यात्रियों के बिना सूनी दौड़ीं पैसेंजर ट्रेन
मुरादाबाद सोमवार से पैसेंजर ट्रेन चलना शुरू हो गईं लेकिन यात्रियों के बिना उनकी रौनक सूनी
मुरादाबाद : सोमवार से पैसेंजर ट्रेन चलना शुरू हो गईं लेकिन, यात्रियों के बिना उनकी रौनक सूनी-सूनी ही दिखी। ट्रेन रुकने के बाद भी संबंधित रूट के 80 फीसद स्टेशनों पर टिकट खरीदने यात्री ही नहीं पहुंचे। मुरादाबाद स्टेशन पर पहली पैसेंजर ट्रेन सुबह 9:25 पहुंची। वापसी में शाम को 6:35 बजे वापस भेजा गया। उसमें भी क्षमता के लिहाज से इक्का-दुक्का यात्रियों ने सफर किया।
सोमवार सुबह 4:25 बजे सहारनपुर से मुरादाबाद के लिए पैसेंजर ट्रेन चली। यह ट्रेन छोटे बड़े 32 स्टेशनों पर रुकी। पांच स्टेशनों पर 48 यात्रियों ने टिकट खरीदे। सुबह 9:25 बजे मुरादाबाद के प्लेटफार्म संख्या चार पर ट्रेन आकर रुकी, जिसमें 30 यात्री मुरादाबाद उतरे, जबकि 18 यात्री बीच रास्ते में उतर गए। मात्र 1720 रुपये की टिकट की बिक्री हो पाई।
मुरादाबाद से शाम 6.35 बजे सहारनपुर के लिए मेमू को वापस चलाया गया। मुरादाबाद स्टेशन पर चार बुकिग काउंटर खोले गए थे, जहां से 53 यात्रियों ने टिकट खरीदा। आधे से अधिक यात्रियों ने मुरादाबाद से सहारनपुर तक टिकट लिया। तीन यात्रियों को छोड़ कर सभी ने नजीबाबाद व धामपुर के लिए टिकट कटाए।
दूसरी ट्रेन शाहजहांपुर से बालामऊ के बीच सुबह व शाम को चली। यहां तीन स्टेशनों पर 19 यात्रियों ने ही 570 रुपये के टिकट खरीदे। तीसरी ट्रेन दिल्ली से मुरादाबाद होकर बरेली जाने वाली पैसेंजर ट्रेन सोमवार रात 11.42 बजे चली, जो मंगलवार सुबह 4.35 बजे मुरादाबाद पहुंचेगी। सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश सिंह ने बताया कि पहले दिन यात्रियों की संख्या कम रही। सभी स्टेशनों पर जनरल टिकट काउंटर शुरू कर दिए गए हैं।
पैसेंजर ट्रेन ने दैनिक यात्रियों को किया निराश
जासं, मुरादाबाद : पैसेंजर ट्रेन चलने के बाद भी दैनिक यात्री निराश हैं। एक तो सभी मार्गो पर संचालन शुरू नहीं हुआ है। दूसरे मासिक टिकट की सुविधा चालू नहीं करना उनके लिए सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।
पैसेंजर ट्रेन गरीब, मजदूरों के लिए अर्थव्यवस्था का रीढ़ माना जाता है। बावजूद रेलवे ने पैसेंजर ट्रेन में एक्सप्रेस का किराया लगाकर दैनिक यात्रियों के जख्म पर नमक छिड़कने का काम किया है।