से कार्यभार ग्रहण कर लिया है। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रिया पटेल ने बताया कि राजकीय संप्रेक्षण गृह के सहायक अधीक्षक सर्वेश सक्सेना के निलंबन का आदेश मिल गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच होगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
सुरक्षा को लेकर भी उठते रहें हैं सवाल : आदर्श कॉलोनी के सामने स्थित जिला समाज कल्याण विभाग के कार्यालय परिसर स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) की क्षमता 50 बाल अपचारियों को रखने की है। लेकिन, यहां वर्तमान में 125 की संख्या है। इनमें हत्यारोपित बाल अपचारियों ने संप्रेक्षण गृह का माहौल खराब कर रखा है। अमरोहा के बाल अपचारी सबसे ज्यादा खुराफाती हैं। वे आए दिन छोटे अपचारियों के साथ साथ मारपीट करते हैं। बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता का कहना है कि संप्रेक्षण गृह का माहौल सही कराने के लिए प्रयास किया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।