Lok Sabha By Election 2022 नहीं लड़ेगी कांग्रेस, रामपुर में भाजपा और सपा में होगी सीधी टक्कर
Rampur Lok Sabha By Election 2022 कांग्रेस ने रामपुर में हो रहे लोकसभा उपचुनाव में प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर ने बताया कि इस बार रामपुर में पार्टी का कोई प्रत्याशी नहीं होगा। हालांकि उन्होंने नामांकन पत्र ले लिया था।
रामपुर, जेएनएन। Rampur Lok Sabha By Election 2022 : कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीट आजमगढ़ और रामपुर पर हो रहे उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है। लोकसभा चुनाव के नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन कांग्रेस हाईकमान के आए इस फैसले से रामपुर में अब भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलेगी।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर ने बताया कि इस बार रामपुर में पार्टी का कोई प्रत्याशी नहीं होगा। हालांकि इससे पहले संजय कपूर ने खुद और रामपुर नवाब खानदान के नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने नामांकन पत्र लिया था। दोनों को ही प्रत्याशी बनने की उम्मीद थी।
हाईकमान से टिकट मिलने का इंतजार था लेकिन, सोमवार को प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला पार्टी हाईकमान ने सुना दिया। इससे दोनों ही नेताओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया। अब रामपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस का कोई उम्मीदवार नहीं होगा।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर का कहना है कि पार्टी हाईकमान ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा उपचुनाव न लड़ने का फैसला लिया है। इसी कारण रामपुर और आजमगढ़ में प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। पार्टी ने किसी को समर्थन भी नहीं किया है।कांग्रेस के इस फैसले के बाद रामपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में अब सीधी टक्कर भाजपा और सपा में हो गई है। क्योंकि बसपा ने पहले ही रामपुर में अपना प्रत्याशी उतारने से इन्कार कर दिया था।
भाजपा ने घनश्याम सिंह लोधी को टिकट दिया है जबकि समाजवादी पार्टी ने रामपुर नगर अध्यक्ष आसिम राजा को उम्मीदवार बनाया है। पहले आजम खां की पत्नी तजीन फात्मा का नाम चर्चा में था लेकिन, ऐन मौके पर सपा हाईकमान ने आसिम राजा को उम्मीदवार घोषित कर दिया।
लोकसभा उपचुनाव के नामांकन का आज अंतिम दिन है। अभी तक किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया है। कांग्रेस नेता संजय कपूर और नवेद मियां ने पार्टी हाईकमान के फैसले को स्वीकार किया है। निर्दलीय चुनाव लड़ने के सवाल पर दोनों ही नेताओं ने इससे इन्कार किया है। इनका कहना है कि निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे।