रेल मंत्री के आदेश के बावजूद प्रियंका गांधी को नहीं मिला एसी फर्स्ट का टिकट
मंडल रेल प्रशासन के पास एसी फर्स्ट में चार बर्थ ही वीआइपी कोटे में हैं, रेलवे के नियमानुसार न्यायमूर्ति को सबसे पहले वीआइपी कोटे में बर्थ उपलब्ध कराई जाती है।
मुरादाबाद (जागरण संवाददाता)। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा को रेल मंत्री भी ट्रेन में एसी फर्स्ट क्लास में बर्थ नहीं दिला सके। आखिर प्रियंका को देहरादून-नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस के एसी सेकेंड क्लास में शनिवार रात सफर करना पड़ा।
रेलमंत्री कार्यालय से मुरादाबाद रेल मंडल प्रशासन को आदेश दिया गया कि प्रियंका गांधी देहरादून से नई दिल्ली जाने वाली 12206 एसी एक्सप्रेस के एसी फर्स्ट में सफर करेंगी। उनका टिकट वेटिंग में है। उन्हें वीआइपी कोटे में बर्थ उपलब्ध कराई जाए। प्रियंका के लिए चार बर्थ उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए, जबकि इसी ट्रेन में सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति ने भी एसी फर्स्ट में चार बर्थ वीआइपी कोटे में मांगी थीं।
मंडल रेल प्रशासन के पास एसी फर्स्ट में चार बर्थ ही वीआइपी कोटे में हैं। रेलवे के नियमानुसार न्यायमूर्ति को सबसे पहले वीआइपी कोटे में बर्थ उपलब्ध कराई जाती है। दिल्ली तक के रेल अधिकारी बिना नियम तोड़े मामले को निपटने के प्रयास में जुट गए। बोर्ड के अधिकारी भी मामले को नहीं सुलझा पाए। आखिर में प्रियंका गांधी को समझाकर एसी सेकंड में वीआइपी कोटे में बर्थ उपलब्ध कराई गई।
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वह नई दिल्ली के लिए रवाना हुईं। अपर मंडल रेल प्रबंधक संजीव मिश्र ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति को वरीयता देने के कारण प्रियंका गांधी को एसी फर्स्ट में बर्थ नहीं मिल पाई। इसके स्थान पर एसी सेकंड में बर्थ उपलब्ध कराई गई।
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